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राम मंदिर के लिए मीरजापुर के पत्थरों से होगा बेस निर्माण, अक्टूबर माह से शुरू होगा कार्य

राम मंदिर निर्माण के लिए पांचवी लेयर का काम तेज हो गया है। जबकि बुनियाद की 4 लेयर पूरी हो चुकी है।

NathBux Singh
Published on: 5 Jun 2021 1:31 PM GMT
Ram Mandir Construction
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अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में जुटे श्रमिक (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Ayodhya News: राम मंदिर निर्माण के लिए पांचवी लेयर का काम तेज हो गया है। जबकि बुनियाद की 4 लेयर पूरी हो चुकी है। राम मंदिर निर्माण के लिए रामसेवकपुरम कार्यशाला में लगे कटिंग मशीन को शुरू करने के लिए राजस्थान से कारीगर अयोध्या पहुंचे हैं। तो वहीं जल्द ही मंदिर निर्माण करने वाले आर्किटेक्ट सोनपुरा व उनकी टीम भी अयोध्या पहुंचेंगे। इसके बाद पत्थरों की तरासी का कार्य भी प्रारंभ कर दिया जाएगा।

अक्टूबर से प्रारंभ होगा मंदिर के बेस का कार्य

राम जन्मभूमि परिसर में ग्राउंड इंप्रूवमेंट का कार्य की गति को तेज करते हुए दो शिफ्ट में लगातार 40 फुट तक की गई गड्ढे की खुदाई को भरने का कार्य किया जा रहा है। राम मंदिर आर्किटेक्ट के मुताबिक ग्राउंड इंप्रूवमेंट को अक्टूबर माह तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद मंदिर के बेस व निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। बेस के लिए मीरजापुर के पत्थरों का प्रयोग होगा तो वहीं राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के पिंक स्टोन पर कलाकृतियों के तरासी कर लगाए जाएंगे, जिसके लिए अयोध्या सहित राजस्थान में भी कार्यशाला प्रारंभ होगी।


मंदिर निर्माण के लिए लगभग 40 प्रतिशत कार्य पूरा किया जा चुका है, तो वहीं अभी मंदिर निर्माण के लिए बड़ी मात्रा में पत्थरों की कटाई और तरासी का कार्य किया जाना है। इसके लिए अयोध्या के राम सेवकपुरम व राम जन्मभूमि परिसर में कार्यशाला प्रारंभ की जाएगी। पूर्व में चल रहे कार्यशाला में लगी मशीनों की साफ-सफाई की जा रही हैं तथा मशीनों को सही करने के लिए राजस्थान से कारीगर अयोध्या पहुंचे हैं। 2 दिनों से चल रही कार्य के बाद मशीनों के कुछ पार्ट को लाने के लिए राजस्थान जाना पड़ा है, जल्द ही इन कार्यों को पूरा कर मशीनों के कार्य को प्रारंभ कर दिया जाएगा। इसी के साथ राम मंदिर निर्माण कर रहे आर्किटेक्ट सोनपुरा की टीम के इंजीनियर व वर्कर भी अयोध्या पहुंच रहे हैं।

श्री रामलला को गर्मी से राहत दिलाने को मंदिर में लगा एसी


अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य दिन-रात तेजी के साथ चल रहा है। इस बीच गर्मी के मौसम में अब 28 साल बाद अस्थायी मंदिर में रामलला के लिए एसी की भी व्यवस्था की गई है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यकाल में रामलला के राग-भोग, पूजा-पाठ पर खर्च की जाने वाली धनराशि भी बढ़ा दी गई है। बता दें कि राममंदिर के हक में फैसले आने के पूर्व रामजन्मभूमि परिसर से लेकर टेंट में विराजमान रामलला के प्रबंधन की सारी व्यवस्था रिसीवर के हाथों में थी। फैसले आने के बाद अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट रामलला के प्रबंधन का जिम्मा संभाल रहा है।

ट्रस्ट के कार्यकाल में श्री रामलला के पूजा-भोग की धनराशि बढ़ी है। पहले प्रतिमाह 30 और अब करीब 42 हजार खर्च किए जा रहे हैं। रामजन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि ट्रस्ट के कार्यकाल में रामलला के राग-भोग, पूजा से लेकर समस्त व्यवस्थाओं में काफी सुधार हुआ है। वेतन के अलावा रामलला के भोग के लिए पहले 30 हजार प्रतिमाह सरकार से प्राप्त होते थे। ट्रस्ट के कार्यकाल में अब 40 से 42 हजार प्रति माह रामलला के भोग पर खर्च किए जा रहे हैं।

Raghvendra Prasad Mishra

Raghvendra Prasad Mishra

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