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Sitapur Crime News: ऑनलाइन गेम के चक्कर में बच्चों ने घर में की चोरी, उड़ाए नकद व महंगे गहने

बच्चों ने गेम खेलने की लत के वजह से उसने अपने घर में रखें नकदी पैसे व गहने को बेच डाले व उस पैसे से अपने गेम को मोडिफाइ कराया..

Sami Ahmed
Report Sami AhmedPublished By Deepak Raj
Published on: 14 Aug 2021 4:20 PM GMT
Sidhauli police station
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सिधौली थाना ,जनपद सीतापुर

Sitapur Crime News: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में ऑनलाइन फ्री फायर गेम के चक्कर मे बच्चों ने अपने ही घर चोरी की औऱ घर की अलमारी में रखी नकChildren'sदी व गहने चोरी कर लिए। मामले का खुलासा तब हुआ जब सिधौली पुलिस ने चोरी की इस घटना की छानबीन की। इस मामले में परिजनो ने कार्रवाई न करने का लिखित प्रार्थना पत्र पुलिस को दिया है। जिसके चलते पुलिस ने बच्चों को चेतावनी देकर छोड़ दिया।


सिधौली थाना


इंटरनेट की दुनिया में फ्री फायर गेम काफी चर्चित

सीतापुर के सिधौली कोतवाली इलाके के गांधीनगर मोहल्ले की रहने वाली एक महिला रागिनी ने सिधौली कोतवाली में घर की अलमारी में रखी ज्वेलरी व 85 हजार की नगदी चोरी होने का मुकदमा 20 अगस्त को दर्ज कराया था। इस मामले में सिधौली पुलिस ने तफ्तीश शुरू की। कोतवाल आलोकमणि त्रिपाठी को क्लू मिलते ही खुद पड़ताल की। तो परत दर परत खुलती चली गई। दरअसल जिस अलमारी से घर में गहने और रुपए चोरी हुए थे उसी को देख कर तफ्तीश में यह पता चला कि कोई अंदर का व्यक्ति ही वारदात में शामिल है।


प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स-सोशल मीडिया)


वहां किसी बाहरी का पहुंचना मुमकिन नहीं था। पुलिस को इस मामले में पहले दो किराएदार युवतियों की भूमिका संदिग्ध लगी। लेकिन बाद में महिला के ही घर के दोनों नाबालिग बच्चे ही पुलिस के निशाने पर आये। इन बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखी गई तो यह पता चला कि दोनों मोबाइल में ऑनलाइन गेम खेलने के आदी है। दोनों बच्चों से पूछताछ की गई तो पता चला कि फ्री फायर गेम में सहूलियते हासिल करने के लिए बच्चों ने ही घर में चोरी कर अपने एक दोस्त को पैसा दिया है।

बच्चो ने स्वीकार की चोरी की वारदात

सिधौली के ही निवासी इन बच्चों के नाबालिक दोस्त से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तब पता चला कि राजस्थान के रहने वाले एक लड़के को यह धनराशि बैंक में ट्रांसफर की है इसके बाद पूरा खेल सामने आया। सिधौली कोतवाली के एसएचओ आलोक मणि त्रिपाठी ने बच्चों से बात की तो सभी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। एसएचओ ने बताया राजस्थान के रहने वाले एक नाबालिग दोस्त के खाते में गई धनराशि पुलिस ने वापस कराई है और गहने भी बरामद किए।

पुलिस ने बच्चो के अभिभावकों को समझाया

पुलिस ने बच्चों के अभिभावकों को समझाया कि बच्चों पर नजर रखें और ऑनलाइन गेम के दौरान अपने बच्चों की गतिविधियों पर विशेष नजर बनाए रहे कि कोई बच्चा गलत दिशा में तो नहीं जा रहा। जितने भी इंटरनेट से जुड़े उपकरण है जब बच्चे उन्हें इस्तेमाल करें तो विशेष नजर बनाए रखें जिससे वह गलत न कर सके।

Deepak Raj

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