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Ayodhya Ram Temple Pran Pratistha: पीएम मोदी पहले लेंगे हनुमानजी से अनुमति फिर जाएंगे राम जन्मभूमि, 40 मिनट होगी पूजा की प्रक्रिया

Ayodhya Ram Temple Pran Pratistha: राम जन्मभूमि जाने से पहले पीएम मोदी पहले हनुमंतलला के पास जाएंगे और उनसे अनुमति लेंगे। वाल्मीकि रामायण में वर्णित है कि भगवान श्रीराम जब साकेत धाम जाने लगे तो उन्होंने उससे पूर्व हनुमान जी महाराज का राजतिलक किया था। हनुमान जी की अनुमति लिए बिना राम के दर्शन और पूजन का लाभ नहीं मिलता।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 3 Jan 2024 6:16 PM GMT
PM Modi will first take permission from Hanumanji and then will go to Ram Janmabhoomi, the process of worship will take 40 minutes
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पीएम मोदी पहले लेंगे हनुमानजी से अनुमति फिर जाएंगे राम जन्मभूमि, 40 मिनट होगी पूजा की प्रक्रिया: Photo- Social Media

Ayodhya Ram Temple Pran Pratistha: रामदुआरे तुम रखवारे होत न आज्ञा बिनु पैसारे... प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे सिद्ध करके ही 22 जनवरी 2024 को श्रीराम जन्मभूमि में प्रवेश करेंगे। मान्यता है कि अयोध्या में हनुमंतलला के रूप में विराजमान हैं, बिना उनकी अनुमति के यहां कोई शुभ काम नहीं होता है। इसी मान्यता के चलते पीएम मोदी सबसे पहले हनुमंतलला के दरबार में अपनी हाजिरी लगाएंगे और उनसे अनुमति लेंगे के बाद रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए राम जन्मभूमि प्रस्थान करेंगे।

16 जनवरी से शुरू हो जाएगा महोत्सव-

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का अनुष्ठान 16 जनवरी 2024 से ही शुरू जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में पीएम मोदी सबसे पहले संकल्प लेकर देश को समर्पित करेंगे, फिर रामलला का षोडशोपचार पूजन करेंगे। जो करीब 20 मिनट का होगा। षोडशोपचार पूजन व महापूजन को मिलाकर गर्भगृह में कुल पूजा का समय 40 मिनट का होगा। 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकेंड का अति सूक्ष्म मुहूर्त है। जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड होगा। पूजन के दौरान गर्भगृह में 10 से 11 लोग ही मौजूद रह सकते हैं। पूजन आचार्य लक्ष्मीकांत व गणेश्वर द्रविड़ के निर्देशन में होगा।

साकेत धाम जाने से पहले प्रभु श्रीराम ने हनुमान जी का किया था राजतिलक

वाल्मीकि रामायण में वर्णित है कि भगवान श्रीराम जब साकेत धाम जाने लगे तो उन्होंने उससे पूर्व हनुमान जी महाराज का राजतिलक किया था। मान्यता है कि हनुमान जी की अनुमति लिए बिना राम के दर्शन और पूजन का लाभ नहीं मिलता। मा जानकी ने भी उन्हें अमरता का आशीर्वाद देते हुए कहा था अजर अमर गुन निधि सुत होऊ...। इसी मान्यता के चलते अयोध्या में शुभ काम के लिए बजरंगबली की अनुमति लेनी जरूरी होती है। जब 5 अगस्त 2020 को पीएम ने राममंदिर का भूमिपूजन किया था तब भी सबसे पहले वे बजरंगबली के दरबार में गए थे।

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होनी है। जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए विशिष्ठ व्यक्तियों को निमंत्रण भी भेजा जा रहा है।

Shashi kant gautam

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