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UP Muharram: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने मुख्य सचिव से मांगा स्पष्टीकरण, DGP के लेटर पर सवाल
UP Muharram: यूपी में मोहर्रम(Muharram) को लेकर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक के द्वारा जारी दिशा निर्देश पर हंगामा होना शुरू हो गया है।
UP Muharram: उत्तर प्रदेश में मोहर्रम(Muharram) को लेकर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक के द्वारा जारी दिशा निर्देश पर हंगामा होना शुरू हो गया है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र जारी करते हुए इस पर आपत्ति जताई है।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के ज्वाइंट सेक्रेट्री की तरफ से जारी पत्र में उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव से तीन बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने डीजीपी के द्वारा जारी पत्र पर स्वत संज्ञान लेते हुए इस पर कार्रवाई की है और आयोग के उपाध्यक्ष द्वारा तीन बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
यूपी मोहर्रम गाइडलाइन पर विवाद (UP Muharram Vivad)
आपको याद होगा कि उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल द्वारा दिनांक 31 जुलाई को एक पत्र जारी करते हुए पूरे प्रदेश के पुलिस कमिश्नरों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और जिले के कप्तानों को निर्देश जारी किया गया था कि उत्तर प्रदेश में आगामी त्यौहारों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के तमाम इंतजाम किए जाएं। साथ ही साथ में 18 अगस्त को होने वाले मोहर्रम के त्यौहार के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरतने की बात कही गई थी।
मोहर्रम पर प्रदेश में कोरोना के खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने आगामी त्योहारों को लेकर खास दिशा निर्देश जारी किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि त्योहारी जश्न को मनाने के लिए अनावश्यक भीड़भाड़ न इकट्ठा करें, जिससे कोरोनावायरस का खतरा बढ़े।
जारी निर्देश में उन्होंने कहा था कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि कोरोनावायरस से बचने के लिए हर हाल में कोरोना की गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित कराया जाय।
डीजीपी ने कहा कि इसके लिए सभी थाना क्षेत्रों में पीस कमेटी की बैठक में आयोजित करके लोगों से सहयोग करने की अपील की जाए। इसके साथ ही साथ कार्यक्रमों का आयोजन करके विभिन्न धर्मों और संप्रदाय के लोगों से मदद करने को कहा जाय।
पुलिस महानिदेशक ने कहा था कि हर इलाकों में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती करते हुए डॉग स्क्वायड, बम स्क्वॉयड जैसे संसाधनों की मदद लेकर सघन चेकिंग अभियान भी चलाया जाए।