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Ram Mandir: कंचन कलस बिचित्र संवारे... राममय हो गई अयोध्या, नर-नारी ही नहीं अब गलियां भी पताकाओं के साथ रामलला के स्वागत को तैयार
Ram Mandir: जैसे श्रीराम वनवास से वापस लौटे थे वैसे ही एक बार फिर श्रीराम अपने राजपाठ में वापस लौट रहे हैं। इसे लेकर अयोध्या की तैयारियां आप भी देख लीजिए।
Ram Mandir: 'कंचन कलस बिचित्र संवारे। सबहिं धरे सजि निज निज द्वारे। बंदनवार पताका केतू। सबन्हि बनाए मंगल हेतू।' त्रेता युग में जब राम वनवास से 14 साल बाद वापस अयोध्या लौट रहे थे तो लोगों ने सोने के कलशों को सजाकर सब लोगों ने अपने-अपने दरवाजों पर रख लिया। सब लोगों ने मंगल के लिए बंदनवार ध्वजा और पताकाएं लगाईं थी। एक चौपाई है रामराज्यभिषेक पर कि 'राम राज अभिषेकु सुनि हियँ हरषे नर नारि। लगे सुमंगल सजन सब बिधि अनुकूल बिचारि।' अर्थात रामचन्द्रजी का राज्याभिषेक सुनकर सभी स्त्री-पुरुष हृदय में हर्षित हो उठे और विधाता को अपने अनुकूल समझकर सब सुंदर मंगल साज सजाने लगे। इन दिनों अयोध्या में एक बार फिर यही स्थिति है। यहां के कण-कण में सिर्फ राम ही राम नजर आ रहे हैं। न्यूजट्रैक के छायाकार आशुतोष त्रिपाठी के कैमरे से कैद कुछ तस्वीरों को देख आपको इसका अहसास भी होगा।
राम नगरी अयोध्या ने राम नाम इस कदर ओढ़ लिया है कि मानों सिवाय श्री राम के अलावा अयोध्या में और कुछ है ही नहीं। पूरा अयोध्या राम के स्वागत में जुट गया है। पूरे अयोध्या में आपकी नज़र जिस तरफ़ भी जायेगी, लोग आपको राम के स्वागत की तैयारी करते नज़र आयेंगे। अयोध्या में नर-वानरों की झटपटाहट, सड़को की साज सज्जा और स्त्रियों का उत्साह देखते ही बनता है। सब उस घड़ी का इंतजार कर रहे हैं जब श्रीराम अपने सिंहासन पर विराजमान होंगे।
केसरिया पताका की धूम
पूरी अयोध्या में आप जहां से भी गुजरेंगे आपको केसरिया पताका देखने को मिल जाएगी। लोग बड़ी संख्या में इनकी ख़रीदारी कर रहे हैं। इन रास्तों पर सजी दुकानों पर फहरा रही केसरिया पताका देख श्रद्धालु भी जय श्रीराम का उद्घोष कर रहे थे। वे इसका श्रेय योगी आदित्यनाथ को देते हुए कहते हैं कि म्यूरल पेंटिंग्स, फ़साड लाइट आदि से रामनगरी और भव्य हो गई है।
धर्मपथ की भव्यता ने मन मोहा
जो भी श्रद्धालु अयोध्या में रामलला के दर्शन करने आ रहा है वो धर्मपथ की भव्यता को देख कर मंत्रमुग्ध हुआ जा रहा है। धर्मपथ पर लगी स्ट्रीट लाइट मानों अयोध्या की सुंदरता में चार चाँद लगा रही है।स्ट्रीट लाइट के पोल पर भी श्रीराम का धनुष बाण अलग ही सौंदर्य बयां कर रहा। सज रही आधुनिक अयोध्या में इस लैम्प तक पर धनुष बाण और राम पताका फहर रही है।
श्रद्धालुओं के माथे पर राम नाम
रामलला के दर्शन करने आ रहे श्रद्धालु भी ख़ुद को श्रीराम को समर्पित कर देना चाहते हैं। दर्शन के लिए क़तार में खड़े श्रध्दालु जब जय श्री राम का उद्घोष करते हैं तो मानों पूरी अयोध्या जय श्री राम बोलती है। अयोध्या के रामपथ से गुज़रने वाले हर व्यक्ति के माथे पर जय श्री राम का तिलक लगा हुआ है। हर व्यक्ति ख़ुद को श्री राम की भक्ति में समर्पित कर देना चाहता है।
साधु-संतों का भी अलग अंदाज
अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर के अलग अलग स्थानों से साधु-संत एकत्रित हुए हैं। उनका अलग-अलग वेशभूषा लोगों का ध्यान केंद्रित कर रहा है। राम नाम के जाप के साथ अयोध्या में श्रीराम के सिंहासन विराजने का उत्साह अपने अपने अंदाज में बयां कर रहे हैं।
अयोध्या का कायाकल्प
अयोध्या की सड़कों से लेकर एक एक चौराहे और दीवार का सुंदरीकरण हुआ है। दीवारों पर रामायण के दृश्यों को उकेरा गया है। कहीं पर राजा दशरथ का दरवार तो कहीं राम सीता और लक्ष्मण को दिखाया गया है। इसके साथ ही चौराहों पर राम नाम को अंकित बखूबी अयोध्या को राममय कर दिया है।