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Ayodhya News: दीपोत्सव के मद्देनजर एडीजी लखनऊ जोन एस बी शिरोडकर ने किया अयोध्या का निरीक्षण

Ayodhya News: एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरोडकर ने कहा है कि दीपोत्सव हमेशा से महत्वपूर्ण प्रोग्राम रहा है, प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला है दीपोत्सव है इसलिए इसका विशेष महत्व है।

NathBux Singh
Published on: 25 Oct 2024 5:56 PM IST
Ayodhya News ( Pic- News Track)
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Ayodhya News ( Pic- News Track)

Ayodhya News: दीपोत्सव के मद्देनजर एडीजी लखनऊ जोन एस बी शिरोडकर ने अयोध्या का निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा अधिकारियों के साथ दीपोत्सव स्थल राम की पैड़ी, राम कथा पार्क और अयोध्या के प्रमुख संवेदनशील स्थानों का स्थलीय निरीक्षण किया।एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरोडकर ने कहा है कि दीपोत्सव हमेशा से महत्वपूर्ण प्रोग्राम रहा है, प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला है दीपोत्सव है इसलिए इसका विशेष महत्व है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के उम्मीद के साथ तैयारी की जा रही है। मुख्य रूप से क्राउड कंट्रोल और आतिशबाजी सुरक्षित ढंग से संपन्न कराने का कार्यक्रम है। पूर्व की भांति सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस पहले बड़े आयोजन में श्रद्धालुओं की आमद का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है और उसी लिहाज से प्रशासन और पुलिस दोनों तैयारी कर रहे हैं। सुरक्षा में तैनात सुरक्षा वालों की प्रॉपर ब्रीफिंग होगी, रिहर्सल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर पहले ही तैयारी शुरू कर दी गई है। इसे सुरक्षा कारणों से साझा नहीं किया जा सकता है। हम प्रयासरत हैं कि पूरे पर्व और त्योहार को सुरक्षित ढंग से मनाएं। बाहर से आने वाले विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा में कोई कमी ना आए।

गिलहरी की भांति पूरे मनोयोग से करें दीपोत्सव में भागीदारी

अयोध्या। डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने दीपोत्सव के वालंटियर, घाट समन्वयकों एवं प्रभारियों से कहा कि हम सभी प्रभु श्रीराम के भक्त हैं। गिलहरी की भांति पूरे मनोयोग दीपोत्सव में भागीदारी करें। आप सभी के सहयोग से पुनः दीपोत्सव को सफल बनायेंगे। यह बाते उन्होंने शुक्रवार को डा. राममनोहर अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में जिला प्रशासन के संयुक्त अंतिम प्रशिक्षण बैठक कही।

कुलपति ने कहा कि इस बार 25 लाख दीयों को प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य दिया गया है। यहां उपस्थित वालंटियर का उत्साह बता रहा है कि लक्ष्य को आसानी प्राप्त करते हुए पिछला रिकार्ड तोडते हुए एक नया विश्व रिकार्ड बनायेंगे। उन्होंने वालंटियर से कहा कि हम सभी दीपोत्सव में दीए जलाने का कार्य करते हैं। यही दीया हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है और यही विद्यार्थी की मनोकामना भी होती है।अवध विवि कुलपति ने बताया कि एक विद्यार्थी के रूप में प्रभु श्रीराम से यहीं कामना करते हैं कि वे हमें अंधेरे से उजाले की ओर ले चले। उन्होंने कहा कि श्रीराम हम सभी के आराध्य हैं। उनके आगमन का उत्सव है। हम सभी इनकी सेना हैं। भव्य तरीके से प्रभु श्रीराम का स्वागत करें दीपावली व दीपोत्सव को भव्य बनायें।

कुलपति ने कहा कि दीपोत्सव को सफल बनाने का हम सभी का नैतिक दायित्व है। मन में प्रभु श्रीराम को रखकर यदि कार्य करेंगे, तो सफलता मिलनी निश्चित है। कुलपति ने कहा कि स्वयं के साथ साथियों का ख्याल रखते हुए अनुशासन में रहकर प्राण प्रतिष्ठा के बाद का पहला दीपोत्सव भव्य बनायेंगे।बैठक में एडीएम सिटी सलिल पटेल ने बताया कि इस बार का दीपोत्सव बड़ा है। इसके लिए रामनगरी में कई रिकार्ड बनेंगे। जिसमें लेजर शो, थ्रीडी, गायन, डिजिटल आतिशबाजी एवं 1100 लोगो द्वारा आरती होगी। उन्होंने वालंटियर को सतर्क करते हुए बताया कि सभी अपने निर्धारित घाटों के अलावा इधर उधर न घूमे। दीप प्रज्ज्वलन के बाद भागदौड़ न करें। इससे दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों को काफी असुविधा होती है। अनुशासन में रहते हुए पिछला रिकार्ड तोड़ेंगे व सेल्फी लेने से बचे।

उन्होंने वालंटियर का उत्साहवर्धन करते हुए कहा दीप प्रज्ज्वलन के समय मोबाइल फोन का प्रयोग बिल्कुल भी न करें। सुव्यवस्थित तरीके से पूर्व की भांति अनुशासन में रहते हुए दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान बनायेंगे।बैठक में एसपी सिटी मधुबन सिंह ने कहा कि यह हम सभी का आठवां दीपोत्सव है। पूरे विश्व में अयोध्या के दीपोत्सव की साख है। इसे सकुशल सम्पन्न कराने में आपकी सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने वालंटियर से कहा कि संस्थानों द्वारा उपलब्ध कराये गए परिवहन साधनों से घाटों पर जाये। अपने साधनों का प्रयोग नहीं करना है। सुरक्षा का पूरा ध्यान देना होगा। दीप प्रज्ज्वलन के समय वस्त्र जिसमें आग पकड़े की संभावना न हो ऐसे वस्त्रों को पहनकर आये। ढीले ढाले वस्त्र पहनकर न आये।

उन्होंने कहा कि दीपोत्सव आईकार्ड को किसी के साथ शेयर न करे और सोशल मीडिया पर भी शेयर न करें। यदि किसी का डुप्लीकेट आईकार्ड पाया जाता है तो उसके ऊपर विधिक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि घाटों पर सिर्फ वालंटियर होंगे। अन्य का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा।बैठक में अयोध्या एसएचओ श्रवण शर्मा ने बताया कि दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए रामनगरी के सभी घाटों पर वालंटियर दीपोत्सव परिधान में रहेंगे। इसके बिना अन्य का प्रवेश नही दिया जायेगा। वालंटियर को जो घाट एलाट किया गया है। उसी घाट पर रहना होगा।

विवि के दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि 25 लाख दीए प्रज्ज्वलित कर प्रभु श्रीराम को समर्पित कर देना है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा संस्थानों के 30 हजार वालंटियर को आईकार्ड देर शाम तक उपलब्ध करा दिया जायेगा। सभी घाटों पर दीए की खेप पहॅुचने शुरू हो गए है। शनिवार से सभी घाटों पर दीए बिछने कार्य प्रारम्भ हो जायेगा।उन्होंने वालंटियर को बताया कि अनुशासन में रहते हुए पिछला रिकार्ड तोडेंगे और विश्व रिकार्ड बनायेंगे। बैठक में साकेत कालेज के प्रो. अशोक मिश्रा ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह दीपोत्सव आध्यात्म मिश्रित कार्यक्रम है। इसमें सभी का योगदान होना है जो भविष्य के योगदानों में बल मिलेगा। आपके सहयोग से सातवीं बार विश्व रिकार्ड बनायेंगे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. एसएस मिश्र ने किया। इस बैठक में परीक्षा नियंत्रक उमानाथ, प्रो. चयन कुमार मिश्र, प्रो. आशुतोष सिन्हा, प्रो. अशोक राय, प्रो. नीलम पाठक, प्रो. फर्रूख जमाल, साकेत प्राचार्य दानपति त्रिपाठी, प्रो. एसके रायजादा, प्रो0 केके वर्मा, प्रो. अनूप कुमार, डा. पीके दिवेदी, डा. गितिका श्रीवास्तव, डा. विजयेन्दु चतुर्वेदी, डा. त्रिलोकी यादव, डा. अंशुमान पाठक, डा. बंसत कुमार, डा. अखण्ड, डा. प्रतिभा देवी, डा. प्रतिभा मिश्रा, डा. आरएन पाण्डेय, रवि प्रकाश मालवीय, आशीष मिश्रा सहित महाविद्यालय, इण्टर कालेज प्राचार्यो के साथ घाट समन्वयक, प्रभारी एवं बड़ी संख्या में वालंटियर मौजूद रहे।



Shalini Rai

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