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Ayodhya News: कृषि विश्वविद्यालय में नई योजनाओं की सौगात, मिला नया खेल का मैदान, और भी बहुत कुछ
Ayodhya News: आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में भ्रमण पर पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से निर्मित भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी क्रीड़ा परिसर एवं मुख्य द्वार का उद्घाटन किया।
Ayodhya News: आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में भ्रमण पर पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से निर्मित भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी क्रीड़ा परिसर एवं मुख्य द्वार का उद्घाटन किया। 40 एकड़ में जंगली झाड़ियों से पटे इस बंजर भूमि पर नवनिर्मित क्रीड़ा परिसर बनाए जाने को देखकर मंत्री ने जमकर प्रसन्नता जाहिर की और कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह द्वारा किए गए कार्यों को सराहा। इसके बाद मंत्री शाही ने विश्वविद्यालय (Acharya Narendra Deva University of Agriculture and Technology, Ayodhya) के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह एवं जिले से पहुंचे कृषि अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
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मंत्री ने नवनिर्मित तालाब में डालीं मछलियां
मंत्री सूर्य प्रताप शाही क्रीड़ा मैदान के उद्घाटन के बाद पीपल, नीम, बरगद और गुलाचीन का पौधरोपण किया और मत्सियकी प्रक्षेत्र पहुंचे। जहां अमरावती छात्रावास के सामने नवनिर्मित मत्स्य तालाब का उद्घाटन किया और दो हजार रोहू, मेजर कार्प, कतला व नैन के फिंगरलिंग्स को डाला। डेरी प्रक्षेत्र पहुंचकर उन्होंने विभिन्न नस्ल की गायों को गुड़ खिलाया और विवि में हो रहे मुर्गी, भेंड़, बकरी पालन के बाड़े का मंत्री ने निरीक्षण किया।
बंजर भूमि पर की जा रही खेती
इसी क्रम में अधिकारियों के साथ बैठक में मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने वृहद वृक्षारोपण की तैयारी पर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया की वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में छायादार एवं फलदार पौधों को लगाना सुनिश्चित करें। पेड़ों की लगातार कमी से पर्यावरण का खतरा बढ़ता जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सभी को संगठित होकर काम करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कृषि विवि द्वारा कई एकड़ बंजर जमीन जो जंगली झाड़ियों से पटे हुए थे, उन पर अब प्राकृतिक खेती एवं जैविक खेती की जा रही है, जो सराहनीय कार्य है। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि बंजर जमीनों को सद्उपयोग में लाने का मूल मंत्र विश्वविद्यायलय से सीखने की जरूरत है। इस मौके पर विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, शिक्षक एवं अयोध्या से पहुंचे मुख्य विकास अधिकारी जिला पंचायत राज अधिकारी, क्षेत्रीय वन अधिकारी मौजूद रहे।