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Ayodhya Land Case : 20 लाख की जमीन 2.5 करोड़ में बेचने पर घिरे मेयर, कांग्रेस का गंभीर आरोप

अभी 2.5 करोड़ की जमीन 18.50 करोड़ में ट्रस्ट को बेचने का मामला चल रहा था कि एक नया विवाद खड़ा हो गया है। ये आरोप अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भांजे दीप नारायण पर है।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 20 Jun 2021 12:37 PM GMT (Updated on: 20 Jun 2021 12:38 PM GMT)
Ram temple
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राम मंदिर की फोटो- प्रतीकात्मक(सोशल मीडिया)

अयोध्या में जमीन खरीद एक नया मामला सामने आ गया है। अभी 2.5 करोड़ की जमीन खरीदकर 5 मिनट के अंदर 18.50 करोड़ में ट्रस्ट को बेचने का मामला चल रहा था कि एक नया विवाद खड़ा हो गया। ये आरोप अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भांजे दीप नारायण पर है। मेयर के भांजे पर जो आरोप लगे हैं उसके मुताबिक 20 लाख की जमीन खरीदकर ढाई महीने में उसे 2.5 करोड़ में बेच दी गई। इस मामले पर अयोध्या के महंत देवेंद्र प्रसाद आचार्य ने आरोप लगाया है कि मेयर खुद उनसे राम मंदिर के नाम पर जमीन मांगने आए थे, हालांकि, मेयर ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।

क्या है आरोप?

दरअसल महंत देवेंद्र प्रसाद 20 लाख रुपये में दीपनारायण उपाध्याय को जमीन बेचते हैं। 20 फरवरी 2021 को ये सौदा होता है, गवाह के तौर पर वेद नारायण पांडे और पवन तिवारी मौजूद होते हैं। इसके बाद दीपनारायण उपाध्याय राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट को ये जमीन 2.5 करोड़ रुपये में बेचते हैं। ये सौदा 11 मई 2021 को होता है और गवाह के तौर पर अनिल मिश्रा (राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य) और राजकुमार दास होते हैं। जमीन 890 वर्ग मीटर की है, करीब 12 गुणा अधिक कीमत पर जमीन बेची गई।

अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्या और उनका भांजा दीपनारायण, साभार-सोशल मीडिया

कांग्रेस का आरोप

वहीं एक के बाद एक हो रहे खुलासे को लेकर कांग्रेस, सपा और आम आदमी पार्टी ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन का आदेश किया था और उस ट्रस्ट में प्रधानमंत्री जी ने चंपत राय व डॉ अनिल मिश्रा जैसे लोगों को नामित किया था। ऐसे लोगों को तत्काल माननीय सर्वोच्च न्यायालय बाहर का रास्ता दिखाए और इन सबके एकाउंट और अन्य आय की जांच हो और जो यह चंदे की लूट हुई है इसकी रिकवरी हो। उन्होंने कहा इन लोगों ने करोड़ों देशवासियों के आस्था पर चोट पहुंचाई है। जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी उनसे जुड़े संगठन RSS और विश्व हिंदू परिषद जिम्मेदार हैं।

आम आदमी पार्टी ने क्या कहा?

आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने कहा, "प्रभु श्रीराम के मंदिर के लिए करोड़ों रामभक्त चंदा दे रहे हैं। अपना पेट काटकर लोग प्रभु श्रीराम के लिए चंदा दे रहे हैं, लेकिन उस मंदिर के निर्माण में अगर रोक लगी है तो बीजेपी नेताओं की चंदा चोरी की वजह से और यही बात मैं कई दिनों से कह रहा हूं। बीजेपी के नेता चंदा चोरी कर रहे हैं, भ्रष्टाचार कर रहे हैं। ये जमीन खरीदी है भारतीय जनता पार्टी के मेयर ऋषिकेष उपाध्याय के भतीजे दीपनारायण उपाध्याय ने, ये जमीन 20 फरवरी को खरीदी गई और इस जमीन की कीमत है बीस लाख रुपये...आपको जानकर हैरानी होगी कि 11 मई को यही जमीन मेयर के भतीजे ने 2.5 करोड़ रुपये में राम जन्मभूमि ट्रस्ट को बेची।

आप सांसद संजय सिंह, साभार-सोशल मीडिया

वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर मंदिर निर्माण के चंदे पर सवाल पूछा है।


Rahul Singh Rajpoot

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