TRENDING TAGS :
Lucknow: LDA में वीसी के आदेशों की उड़ रही है धज्जियां !
एलडीए के खाली पड़े फ्लैटों की हालत इतनी बदहाल हो चुकी है कि जो भी खरीददार उसे देखने जाता है वह दुबारा लौट के नहीं आता है।
लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण अपने आला अफसर के ही आदेशों की धज्जियां उड़ा रहा है, वीसी अभिषेक प्रकाश ने एलडीए में खाली पड़े फ्लैटों को बेचने की कवायद शुरू की थी, लेकिन एलडीए में खाली पड़े प्लॉटों को बेचने की कवायद ठंडे बस्ते में डाल दी है। दरअसल खाली पड़े फ्लैटों की हालत इतनी बदहाल हो चुकी है कि जो भी खरीददार उसे देखने जाता है वह दुबारा लौट के नहीं आता है। सालों से बंद पड़े इन फ्लैटों की हालत दिन ब दिन जर्जर होती जा रही है।
2012 में शुरू हुई योजना का हाल बेहाल
बता दें एलडीए द्वारा शुरू की गई योजना परिजात की हालत बद से बदतर हो चुकी है। लगभग डेढ़ करोड़ की लागत से बना पेंटा हाउस का हाल भी कुछ ऐसा ही है। पेंटा हाउस में पानी का रिसाव होता है। यहां डक्ट खुली पड़ी है, किचन से लेकर दरवाजे तक सब जर्जर हो चुके हैं। एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने इसका हाल देखकर इन फ्लैटों को सही कराकर इसमें बचे हुए कार्य को पूरा करने का निर्देश अपने मातहतों को दिया था लेकिन अभी तक उस पर अमल नहीं हुआ है। वहीं लोगों की शिकायत है कि अधिशासी अभियंता आवंटियो की समस्या को नहीं सुनते हैं। जब भी कोई उनके पास जाता है तो वह टाल मटोल कर उसे वापस लौटा देते हैं। परिजात के आवंटियों का कहना है कि अगर एलडीए उनकी समस्या का जल्द समाधान नहीं करता तो वह कोर्ट की शरण लेंगे।
लेफ्टिनेंट कर्नल की जमीन का फर्जीवाड़ा
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के कारनामे अक्सर आपको पढ़ने और देखने को मिल जाते होंगे। यहां शायद ही कोई योजना ऐसी हो जिसमें खेल न होता हो। जिसमें आम लोग पिसते हैं और एलडीए में बैठे जिम्मेदार अपनी जेब भरते हैं। एक ऐसा ही मामला गोमती नगर के वास्तु खंड में सामने आया है। भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल की मौत के बाद उनकी जमीन को एलडीए के बाबुओं और दलालों की मिलीभगत से राम आशीष सिंह यादव के नाम कर दिया गया और उनके नाम दूसरे इलाके में जमीन आवंटित कर दी गई। मृतक ले. कर्नल की पत्नी ने एलडीए के सचिव से शिकायत कर जमीन वापस दिलाने की अपील की है।
बाबू और दलालों ने किया खेल
मृतक लेफ्टिनेंट कर्नल आरएस यादव की पत्नी मुखराजी देवी ने लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव को पत्र देकर जमीन वापस दिलाने की अपील की है। मुखराजी देवी द्वारा दिए गये शिकायती पत्र में कहा गया है कि भारतीय सेना में ले. कर्नल आरएस यादव ने 30 दिसंबर 1982 में लविप्रा की गोमती नगर योजना के विजयंत खंड में भूखंड संख्या बी 4/179 खरीदा था। आवंटी ने नौ किश्तों में समस्त धनराशि 30 सितंबर 1987 तक जमा कर दी। इस बीच 26 जून 1999 को आरएस यादव का देहांत हो जाता है। इस दौरान पत्नी मुखराजी देवी द्वारा कई पत्र लविप्रा में दिए गए कि भूखंड उनके नाम कर दिया लेकिन उनके नाम जमीन नहीं की गई। बाद में कूटरचित व षडयंत्र के तहत झूठा शपथ पत्र बनवाकर नौ अक्टूबर 1993 को भूखंड राम आशीष सिंह यादव के नाम आवंटित कर दिया गया। लविप्रा के बाबुओं और दलालों की मिलीभगत से भूखंड संख्या बी 4/179 का पता बी 1/95 डी विनीत खंड गोमती नगर आवंटित कर दिया। पीड़ित ने पति के फर्जी हस्ताक्षर की बात कही है।