Sitapur News: एसडीएम ने उजाड़ा दिव्यांग का आशियाना, विधायक ने शुरू कराया निर्माण

Sitapur News: यूपी के सीतापुर में एसडीएम महोली ने एक दिव्यांग के आशियाने को उजाड़ दिया। यह कार्रवाई दिव्यांग के द्वारा ग्राम समाज की जमीन पर कब्जे को लेकर की गई है।

Sami Ahmed
Report Sami AhmedPublished By Shreya
Published on: 5 Sep 2021 8:11 AM GMT
Sitapur News: एसडीएम ने उजाड़ा दिव्यांग का आशियाना, विधायक ने शुरू कराया निर्माण
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(फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Sitapur News: यूपी के सीतापुर में महोली तहसील प्रशासन की तानाशाही का एक मामला सामने आया है। जिसमें एसडीएम (SDM) महोली ने एक दिव्यांग के आशियाने को उजाड़ दिया। तहसील प्रशासन ने यह कार्रवाई दिव्यांग के द्वारा ग्राम समाज की जमीन पर कब्जे को लेकर की है। जबकि दिव्यांग का कहना है कि वह 25 सालों से उसी जमीन पर काबिज है और उसके द्वारा उस जमीन की रजिस्ट्री कराई गई है। तहसील प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद दिव्यांग का परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं।

मामला विकास क्षेत्र की ग्राम पंचायत पकरिया पाण्डेय गांव का है। यहां पर पंचायत भवन बनाये जाने के लिये के तत्कालीन क्षेत्रीय लेखपाल धीरेंद्र प्रताप (Lekhpal Dhirendra Pratap) ने पंचायत भवन बनाये की लिये प्रस्ताव किया था। लेकिन गांव में पंचायत भवन निर्माण के लिये जमीन नहीं मिल रही थी। जिसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई, जिस पर महोली एसडीएम पंकज प्रकाश राठौर (Pankaj Prakash Rathore) पुलिस बस के साथ गांव पहुंचे और यहां पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही कर दीवार गिरवा दी और कब्जा धारकों को पुलिस हिरासत में भेज दिया।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

इसके बाद ग्राम पंचायत अधिकारी आनंद कुमार ने उस जगह पर पंचायत भवन निर्माण की लिये ईंट मौरंग सीमेंट ले जाकर पंचायत भवन निर्माण शुरू करा दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस जमीन पर गांव के निवासी दिव्यांग अनुज पुत्र कन्हैयालाल परिवार समेत दीवार पर छप्पर डाल कर 25 साल से रह रहे थे। लेकिन SDM की इस कार्रवाई के बाद उनके सिर से छत छीन गई।

लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

दूसरी ओर जैसे ही इस मामले की जानकारी बीजेपी क्षेत्रीय विधायक शशांक त्रिवेदी को हुई वह तत्काल मौके पर पहुंचे और दिव्यांग का हाल ही नहीं जाना बल्कि मौके पर बैठकर दिव्यांग का आशियाना बनवाने लगे। विधायक ने नाराजगी व्यक्त करते हुए मौके पर पहुंच कर कब्जा धारक को जमीन पर पुनः कब्जा करा कर पंचायत भवन निर्माण के लिए गई सामग्री से दीवार निर्माण करा दिया।

विधायक ने बताया अवैध कब्जा था, फिर भी बिना नोटिस के गरीब का घर गिराया गया है। उन्होंने बताया पहले गरीब को छत छीनने से पहले गरीब को छत देनी चहिए थी। उन्होंने कहा कि बारिश का समय है, मिट्टी गिर रही है, पीड़ित गरीब व दिव्यांग भी है और छोटे छोटे बच्चे है, वे कहां रहेंगे। बीजेपी MLA का कहना है कि पूरे प्रकरण से शासन व प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। जांच कराकर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।

एसडीएम ने कही यह बात

वहीं जब इस मामले पर एसडीएम महोली पंकज राठौर से बात की गई तो उन्होंने बताया की वह नवीन परती की सरकारी जमीन थी। उसका जो अपना घर है वह गांव के अंदर बना हुआ है। इस जगह पर केवल वह पशु बड़ा बनाए हुए था। इस जमीन का प्रस्ताव पंचायत भवन के लिए हो चुका है। एक माह पहले उन्हें बता दिया गया था खाली करने के लिए। गरीबी की हालत देखते हुए हमने उन्हें दूसरी जगह जमीन भी दे दी है।

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