TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Raebareli News : फूलन देवी की प्रतिमा लगाने के लिए बने चबूतरे तोड़े गए, प्रशासन ने नहीं दी अनुमति

मूर्ति लगाने के मामले को लेकर एसडीएम ऊंचाहार राजेंद्र शुक्ला ने बताया कि शासन द्वारा अनुमति नहीं मिली है इसी वजह से मूर्ति नहीं लगाई जा रही है

Narendra Singh
Report Narendra SinghPublished By Ashiki
Published on: 20 Sept 2021 2:53 PM IST (Updated on: 20 Sept 2021 6:20 PM IST)
X

Raebareli News : सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र रायबरेली इन दिनों सुर्खियों में है़। वजह है़ यहां सपा की पूर्व सांसद स्व. फूलन देवी की मूर्ति स्थापना। सपाई जहां इसे लगाने के लिए प्रयासरत हैं वहीं हिंदू युवा वाहिनी से लेकर प्रशासन इस कोशिश को नाकाम करने के फिराक में। आज इस मूर्ति को स्थापित करने की तारीख है़, जिसको लेकर पुलिस की काफी चाक चौबंद व्यवस्था है़। हालांकि मूर्ति स्थापित करने के लिए बने चबूतरे को 6 दिन पूर्व ग्रामीणो ने तोड़ दिया था।

गौरतलब हो कि जिले के ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के खंडारीपुर में अनौपचारिक रूप से स्व. फूलन देवी की मूर्ति लगाने का प्रयास कर रहे हैं। 10-11 सितंबर को गांव में मूर्ति स्थापित करने के लिए चबूतरा बनकर तैयार हो गया था, 20 सितंबर को मूर्ति स्थापना की बात कही गई थी। ये खबर जब प्रशासन को हुई तो प्रशासन ने ग्राम प्रधान अनिल कुमार को हिदायत दिया कि गांव में ऐसा न होने दें इसलिए की परमीशन नही है़। दरअस्ल प्रशासन इसलिए भी मना कर रहा था कि हिंदू संगठनों में मूर्ति स्थापना को लेकर विरोध किया था।


हिंदू युवा वाहिनी के जिला संयोजक जितेंद्र सिंह ने बयान दिया था कि समाजवादी पार्टी के विधायक ऊंचाहार मनोज पाण्डेय और उनके प्रदेश सगंठन द्वारा जो 20 सितंबर को कुख्यात दस्यु सुंदरी डकैत फूलन देवी की मूर्ति लगवाने जा रहे हैं। ये कितना सही है? अगर आपको मूर्ति लगवानी ही है, तो एक देशभक्त के रूप मे तो आप निषादराज गुहा की लगवाईये, नही तो देश की स्वतंत्रता संग्राम मे अमर शहीद मंगल पांडेय, अशफाक उल्ला खान, चंद्रशेखर आजाद, शहीदे आजम भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, अब्दुल हमीद, की प्रतिमा लगवाईये। हम सब आपका स्वागत और सहयोग भी करेंगे।


प्रशासन की सख्ती के बाद 14 सितंबर को चबूतरा तोड़ दिया गया था। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना था कि इसे अराजकतत्वों ने नही ग्रामीणों ने तोड़ा है़। वहीं चबूतरा टूटने के बाद करणी सेना ने इसे राजपूतों की विजय बताया था। अब आज जब 20 सितंबर है़ तो जिला प्रशासन को इनपुट मिला की मूर्ति स्थापित हो सकती है़। इसको देखते हुए कई थानों की पुलिस और सर्किल के सीओ स्थिति पर नजर बनाए हुए हुए हैं। सख्त से सख्त सुरक्षा व्यवस्था कर रखी गई है। कोई भी असामाजिक तत्व मूर्ति की स्थापना न कर सके इसको लेकर प्रशासन की व्यवस्था चाक-चौबंद है।

बताया जा रहा है़ कि सपा के पिछड़ा वर्ग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल कश्यप द्वारा ग्राम जब्बारीपुर में पिछड़ा वर्ग को जोड़ने के लिए एक जनसभा का आयोजन किया गया था। इसी जनसभा आयोजन के साथ ही फूलन देवी की मूर्ति लगाने का भी प्रोग्राम समाजवादी पार्टी की तरफ से किया गया था। मगर प्रशासन की तरफ से अनुमति नही मिलने के कारण वह प्रोग्राम रद्द कर दिया गया है।



\
Ashiki

Ashiki

Next Story