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Ayodhya News: अवध विश्वविद्यालय ने मनाया अपना स्वर्ण जयंती समारोह, राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने कहा- 'शिक्षा विद्यार्थी के सम्पूर्ण विकास में सहायक है'

Ayodhya News: विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने कहा कि "विश्वविद्यालय का विकास तभी संभव है जब सभ्य समाज में मानव का निर्माण हो।

NathBux Singh
Published on: 4 March 2025 6:57 PM IST
Governor Anandiben Patel at the Golden Jubilee Celebration of Dr. Rammanohar Lohia Awadh University
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डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल (Photo- Social Media)

Ayodhya News: अयोध्या स्थित डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने मंगलवार को अपना स्वर्ण जयंती समारोह हषोल्लास के साथ मनाया। विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने कहा कि "विश्वविद्यालय का विकास तभी संभव है जब सभ्य समाज में मानव का निर्माण हो। खोए हुए को पुनः प्राप्त करना और उसे आकार देना एवं गठित करना शिक्षण संस्थानों का प्रमुख दायित्व है। गुणवत्तापरक शिक्षा व संस्कारों को ग्रहण कराने का कार्य शिक्षकों का है। शिक्षा विद्यार्थी के सम्पूर्ण विकास में सहायक है। विश्व स्तर पर हो रही प्रतिस्पर्धा में युवाओं को भारी योगदान देना होगा।"


राज्यपाल ने कहा कि "आज की पीढ़ी का यह दायित्व है कि आने वाले भविष्य में सभी क्षेत्रों के युवा अपना अहम योगदान दे। शिक्षण संस्थान द्विस्तरीय शिक्षा का आदान प्रदान करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में छात्र-छात्राओं को मल्टीपल विषय चुनने की आजादी है। इससे हम अपने विद्यार्थियों को हर क्षेत्र में प्रशिक्षित कर सकते है। विश्वविद्यालय स्तर पर यह तय किया जाए कि विद्यार्थियों की रूचि को बढ़ावा देने के लिए नए नए प्रयोग किए जाए। राज्यपाल ने कहा कि राम हमारे आदर्श है जो हमारे जीवन में चरित्र के निर्माण में सहायक है। भगवान राम जीवन चित्रण जनमानस को शिक्षा देता है। कि हमें सामान्य तौर पर भेद-भाव से दूर रहना होगा।"

सबरी के चरित्र से हमें सीखना चाहिए-राज्यपाल

उन्होंने कहा कि "सबरी का चरित्र हमें क्या सिखाता है। इस पर विचार करना चाहिए। एक दूसरे से सीखना ही जीवन है। समारोह में कुलाधिपति ने खेल पर जोर देते हुए कहा कि खेल बच्चों के जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज समाज में बच्चों को खेलने से मना करने की धारणा पनप रही है। जबकि बच्चों को इससे मना करना उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास में बाधा डालना है। सात साल के बच्चों का अस्सी से नब्बें प्रतिशत विकास हो जाता है। यह शोधों से पता चला है कि बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए खेल आवश्यक है।"


राज्यपाल ने शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को बताया कि यह वर्ष महारानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म ज्योति का उत्सव मना रहा है। विश्वविद्यालयों को इस पर व्यापक चर्चा कर महारानी होल्कर के योगदान को समझना चाहिए। कुलाधिपति ने कहा कि विश्वविद्यालयों में शोध कार्यों के मूल्यांकन के लिए वैश्विक स्तर पर कार्य करना होगा। तभी हम उच्च गुणवत्ता को प्राप्त कर सकेंगे। तभी शिक्षण संस्थानों को नैक मूल्यांकन राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का मूल्यांकन सुनिश्चित हो सके। इससे हमारी विश्व रैकिंग में सुधार होगा।

समारोह की मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत संचालित समस्त पाठ्यक्रमों के शैक्षणिक परिणाम संतोषजनक और विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहायक सिद्ध हुए हैं। इसके तहत भारतीय ज्ञान परंपरा, मूल्यों और सांस्कृतिक विरासत से संबंधित विषय-वस्तुओं को पाठ्यक्रमों में समाहित किया गया है, जिससे विद्यार्थियों को न केवल आधुनिक ज्ञान प्राप्त हो, बल्कि वे अपनी जड़ों से भी जुड़े रहें। उन्होंने कहा कि आज हम सभी प्रभु श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या में हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने अनेक विकास के कार्य किए हैं।


प्रदेश सरकार राम राज्य की कल्पना को कर रही साकार

इसके साथ-साथ हम लोगों ने सदियों से सपना देखा था, कि भगवान श्री राम अपनी जन्मस्थली पर विराजमान हो आज वह समय आ गया। जब प्रभु श्री राम भव्य दिव्य मंदिर में विराजमान है। इसके साथ ही साथ हम देखते हैं काशी है। विंध्यवासिनी माता का गलियारा है। और अभी हम सब लोगों ने महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई है। यह मुझे इसलिए याद आया कि आज मैं अयोध्या में प्रभु श्री राम की भूमि पर मौजूद हूं इसलिए यह याद आना स्वाभाविक है। यहां पर खड़े रहने पर ऐसा हो ही नहीं सकता कि हम प्रभु श्री राम के भाव और दिव्य मंदिर याद न आए। आज उत्तर प्रदेश की सरकार राम राज्य की कल्पना को साकार करने का काम कर रही है। उत्तर प्रदेश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। विकास शिक्षा व्यापार के क्षेत्र में अलग पहचान बन चुका है।


समारोह में कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने विश्वविद्यालय की विकास यात्रा का विवरण प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान व सामाजिक योगदान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थी उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अंतर्गत इत्र निर्माण कृषि एवं अन्य संबंधित क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर के छात्र-छात्राएं देश के महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों न्यायिक सेवाओं राजनीतिक क्षेत्र शोध व शैक्षिक संस्थानों बैंकिंग सेवा भारतीय सेवा एवं निजी क्षेत्रों के उद्योगों में इसके अतिरिक्त विदेशों में भी अपनी सेवाएं दे रहे। विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में 21 स्वर्णिम, 33 रजत वह 57 कांस्य पदक हासिल किए हैं।

अनुभूति एक प्रयास के अंतर्गत विश्वविद्यालय ने छात्रों को विभिन्न आश्रमों से जोड़ा है जिससे युवा वर्ग के समाज में बुजुर्गों के प्रति सम्मान की भावना विकसित होने के साथ-साथ सेवा भाव भी जागृत हो सके। कुलपति ने बताया कि गत वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शिक्षकों व विद्यार्थियों द्वारा योग शपथ लेकर विश्व कीर्तिमान स्थापित करने में योगदान दिया गया जिसके लिए राजभवन द्वारा विश्वविद्यालय को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

कुलपति ने बताया कि अयोध्या की पौराणिक सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत के संरक्षण एवं संबंध की दिशा में विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2017 से निरंतर योगदान दिया जा रहा है। वर्ष 2024 के दिव्या दीपोत्सव में विश्वविद्यालय के 30 हजार छात्रों व शिक्षकों द्वारा पावन सरयू के 55 घाटों पर 25 लाख 12 हजार 585 दीप प्रज्वलित कर लगातार सातवीं बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया गया।


छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगिता के आधार पर पुस्स्कृत किया गया

समारोह का शुभारम्भ राष्ट्रगीत से किया गया। इसके उपरांत छात्र-छात्राओं द्वारा कुलगीत की संगीतमय प्रस्तुती की गई। समारोह में कुलपति द्वारा अतिथियों को पौधा भेटकर स्वागत किया गया। इस समारोह के दौरान स्वर्ण जयंती पुस्तक का विमोचन कुलाधिपति एवं मुख्य अतिथि द्वारा किया गया। इसी क्रम में नवनिर्मित सरदार पटेल भवन का कुलाधिपति द्वारा आॅनलाइन लोकार्पण किया गया। समारोह में पुरस्कार एवं सर्टिफिकेट वितरण किया गया। जिनमें सर्वश्रेष्ठ लोगो डिजाइनर, वर्ष 2024 का शोध पुुरस्कार, सर्वोत्कृष्ट स्नातक एवं परास्नातक छात्र पुरस्कार, महाविद्यालय एवं विवि को छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगिता के आधार पर पुरस्कार तथा गोद लिए गांव के विद्यालयीय छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगिता के आधार पर पुस्स्कृत किया गया। इसी क्रम में सर्वश्रेष्ठ आंगनबाड़ी पुरस्कार पांच चयनित कार्यकत्रियों को कुलाधिपति द्वारा प्रदान किया गया। वही ग्रामसभा के उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम प्रधान को भी स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रो0 संत शरण मिश्र ने किया। धन्यवाद ज्ञापन कुुलसचिव उमानाथ द्वारा किया गया।

इस अवसर पर रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय, डाॅ0 अनिल कुमार मिश्र, आयुक्त गौरव दयाल, जिलाधिकारी रण विजय सिंह, एसएसपी राज करन नय्यर, प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह, प्रो0 चयन कुमार मिश्र, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 नीलम पाठक, प्रो0 एसके रायजादा, प्रो0 सिद्धार्थ शुक्ला, प्रो0 तुहिना वर्मा, प्रो0 अशेक राय, प्रो0 के0के0 वर्मा, प्रो0 विनोद श्रीवास्तव, प्रो0 अनूप कुमार, प्रो0 फर्रूख जमाल, प्रो0 मुदुला मिश्रा, प्रो0 शैलेन्द्र वर्मा, प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, डाॅ0 सुरेन्द्र मिश्र, सम्बद्ध महाविद्यालय के प्राचार्य एवं एवं अन्य अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी मौजूद रहे।

अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की स्वर्ण जयंती समारोह की अध्यक्षता कर रही विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल व मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी द्वारा परिसर में छात्र-छात्राओं द्वारा अवधी चित्रकला प्रदर्शनी का क्रमवार अवलोकन किया। कुलाधिपति ने छात्र-छात्राओं से संवाद करते हुए राम के जीवन वृतांत के विभिन्न पक्षों को जाना। शबरी के साथ राम, राम सुग्रीव मित्रता, ताड़का वध, निषादराज से मित्रता, राम-हनुमान संवाद, अयोध्या सरयू तट की महिमा, अवध क्षेत्र के सामान्य जनजीवन में राम के प्रभाव को चित्रण के माध्यम से अलग-अलग प्रदर्शित किया गया। वहीं इस प्रदर्शनी में भारतीय धार्मिक एवं सांस्कृतिक आधार के प्रतीक राम के जीवन आदर्श का चरित्र चित्रण एवं राज्य व्यवस्था, वन गमन राक्षसों के संहार का चित्रण प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा तैयार किया गया। जिन्हे कुलाधिपति एवं मुख्य अतिथि द्वारा सराहा गया। राम भक्त हनुमान के प्रभु श्री राम के प्रति समर्पण की भावपूर्ण चित्रकारी ने आगंतुकों को भी प्रभावित किया।


अपने भोजन में मोटे आनाज को शामिल करें

दूसरी ओर परिसर एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों की मिलेट्स फूड की प्रदर्शनी लगाई जिसका कुलाधिपति व मुख्य अतिथि द्वारा अवलोकन किया गया। उन्होंने स्टाॅलो पर जाकर मोटे आनाज से बने व्यजन का लुफ्त उठाया। छात्र-छात्राओं की तारीफ करते हुए कहा कि अपने भोजन में मोटे आनाज को शामिल करे। इसके साथ ही उन्होंने स्वस्थ्य एवं पौष्टिक आहार के लिए केंद्र सरकार द्वारा अन्नश्री योजना का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहन किया। इस मिलेट्स फूड प्रदर्शनी में ज्वार, बाजरा रागी, सांवा, चना काकुन जैसे अन्य 26 प्रकार के मोटे अनाजों की प्रदर्शनी लगाई गई। छात्रों ने बताया कि इस प्रर्दशनी का उद्देश्य देश भर में पौष्टिक आहार योजना अन्नश्री से शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकेगा।

दूसरी ओर परिसर के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं शिक्षकों द्वारा विश्वविद्यालय की प्रगति की प्रदर्शनी लगाई जिनमें कुलाधिपति व मुख्य अतिथि द्वारा लगे स्टाॅलों का क्रमवार अवलोकन किया। शिक्षकों ने बढ़चढ कर विभागों की उपलब्धियों को कुलाधिपति के समक्ष रखा। कुलाधिपति ने कहा कि गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए नवाचार को बढ़ावा दे।

इसका लाभ समाज के अन्य लोगों को भी मिल सके। इस प्रदर्शनी के अवलोकन में कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल, रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय, डाॅ0 अनिल कुमार मिश्र, आयुक्त गौरव दयाल, जिलाधिकारी रण विजय सिंह, एसएसपी राज करन नय्यर शामिल रहे। इस अवसर पर वित्त अधिकारी पूर्णेन्द शुक्ल, प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह, प्रो0 चयन कुमार मिश्र, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 नीलम पाठक, प्रो0 एसके रायजादा, प्रो0 सिद्धार्थ शुक्ला, प्रो0 तुहिना वर्मा, प्रो0 अशेक राय, प्रो0 के0के0 वर्मा, प्रो0 विनोद श्रीवास्तव, प्रो0 अनूप कुमार, प्रो0 फर्रूख जमाल, प्रो0 मुदुला मिश्रा, प्रो0 शैलेन्द्र वर्मा, प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, डाॅ0 सुरेन्द्र मिश्र, डाॅ0 विनोद चैधरी, डाॅ0 अनिल कुमार, डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी सहित सम्बद्ध महाविद्यालय के प्राचार्य एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रही।

Shashi kant gautam

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