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Raebareli News: सरकारी दवाएं सरकारी जांच में फेल, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
Raebareli News: जनपद रायबरेली में सरकारी दवाएं सरकारी जांच में फेल साबित हुई हैं जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
Raebareli News: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं (Health Services in Uttar Pradesh) बेहतर बनाने को लेकर जहां योगी सरकार (Yogi Sarkar) ने दवाओं की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाई और सरकारी कारपोरेशन द्वारा ही दवाओं को जिले में भेजने का कार्य किया। सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र (Constituencies of Sonia Gandhi) रायबरेली में कोरोना काल में कारपोरेशन द्वारा भेजी गई दवा के नमूने फेल होने पर विभाग में हड़कंप मच गया।
बता दें कि जिले में मरीजों को बांटी जाने वाली सरकारी दवाएं (government drugs) सरकारी जांच में ही फेल हो गई है। लखनऊ मेडिकल काउंसिल (Lucknow Medical Council) द्वारा जिले में सपलाई की गई करीब एक दर्जन से ज्यादा जीवन रक्षक दवाएं मेडिकल लैब टेस्ट में फेल हो गई है। इसके अलावा करीब एक दर्जन और दवाएं है जो एक्सपायर हो गई है। सीएमओ वीरेंद्र सिंह (CMO Virendra Singh) ने इन दवाओं के लिए शासन को पत्र लिखकर निर्देश मांगा है।
स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
वहीं अभी हाल ही के कुछ दिन पहले लालगंज के सीएचसी के बाहर कुछ दवाओं को जला दिया गया था जिसकी शिकायत भाजपा किसान नेता रमेश सिंह ने लालगंज के एसडीएम (Lalganj SDM) से की तो उन्होंने तुरंत पहुंच कर सीएमओ के साथ उन दवाओं को बोरी में भरा कर रखवा दिया जिसको लेकर दवाओं का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और बाहर पड़ी दवाओँ को इकट्ठा करके जांच शुरू की, जिसको लेकर सीएमओ (CMO) द्वारा जांच करने पर सीएससी अधीक्षक और फार्मासिस्ट और वार्ड बॉय पर कार्यवाही करते हुए उनको वहां से हटा दिया गया।
सरकार द्वारा भेजी गई मेडिकल कारपोरेशन से सप्लाई से दवाओं के नमूने फेल होने पर दवाओं पर संकट के बादल छा गए और मरीजों को बांटे जाने वाली जीवन रक्षक दवाएं समय से ना उपलब्ध होने पर मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं एसीएमओ अंशुमान सिंह की माने तो कुछ दवाएं मेडिकल लैब टेस्ट में फेल हुई हैं जिनको सुरक्षित जगह पर रखवा दिया गया है और दूसरी दवा मंगाकर मरीजों को वितरित की जा रही है। हमारे यहां दवाओं की कोई कमी नहीं है।
जीवन रक्षक दवाएं भी मानक के विपरीत
मेडिकल लैब टेस्ट (medical lab test) में जिन दवाओं को अधोमानक माना गया है उनमें सिफिक्ज़ीम लिवो सिट्रीज़ीन और अज़ीथ्रोमाईसीन जैसी जीवन रक्षक दवाएं व बच्चों के सिरप भी शामिल है। वहीं जेम पोर्टल (Jem Portal) से खरीदारी की गई कुर्सियां भी मानक के विपरीत देखने को मिलीं जिसको लेकर सीएमओ वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि इन्हें वापस कराने के लिए एक पत्र शासन को भेजने का काम किया जा रहा है, जल्द ही दूसरी कुर्सियां मंगाकर सीएचसी में भेजी जाएगी।
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