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Sitapur News: कब बहुरेंगे सीतापुर-बरेली हाईवे के दिन, गड्ढों से भरा है हाईवे
Sitapur News: इरा इंफ्रास्ट्रक्चर के ब्लैकलिस्टेड व काम छोड कर फरार होने के बाद पिछले वर्ष हाइवे निर्माण का ठेका आगरा की एक कंपनी को सात सौ करोड़ में दिया गया था।
Sitapur News: एनएच 24 हाईवे की सड़क पर लोग डर-डर कर सफर कर रहे हैं। दोपहिया वाहन तो आए दिन सड़क पर बने गड्ढों में गिर जाते हैं। पिछले साल हाइवे निर्माण का ठेका आगरा की एक कंपनी को सात सौ करोड़ में दिया गया था। लेकिन कंपनी ने अभी तक सड़क निर्माण का काम पूरा नहीं किया है।
बीते एक दशक से अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे सीतापुर बरेली हाइवे के दिन बहुरते नहीं दिख रहे हैं। बताते चलें कि इरा इंफ्रास्ट्रक्चर के ब्लैकलिस्टेड व काम छोड कर फरार होने के बाद पिछले वर्ष हाइवे निर्माण का ठेका आगरा की एक कंपनी को सात सौ करोड़ में दिया गया था।
पहले सर्दी फिर लॉकडाउन लगने के कारण काम बाधित रहा। लेकिन लॉकडाउन हटने के बाद भी निर्माण कार्य सुचारू रूप से शुरू नहीं कराया गया। जानकारों की मानें तो सड़क निर्माण का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून तक होता है। लेकिन जून निकल गया है, बरसात की शुरुआत हो चुकी है। ओवरब्रिज और सड़क की कौन कहे सड़कों पर गढ्ढे जस के तस हैं। उन्हें भरवाया तक नहीं गया है। जिससे सफर खतरनाक साबित हो रहा है। अब बरसात की वजह से कई महीनों तक हाईवे निर्माण का कार्य लटकता नजर आ रहा है।
जगह-जगह बने एक्सीडेंटल जोन
महोली की सीमा में पड़ने वाले नेरी, कारेदेव बाबा मोड़, महोली बाइपास, नई तहसील से बरसोहिया गांव के बीच, रिछाई चौराहा, हेमपुर रेलवे क्रासिंग सहित अन्य कई स्थान एक्सीडेंटल जोन बन चुके हैं। जहां अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। बहरहाल जनप्रतिनिधियों की अनदेखी तथा अफसरशाही की लापरवाही का खामियाजा आमजनता को लंबे समय तक भुगतना पड़ सकता है।
क्या कहते हैं सफर करने वाले लोग
एनएच 24 हाईवे पर सफर करने वाले लोगों का कहना है कि हम लोग इस मार्ग पर जब भी सफर करते हैं तो जान का खतरा लगातार बना रहता है। कई बार गड्ढों की वजह से गाड़ियां पलट चुकी है और तमाम लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। लेकिन सरकार कोई इस ओर ध्यान नही दे रही है। सरकार को चाहिए कि जल्द जल्द मार्ग को दुरुस्त करवाये जिससे हम लोगों को सफर करने में आसानी हो सके और कोई सड़क दर्घटना न हो।