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Ayodhya News: डाॅ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने जारी की परीक्षा की गाइडलाइन

Ayodhya News: डाॅ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोरोना संक्रमण काल कम होने के बाद सम्बद्ध महाविद्यालयों की 21 जुलाई से होने वाली परीक्षा के सम्बन्ध गाइडलाइन जारी कर दी है।

NathBux Singh
Report NathBux SinghPublished By Shweta
Published on: 19 Jun 2021 8:21 PM IST
कॉन्सेप्ट फोटो
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कॉन्सेप्ट फोटो ( फोटो सौजन्य से सोशल मीडिया)

Ayodhya News: डाॅ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोरोना संक्रमण काल कम होने के बाद सम्बद्ध महाविद्यालयों की 21 जुलाई से होने वाली परीक्षा के सम्बन्ध गाइडलाइन जारी कर दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रदेश शासन के दिशा-निर्देश के क्रम में स्नातक तृतीय वर्ष तथा परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 21 जुलाई से 13 अगस्त, के मध्य सम्पादित करायी जायेगी। विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर प्रातः 9 से 10.30 बजे तक एवं सायं 3 से 04.30 तक दो पालियों में डेढ़ घण्टे की समयावधि में परम्परागत रूप में परीक्षाएं सम्पादित कराई जायेगी।

स्नातक प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं को द्वितीय वर्ष में प्रोन्नत किया जायेगा तथा वर्ष 2022 में होने वाली उनकी द्वितीय वर्ष की परीक्षा के अंकों के आधार पर अन्तर्वेशन से उनके प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम तथा अंक निर्धारित किया जायेंगे। स्नातक द्वितीय वर्ष के छात्र छात्राओं को तृतीय वर्ष में प्रोन्नत किया जायेगा तथा वर्ष 2020 के प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम के आधार पर द्वितीय वर्ष का परीक्षा परिणाम निर्धारित किया जायेगा। परास्नातक प्रथम के छात्र-छात्राओं को अंतिम वर्ष में प्रोन्नत किया जायेगा तथा वर्ष 2022 में सम्पन्न होने वाली उनकी परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा के आधार पर उन्हे अन्तर्वेशन से परास्नातक प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम तथा अंक निर्धारित किये जायेंगे।

विश्वविद्यालय द्वारा प्रश्नों की संख्या अनुपातिक रूप से निर्धारित की जायेगी, यद्यपि पूर्णाक परिवर्तित नहीं किया जायेगा। प्रायोगिक परीक्षा के अंक छात्रों की लिखित परीक्षा के अंकों के आधार पर दिये जायेंगे। मौखिक परीक्षा सेमिनार, शार्ट टेस्ट आनलाइन माध्यम से कराई जा सकती है। ऐसे छात्र-छात्राएं जो उपर्युक्त व्यवस्था से घोषित परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे। वे वर्ष 2021-2022 में आयोजित होने वाले बैक पेपर परीक्षा अथवा वर्ष 2023 में आयोजित होने वाली परीक्षा में सम्मिलित होकर अंकों में सुधार करने का अवसर प्राप्त कर सकते है। परीक्षा के दौरान कोविड-19 से बचाव हेतु केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वार जारी समस्त दिशा-निर्देशों, प्रोटोकाल एवं सोशल डिस्टेन्सिंग का अनुपालन कड़ाई से किया जाना अनिवार्य होगा।

परीक्षा कक्षों में छात्र-छात्राओं को बैठने की व्यवस्था सोशल डिस्टेन्सिंग के मानक के अनुरूप कड़ाई से सुनिश्चित किया जाये। परीक्षा कक्ष हवादार हो तथा खिड़कियों एवं रोशनदान खोलकर परीक्षा सम्पादित करायी जाये। परीक्षा प्रारम्भ होने के पहले एवं समाप्ति के उपरान्त परीक्षा कक्षों के सैनेटाइजेशन की व्यवस्था तथा परीक्षा कक्ष में छात्र-छात्राओं के प्रवेश के पहले हैण्डवाश, थर्मल स्कैनिंग एवं फेस मास्क की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय। यदि कोई परीक्षार्थी कोरोना संक्रमण के कारण परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाता है, तो ऐसी दशा में परीक्षार्थी को उस विषय के प्रश्नपत्र की विशेष परीक्षा में सम्मिलित होने के लिये अवसर दिया सकता है, जो विश्वविद्यालय की सुविधानुसार आयोजित की जायेगी, जिससे परीक्षार्थी को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

विश्वविद्यालय द्वारा अगस्त, 2021 तक परीक्षाफल घोषित करने की योजना सुनिश्चित की गयी है, जिससे 13 सितम्बर से शैक्षणिक सत्र 2021-22 से प्रारम्भ किया जा सके। उपरोक्त प्राविधान केवल एक बार वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिये ही लागू होगा। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक उमानाथ ने बताया कि कुलपति रविशंकर सिंह के आदेश के अनुपालन में सम्बद्ध महाविद्यालयों को शैक्षणिक सत्र 2020-21 की मुख्य परीक्षा के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश प्रदान कर दिए गए है। महाविद्यालयों से अपेक्षा की गई है कि परीक्षार्थियों संसूचित करना सुनिश्चित करें।



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