Priyanka Gandhi: लखनऊ के कौल हाउस से पुराना नाता है प्रियंका गांधी का

Priyanka Gandhi: राजधानी लखनऊ का कौल हाउस एक बार फिर सूबे के राजनीतिक गलियारों में मुख्य चर्चा का केंद्र बनने जा रहा है।

Sandeep Mishra
Written By Sandeep MishraPublished By Dharmendra Singh
Published on: 15 July 2021 1:49 PM GMT
Priyanka Gandhi And Kaul House
X

प्रियंका गांधी और कौल हाउस (काॅन्सेप्ट फोटो: सोशल मीडिया)

Priyanka Gandhi: राजधानी लखनऊ का कौल हाउस एक बार फिर सूबे के राजनीतिक गलियारों में मुख्य चर्चा का केंद्र बनने जा रहा है। कल यानी 16 जुलाई से लखनऊ का यह कौल हाउस देश भर की मीडिया, राजनीतिक दलों, राजनीतिक विद्वानों व देश व सूबे की सत्ता की चर्चा का प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है। राजधानी के इस कौल हाउस में कल यानी 16 जुलाई से उत्तर प्रदेश में 2022 को होने जा रहे विधानसभा चुनाव को जितने की रणनीति बननी शुरू होगी।

आपको बता दें कि कल कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी लखनऊ आ रही हैं और वह राजधानी के गोखले मार्ग स्थित 32/2 कौल हाउस में ही ठहरेंगी। इसी कौल हाउस में रहकर प्रियंका गांधी आगमी 2022 के विधानसभा चुनाव में सूबे में कांग्रेस की जीत की रणनीति तैयार करेंगी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका के आगमन को लेकर इस कौल हाउस की सुरक्षा अभी से ही बढ़ा दी गयी है। अभी से ही इस कौल हाउस में मीडिया व आम लोगों के प्रवेश में कड़ी पाबंदी लगा दी गई है।


बेहद खास है राजधानी का यह कौल हाउस
आपको बता दें कि राजधानी के जिस कौल हाउस में प्रियंका गांधी रुकेंगी। इस कौल हाउस में गांधी परिवार के रुकने का इतिहास आज भी तस्वीरों के रूप में जीवंत है। यह कौल हाउस प्रियंका गांधी की दादी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मामी स्व शीला कौल का निवास स्थान है। शीला कौल, प्रियंका गांधी की दादी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की माता और पंडित नेहरू के भाई कैलाश नाथ कौल की पत्नी थीं। जिस नाते यह कौल हाउस प्रियंका गांधी की ममेरी दादी का है। जहां प्रियंका लखनऊ प्रवास के दौरान ठहरेंगी।
राजधानी का यह कौल हाउस कई मायनों में खास है। इसी कौल हाउस में देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी रुक चुकी हैं। इसके साथ इस कौल हाउस में आज भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू की यादें किसी न किसी रूप में जीवंत हैं। इस मकान में आजादी से पहले महात्मा गांधी ने एक पेड़ लगाया था और जवाहर लाल नेहरू ने इस मकान के आंगन में देशी आम का पौधा लगाया था जो अब पौधे से एक आम के पेड़ के रूप में तब्दील हो चुका है।


कुल मिलाकर राजधानी के इस कौल हाउस में ठहरने के बाद प्रियंका को हर पल अपने पुरुखों के बीच रहने का अहसास प्रति पल होता रहेगा। इसीलिए इस कौल हाउस में ठहरने के बाद प्रियंका गांधी को आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव के लिये काफी आत्मबल के साथ कांग्रेस के लिये संजीवनी बूटी तैयार करने के लिये बेहद मजबूत आत्मबल मिलेगा।


Dharmendra Singh

Dharmendra Singh

Next Story