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योगी के ट्वीट पर AAP के CYSS विंग के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे ने बोला हमला, कहा- 'यह यूपी के गुंडों की भाषा है'
प्रदेश के युवाओं को लेकर किए गए एक ट्वीट पर AAP के सीवाईएसएस विंग के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे ने योगी पर हमला बोला है
लखनऊ : प्रदेश के युवाओं को लेकर किए गए एक ट्वीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) के सीवाईएसएस विंग के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे (Vanshraj Dubey) ने उन पर करारा हमला बोला है। गुरुवार को मीडिया को जारी एक बयान में वंशराज दुबे ने सीएम के ट्वीट की भाषा को लेकर उन पर निशाना साधा। उन्होंने इसे उच्च संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति नहीं, बल्कि गुंडों की भाषा करार दिया।
'यह यूपी के गुंडों की भाषा है'
वंशराज दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री ट्वीट करके कह रहे हैं कि 'प्रदेश के युवाओं से मेरी अपील है कि वह किसी के बहकावे में न आएं। आज कोई गलत नहीं कर सकता। जिसको अपनी प्रॉपर्टी जब्त करवानी हो, वह गलत कार्य करे।'
वंशराज दुबे ने प्रापर्टी जब्त करने की बात को युवाओं के लिए धमकी बताया। उन्होंने कहा कि 'इस सरकार में युवा योग्य होने के बाद जब अपने लिए रोजगार मांगने सड़क पर उतराता है, तो उसे लाठियां और गालियां मिलती हैं। अब तो मुख्यमंत्री भी खुलेआम युवाओं को नौकरियां मांगने और अपने हक के लिए आवाज उठाने पर प्रापर्टी जब्त करने की धमकी दे रहे हैं। यह यूपी के गुंडों की भाषा है, इसे एक मुख्यमंत्री का वक्तव्य माना ही नहीं जा सकता।'
'सरकार की विदाई तय'
वंशराज दुबे ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश के जिन युवाओं ने कतारों में लगकर वोट देकर योगी आदित्यनाथ को यूपी की सत्ता के शिखर पर पहुंचाया है, उनके लिए वह ऐसी भाषा का प्रयोग कैसे कर सकते हैं।'
वंशराज दुबे ने कहा कि 'प्रदेश का हर युवा उनके ये बिगड़े बोल सुन रहा है। आने वाले विधानसभा चुनाव में वह इसका जवाब उन्हें अपने वोट से देगा। 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी हों, या दारोगा और वीडीओ के अभ्यर्थी सरकार की चौखट पर न्याय मांगने पर उन पर लाठियां बरसाई जा रही हैं। मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। योगी सरकार इसके बाद भी विज्ञापनों में झूठे आंकड़े पेश करके अपना चेहरा चमकाने में जुटी हुई है। कोई उसके झूठ के खिलाफ आवाज न उठाए इसके लिए अब सीएम ट्वीटर पर खुलेआम प्रदेश के युवाओं से अपील के बहाने उन्हें धमकाने का काम कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के युवाओं में इस सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश है। छह महीने बाद इस सरकार की विदाई तय है।