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Ayodhya : पाकिस्तान की सिद्धिपीठ से मिट्टी लाकर बना विश्व का सबसे बड़ा दीया, अयोध्या में होगा प्रज्वल्लित

Ayodhya : तपस्वी छावनी के पास स्थित तुलसी बाड़ी में दुनिया का सबसे बड़ा दीपक तैयार किया गया है। इस दीपक को आज 19 जनवरी को शाम के 6 बजे इसे प्रज्वलित करने के लिए एक विशेष आयोजन किया गया है।

Aakanksha Dixit
Written By Aakanksha Dixit
Published on: 19 Jan 2024 6:21 AM GMT (Updated on: 20 Jan 2024 5:20 AM GMT)
Ayodhya News
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प्रतीकात्मक इमेज  

Ayodhya : रामनगरी में भगवान राम के आगमन की तैयारी धूमधाम से चल रही है। हर जगह राम नाम के उत्साह के साथ, लोग अपने-अपने तरीके से भगवान राम के प्रति अपनी भक्ति का प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी उत्साह भरे माहौल में, कुछ ऐसी ही भक्ति तपस्वी छावनी के जगतगुरु परमहंस आचार्य की तरफ से भी की जा रही है। तपस्वी छावनी के पास स्थित तुलसी बाड़ी में दुनिया का सबसे बड़ा दीपक तैयार किया गया है। अद्वितीय बात यह है कि दीपक बनाने के लिए देशभर के विभिन्न शक्ति पीठों के साथ-साथ पाकिस्तान के सिद्धपीठ से भी मिट्टी लाई गई है। इस दीपक को आज 19 जनवरी को शाम के 6 बजे इसे प्रज्वलित करने के लिए एक विशेष आयोजन किया गया है।

पाकिस्तान की मिट्टी भी लायी गयी

परमहंस आचार्य ने अपने भावों को व्यक्त किया है और कहा कि उनके आराध्य उनके राजा अब महल में आने वाले हैं। भगवान राम के आगमन पर इस बार दीपावली का उत्सव हम पहले ही आरंभ कर देंगे। सभी को इस दिवाली का आनंद लेना चाहिए। वहीं, बड़ी छावनी के संत अनिल दास ने बताया है कि ततपस्वी छावनी के हमारे गुरु के द्वारा यह फैसला लिया गया था कि जब राम मंदिर का निर्माण होगा, तब हम त्रेतायुग की दीपावली का आयोजन करेंगे। लगभग एक साल पहले, इस योजना की तैयारी के लिए हमारे गुरु ने 108 लोगों की टीम बनाई थी। इस प्रक्रिया में, सभी ने पवित्र तीर्थों का जल, वहां से लाए गयी मिट्टी, और पवित्र नदियों का जल लाकर यहां दीया बनाने का कार्य शुरू किया था। देवी माँ की एक पवित्र शक्तिपीठ पाकिस्तान में भी है, और वहां से भी मिट्टी लाकर दीया बनाने का कार्य किया गया है। इसी तरह, सभी पवित्र स्थानों से लाए गए मिट्टी और जल का उपयोग करके एक अद्वितीय दीपक बनाया गया है।

जानिए क्या है इस दीये की खासियत

इस दीपक का निर्माण गाय के घी से किया गया है, जिसमें 500 मजदूरों ने अपना योगदान दिया, और कुछ काम मशीनों की सहायता से किया गया है। इस दीपक के निर्माण प्रक्रिया में एक हजार टन मिट्टी का उपयोग हुआ है। अयोध्या में आज शाम 5 बजे 300 फीट का यह दिया प्रज्वलित किया जाएगा, बताया जा रहा है कि ये विश्व का सबसे बड़ा दिया होने वाला है। जिसमें 10 हजार लीटर तेल डाला जाएगा और इसकी ज्योति लगभग सवा क्विंटल रूई से बनी बातियों से सजेगी। 22 जनवरी को प्रभु श्री राम का आगमन इस भव्य, दिव्य, और अलौकिक भवन में होने वाला है। इस दीपक का निर्माण सम्पूर्ण मानवता के कल्याण के उद्देश्य से किया गया है, ताकि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के आदर्श को संपूर्ण धरती पर स्थापित किया जा सके। इस दीपक का निर्माण करने के लिए एक महीने से ज्यादा का समय लगा है।आज शाम को 6 बजे, इस दीपक को प्रज्वलित किया जाएगा। इस बार दीपावली की शुरुआत जनवरी महीने में होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ को भी इस आयोजन के लिए निमंत्रण भेजा गया है।

Aakanksha Dixit

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Content Writer

नमस्कार मेरा नाम आकांक्षा दीक्षित है। मैं हिंदी कंटेंट राइटर हूं। लेखन की इस दुनिया में मैने वर्ष २०२० में कदम रखा था। लेखन के साथ मैं कविताएं भी लिखती हूं।

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