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Ayodhya Ram Mandir: जानिए कौन हैं डॉ. अनिल मिश्र? जो रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले पहले यजमान बने हैं
Ayodhya Ram Mandir: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र राम जन्मभूमि पर नवनिर्मित मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के यजमान बनाये गए हैं। डॉ. मिश्र के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय संघ और उससे जुड़े कार्यों में बीता है।
Ayodhya Ram Mandir: डाक्टर अनिल मिश्र इस समय काफी चर्चा मंे हैं। उनके चर्चा में रहने का कारण यह है कि उन्हें राम जन्मभूमि पर नवनिर्मित मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का यजमान बनाया गया है। डॉ. अनिल मिश्र श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य हैं। उनका संघ से पुराना नता रहा है। उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय संघ और उससे जुड़े कार्यों में ही बीता है। मंदिर आंदोलन से जुड़े रहने और सरकारी नौकरी से वर्ष 2020 में सेवानिवृत्त होने के बाद वह पूर्ण रूप से संघ के कार्यों के लिए समर्पित हो गए।
डॉक्टर मिश्र का जन्म यूपी के अंबेडकरनगर जिले के पतौना गांव में 1958 में हुआ। उन्होंने बृजकिशोर होम्योपैथी कॉलेज से बीएचएमएस की डिग्री हासिल की है।
चिकित्सक बनने से पहले जुड़े थे संघ से
डाक्टर मिश्र का चिकित्सक बनने के साथ ही जुड़ाव राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से हुआ। सुलतानपुर और गोंडा जिले में होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी के पद पर तैनाती से पूर्व उन्होंने संघ में स्वयंसेवक के रूप में कार्य किया। संघ में सह प्रांत कार्यवाह के बाद अवध के प्रांत कार्यवाह के रूप में उन्होंने अपनी भूमिका का निर्वहन किया।
सरकारी नौकरी के अंतिम दौर में उन्होंने उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के रजिस्ट्रार पद का दायित्व भी निभाया। मंदिर आंदोलन से जुड़े रहने और सरकारी नौकरी से वर्ष 2020 में रिटायर होने के बाद वह पूर्ण रूप से संघ के कार्यों के लिए समर्पित हो गए। राम जन्मभूमि पर नवनिर्मित मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के यजमान बनाए जाने के बाद मिश्र काफी चर्चा में आ गए हैं। एक तरह से दिखा जाए तो उनके जीवन का यह सबसे अहम क्षण था जब उन्हें इस कार्य के लिए चुना गया।