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Ayodhya Ram Mandir: राम की नगरी में ऐसी होगी सुरक्षा, चप्पे-चप्पे पर नजर, प्राण प्रतिष्ठा के दिन 30,000 जवान रहेंगे तैनात

Ayodhya Ram Mandir: राम नगरी की सुरक्षा चाक चैबंध रहेगी, सुरक्षा बलों की निगाहें चप्पे-चप्पे पर रहेगी। अयोध्या में सुरक्षा एजेंसियों ने अपना डेरा डाल दिया है। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा की सुरक्षा की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल की छठवीं वाहिनी को सौंपी गई है। ये जवान आतंकी खतरों से निपटने में निपुण होते हैं।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 7 Jan 2024 2:12 PM GMT
Ayodhya Ram Temple: There will be such security in the city of Ram, every nook and corner will be monitored, 30,000 soldiers will be deployed on the day of consecration
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अयोध्या राम मंदिरः राम की नगरी में ऐसी होगी सुरक्षा, चप्पे-चप्पे पर नजर, प्राण प्रतिष्ठा के दिन 30,000 जवान रहेंगे तैनात: Photo- Social Media

Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होने वाले प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। पूरे जिले की सुरक्षा व्यवस्था चाक चैबंध होगी। सुरक्षा बलों की चप्पे-चप्पे पर नजर होगी। स्टेट एजेंसियों के अलावा केंद्र की एजेंसियों ने भी जिले में कैंप किया है। अयोध्या में 15 टीमें विभिन्न इलाकों में छानबीन करके इनपुट तलाश रही हैं। वहीं, श्रीराम मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी कमांडो के हवाले किया गया है। 22 जनवरी को रामनगरी में लगभग 30,000 जवान तैनात रहेंगे।

सात सुरक्षा एजेंसियां कर रहीं हैं कैंप

अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जिले में आईबी, एलआईयू, एटीएस, एसटीएफ, मिलिट्री इंटेलिजेंस समेत सात सुरक्षा एजेंसियों ने प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व ही कैंप किया है। खुफिया जानकारी जुटा रही टीमों में एक डिप्टी एसपी, एक निरीक्षक व छह-छह सिपाही लगाए गए हैं। इन्हें मोबाइल ट्रैकिंग सिस्टम समेत तमाम आधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है। इनकी नजर अयोध्या में होने वाली तमाम तरह की संभावित गतिविधियों पर है। वहीं फिदाइन हमले रोकने के लिए राम मंदिर के आसपास क्रैश रेटेड बोलार्ड लगाए जा रहे हैं। आसपास के इलाकों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से होगी।

Photo- Social Media

एयरपोर्ट पर तैनात जवान आतंकी खतरों से निपटने में सक्षम

अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा की सुरक्षा की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल की छठवीं वाहिनी को सौंपी गई है। ये जवान आतंकी खतरों से निपटने में हर तरह से सक्षम माने जाते हैं। यहां तीन इंस्पेक्टर, 55 उप निरीक्षक, 22 मुख्य आरक्षी और 194 आरक्षी तैनात किए गए हैं। इन्हें वॉच टावर के साथ ही सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है। स्क्रीन के जरिये पूरे एयरपोर्ट की सुरक्षा की निगरानी शुरू कर दी गई।

तैनाती से पहले सुरक्षा के अहम बिंदु समझाए

यूपीएसएसएफ के मीडिया प्रभारी विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि तैनाती के पहले जवानों को अपर पुलिस महानिदेशक एलवी एंटनी देव कुमार ने सुरक्षा के अहम बिंदु समझाए। इन्हें तीन माह का विशेष प्रशिक्षण प्राप्त है। यूपी एटीएस से आधुनिक हथियारों को चलाने का और यूपीएसडीआरएफ से आपदा से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए पांच दिन का इंडक्शन कोर्स, 14 दिन का बेसिक कोर्स, पांच दिन का ऑन जॉब ट्रेनिंग, पांच दिवस का स्क्रीनर्स से संबंधित विशेष प्रशिक्षण भी इन्हें दिया गया है।

अलग-अलग सेक्टरों में बांटा

एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि अयोध्या को सेक्टरों में बांटा गया है। इसके लिए लगभग 100 डिप्टी एसपी, 300 निरीक्षक, 800 उपनिरीक्षक व 4500 मुख्य आरक्षी-आरक्षी की मांग की गई है। वहीं 20 कंपनी पीएसी भी तैनात रहेगी।

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घुस नहीं पाएंगे खुराफाती

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। पुलिस के रडार पर रहने वाले लोगों को इस दौरान रामनगरी में घुसने नहीं दिया जाएगा। पुलिस ने मय फोटो इनका डाटाबेस तैयार कर लिया है। इनकी हर गए गतिविधियों पर अभी से नजर रखी जा रही है। श्रीराम मंदिर की सुरक्षा को पहले से अब और सख्त किया जा रहा है।

सुरक्षा पर सरकार का फोकस

22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देशभर के विशिष्टजन शामिल होंगे। इसके बाद राम नगरी में भारी भीड़ उमड़ेगी। सरकार का पूरा फोकस समारोह के दौरान सुरक्षा पर है। सुरक्षा में किसी तरह का कोई चुक न हो इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस की नजर ऐसे खुराफातियों पर है जो भीड़ का लाभ उठाकर गड़बड़ कर सकते हैं। पुलिस ने आसपास के जिलों के साथ ही प्रदेश भर से ऐसे लोगों की पहचान करके पूरी कुंडली मंगवा ली है। अब रणनीति यह है कि ऐसे लोगों को अयोध्या में घुसने न दिया जाए। ऐसे लोग यहां आने का प्रयास करते हैं तो उन्हें पहले ही दबोच लिया जाएगा। वहीं समारोह के दौरान सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग किया जाएगा।

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बेहतर व्यवहार को पुलिस कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण

21 और 22 जनवरी को भारी वाहन इधर से नहीं जाएंगे। छोटे वाहनों के लिए अलग से व्यवस्था होगी। आमंत्रित अतिथियों के लिए बेहतर व्यवस्था रहेगी। पार्किंग स्थलों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं। राम मंदिर की सुरक्षा का नया प्लान लागू किया जा रहा है। बिना अनुमति इस क्षेत्र में ड्रोन नहीं उड़ाए जा सकेंगे। वहीं पुलिस कर्मियों को श्रद्धालुओं से बेहतर व्यवहार के लिए प्रशिक्षण दिया गया है।

Shashi kant gautam

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