×

Ayodhya Ram Mandir: रामजन्म भूमि खरीद मामले में संघ की जांच शुरू, सह सरकार्यवाह ने जुटाए दस्तावेज

Ayodhya Ram Mandir Land Scam: अयोध्या में भगवान श्रीराम के जन्म स्थान पर बनने वाले मंदिर के लिए जमीन खरीद मे हुए घोटाले के आरोप की जांच राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने अपने स्तर पर शुरू कर दी है।

Akhilesh Tiwari
Written By Akhilesh TiwariPublished By Shivani
Published on: 19 Jun 2021 12:04 PM GMT
अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण
X

राम मंदिर का मॉडल (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Ayodhya Ram Mandir Land Scam: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (Ram Janam Bhoomi Tirtha) के लिए जमीन खरीद में घोटाले (Land Purchase Scam) के आरोप की जांच राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) ने अपने स्तर पर शुरू कर दी है। संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल (Dr. Krishna Gopal) ने अयोध्या पहुंचकर ट्रस्ट (Ram Mandir Trust) के महासचिव व अन्य पदाधिकारियों से मुलाकात की है। जमीन खरीद से संबंधित दस्तावेज लेकर वह वापस लौट गए हैं।

राम मंदिर के लिए दो करोड़ की जमीन साढ़े 18 करोड़ में खरीदने का आरोप

अयोध्या में भगवान श्रीराम के जन्म स्थान पर बनने वाले मंदिर के लिए जमीन खरीद का मामला गंभीर होता दिखाई दे रहा है। दो करोड़ की जमीन साढ़े 18 करोड़ में खरीदने संबंधी आरोप पर तो ट्रस्ट व संघ के लोगों ने यह कहकर बचाव कर लिया कि अयोध्या में जमीन के भाव अधिक हो गए हैं लेकिन 18 मार्च 2021 को बेहतर लोकेशन की बराबर रकबा वाली जमीन महज आठ करोड़ में ट्रस्ट की ओर से रजिस्ट्री कराने का मामला सामने आने के बाद घोटाले का आरोप लगाने वालों को नई शक्ति मिल गई है।

मंदिर जमीन घोटाले में नई जानकारी

नई जानकारी के अनुसार, मंदिर ट्रस्ट ने एक ही दिन हरीश पाठक व कुसुम पाठक की दो जमीन खरीदी है। एक जमीन हरीश पाठक व कुसुम पाठक ने सीधे ट्रस्ट को रजिस्ट्री की है। इसकी कीमत ट्रस्ट की ओर से उन्हें आठ करोड़ रुपये दी गई है। दूसरी जमीन भी जो हरीश पाठक व कुसुम पाठक ने सुल्तान अंसारी व रवि मोहन तिवारी को दो करोड़ में बेची है वह ट्रस्ट ने साढ़े 18 करोड़ खरीदी है। जबकि दोनों ही जमीन का रकबा समान है और ट्रस्ट ने हरीश पाठक व कुसुम पाठक से जो जमीन ली है उसकी लोकेशन बेहतर है। वह जमीन मेन रोड पर है और जबकि महंगी वाली जमीन तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं है।



सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल

जमीन खरीद मामले में नए तथ्यों के उजागर होने के बाद अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी सक्रिय हो गया है। संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे थे। उन्होंने ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, पदेन ट्रस्टी व जिलाधिकारी अनुज झा, ट्रस्टी व जमीन खरीद मामले में गवाह डॉ अनिल मिश्र से मुलाकात की है। बताया जा रहा है यह मुलाकात बेहद गोपनीय रही है। बताया जाता है कि कारसेवक पुरम में हुई मुलाकात के दौरान उन्होंने जमीन खरीद से संबंधित कागजात भी देखे हैं । कुछ जरूरी दस्तावेज की फोटो कॉपी भी अपने साथ ले गए हैं। अयोध्या में उनके कई अन्य संतों व बिहार धर्मदा बोर्ड के सदस्य किशोर कुणाल से भी मुलाकात की है।
Shivani

Shivani

Next Story