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Chandrabhanu Paswan: भाजपा के लिए चंद्रभानु पासवान बने संकटमोचन, मिल्कीपुर में अंत की ओर सपा
Chandrabhanu Paswan: चंद्रभानु पासवान के जरिए भाजपा साल 2022 की हार का सपा से करारा बदला लेगी। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने मिल्कीपुर सीट से जीत दर्ज की थी।
Chandrabhanu Paswan: उत्तर प्रदेश की अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव का परिणाम लगभग साफ होता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान भारी मतों से अपने प्रतिद्वंद्वी सपा उम्मीदवार अजीत प्रसाद को आगे चल रहे हैं। अगर अंत तक भाजपा प्रत्याशी की यही बढ़त रही तो फिर सपा के कब्जे से मिल्कीपुर का जाना लगभग तय हो जाएगा और चंद्रभानु पासवान के सिर जीत सेहरा बंध जाएगा।
चंद्रभानु पासवान के जरिए भाजपा साल 2022 की हार का सपा से करारा बदला लेगी। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने मिल्कीपुर सीट से जीत दर्ज की थी। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी बाबा गोरखनाथ को 13, 338 वोटों से शिकस्त दी थी। अवधेश प्रसाद को 1 लाख 3 हजार 905 वोट मिले थे। वहीं भाजपा के बाबा गोरखनाथ को दूसरे नंबर पर संतोष करना पड़ा था। उन्हें केवल 90, 567 वोट ही मिल सके थे।
इसके साथ ही बीते साल 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा ने मिल्कीपुर सीट से विधायक रहे अवधेश प्रसाद को अयोध्या से मैदान में उतारा। जहां फिर अवधेश प्रसाद ने बाजी मार ली और संसद पहुंच गये। अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद मिल्कीपुर सीट रिक्त हो गयी। जिसके लिए उपचुनाव में भाजपा ने चंद्रभानु पासवान को चुनावी जंग में उतारा।
वहीं समाजवादी पार्टी ने सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजित प्रसाद पर दांव लगाया। हालांकि मतगणना में भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु की बढ़त से यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि मिल्कीपुर सपा के पाले से निकल चुकी है। भाजपा की प्रतिष्ठा बढ़ाने वाले चंद्रभानु पासवान का सियासी सफर बेहद दिलचस्प है। भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान की पत्नी दो बार से जिला पंचायत सदस्य हैं। उन्हें चुनाव प्रबंधन का भी अनुभव है।
कौन हैं भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान का जन्म तीन अप्रैल 1986 को रुदौली के परसौली गांव में हुआ था। उन्होंने बीकॉम, एमकॉम के साथ ही एलएलबी की है। पेशे से अधिवक्ता होने के साथ चंद्रभानु कपड़े और पेपर के व्यवसायी भी हैं। उनका कारोबार गुजरात के अहमदाबाद और सूरत तक फैला हुआ है। चंद्रभानु वर्तमान में बीजेपी की जिला कार्यसमिति के सदस्य हैं।
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में चंद्रभानु ने अनुसूचित जाति संपर्क प्रमुख की जिम्मेदारी निभायी थी। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े हुए हैं। पासी समाज से ताल्लुक रखने वाले चंद्रभानु पासवान के सियासी और पारिवारिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो उनकी पत्नी कंचन पासवान 2021 के चुनाव में रुदौली चतुर्थ सीट से 11,382 मत पाकर सर्वाधिक मतों से जिला पंचायत सदस्य बनीं। इससे पूर्व वह 2015 में रुदौली पंचम सीट से 8396 वोट पाकर जिला पंचायत सदस्य चुनी गई थीं। चंद्रभानु के पिता बाबा रामलखन दास 2021 में निर्वाचित होकर ग्राम प्रधान बने।
कई बड़े चेहरों को पीछे छोड़ हासिल किया टिकट
मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए भाजपा के कई कद्दावर नेताओं ने दावेदारी पेश की थी। इसके बावजूद भाजपा ने युवा और जुझारू चंद्रभानु पासवान पर भरोसा जताया। चंद्रभानु ने लगभग पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा और रामू प्रियदर्शी समेत एक दर्जन दावेदारों को पीछे छोड़ टिकट हासिल किया। वहीं उपपरिवहन आयुक्त सुरेंद्र कुमार को भी भाजपा की तरफ से मिल्कीपुर के टिकट का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।