PM Narendra Modi: यम नियम का पालन, हर रोज एक घंटे 11 मिनट पूजा, आहार में नारियल पानी, गौसेवा के साथ ही पीएम कर रहे विभिन्न दान

PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं। इस दौरान वह गौपूजा करते हैं और गायों को चारा भी खिला रहे हैं।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 20 Jan 2024 11:34 AM GMT
Prime Minister Narendra Modi is performing special rituals for the Pran Pratistha program
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं: Photo- Social Media

PM Narendra Modi: अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं। वह इस यम नियम का पालन कर रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी अपने रोजमर्रा के कार्यों को भी पूरा कर रहे हैं। पीएम मोदी हर रोज ब्रह्म मुहूर्त में एक घंटे 11 मिनट तक पूजा करते हैं।

इस दौरान पीएम मोदी यम नियमों का पालन करते हुए फर्श पर कंबल ओढ़कर सो रहे हैं और आहार में केवल नारियल पानी ले रहे हैं। पीएम हर रोज गौपूजा करते हैं और गायों को चारा खिलाते हैं। वह प्रतिदिन अलग-अलग तरह के दान जैसे अन्नदान, वस्त्रदान इत्यादि भी करते हैं। प्रधानमंत्री देश के अलग-अलग मंदिरों का दौरा भी कर रहे हैं। खास बात है कि इन मंदिरों का जुड़ाव किसी न किसी तरह से भगवान श्रीराम से रहा है।

दो दिन नहीं हो सकेंगे रामलला के दर्शन

रामनगरी आने वाले श्रद्धालुओं को शनिवार से तीन दिनों तक रामलला के दर्शन नहीं होंगे। 20 व 21 को अस्थायी राममंदिर में दर्शन बंद रहेगा, जबकि 22 जनवरी को नए मंदिर में रामलला की अचल मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस दिन केवल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मौजूद अतिथियों को ही रामलला के दर्शन मिलेगा। आम श्रद्धालु 23 को ही नए मंदिर में रामलला के दर्शन कर पाएंगे।

Photo- Social Media

मेहमानों को दिया जाएगा ये प्रसाद

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने वाले मेहमानों को प्रसाद के रूप में सरयू का जल, कलावा, सुपारी, अक्षत व लड्डू दिया जाएगा। उदासीन आश्रम रानोपाली में गुजरात की संस्था प्रसाद के 20 हजार पैकेट तैयार करा रही है। इस पैकेट में सरयू जल, कलावा, अक्षत व सुपारी की थैली सहित दो लड्डू होंगे। यही प्रसाद मेहमानों को प्रसाद के रूप में भेंट किया जाएगा। इसके अलावा तीर्थ क्षेत्र पुरम स्थित टेंट सिटी में चार हजार साधु-संतों के लिए कंबल, तकिया व चादर की व्यवस्था भी की गई है। सामान की चार हजार किट ट्रस्ट को सौंप दी गई है।

Shashi kant gautam

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