TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Ram Mandir: लग्जरी होटल को मात दे रही अयोध्या की आधुनिक टेंट सिटी, विशिष्ट पकवानों से होगा श्रद्धालुओं का आतिथ्य-सत्कार

Ram Mandir: अयोध्या विकास प्राधिकरण के इस प्रयास के जरिए तीर्थ यात्रियों को पावन सरयू तट के समीप मिलेगा 'हेरिटेज कॉटेज स्टे' जैसा अहसास।

Network
Newstrack Network
Published on: 28 Dec 2023 3:06 PM IST
Ayodhya modern tent city
X

Ayodhya modern tent city (photo: social media )

Ram Mandir: प्रभु श्रीराम उत्तर प्रदेश समेत देश-दुनिया की आस्था का केंद्र तो हैं ही, मगर जिस पावन नगरी में खुद श्रीहरि नारायण 'मर्यादा पुरुषोत्तम' के रूप में साकार हुए हों उसका वैभव भला शब्दों में कैसे बयां हो सकता है। यही कारण है कि जिस प्रकार राम नाम की महिमा का बखान करते भक्त नहीं थकते उसी प्रकार अयोध्या भी केवल नगर नहीं बल्कि 'वैराग्य के वैभव' का जीवित प्रतिमान है। 'राम राज्य' की परिकल्पना को साकार होते देखने वाले इस शहर ने कई सदियों तक पराभव का दंश झेला, मगर अब दिन बहुरे तो एक बार फिर अयोध्या का खो चुका वैभव नए प्रारूपों में लौट कर आ रहा है। विकास के पथ पर अग्रसर अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को भव्य जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्रीराम के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पूर्व ही पूरी दुनिया के श्रद्धालुओं का तांता लगने लगा है। ऐसे में, उनकी आवभगत के लिए पीएम मोदी के विजन और सीएम योगी के क्रियान्वयन के फलस्वरूप अयोध्या में कई प्रकार की सुविधाओं का विकास हो रहा है। इन्हीं में से एक है यहां की आधुनिक टेंट सिटी जिसे अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा डेवलप किया जा रहा है। एडीए की ये टेंट सिटीज डबल ऑक्यूपेंसी वाली लग्जरी व सेमी लग्जरी केटेगरी सुइट बेस्ड हैं। यहां ठहरने वाले श्रद्धालुओं को प्रकृति की छांव में पौराणिक व आधुनिक अयोध्या के समावेश की अनुभूति होगी।

हजारों श्रद्धालुओं के लिए ठहरने का माध्यम बन रही है टेंट सिटीज

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर बनाए जा रहे भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समय धीरे-धीरे निकट आ रहा है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश-विदेश से लाखों लोगों के अयोध्या पहुंचने की संभावना है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से विभिन्न स्थानों पर टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है। माझा गुप्तार घाट में 20 एकड़ भूमि में टेंट सिटी स्थापित किया जा रहा है, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के रहने की व्यवस्था की जा रही है। ब्रह्मकुंड के पास भी टेंट सिटी स्थापित की जा रही है, जिसमें 35 टेंट लग रहे हैं। वहीं, रामकथा पार्क में भी 30 टेंट्स की सिटी स्थापित की जा रही है। इसी प्रकार तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बाग बिजेसी में 25 एकड़ भूमि में टेंट सिटी स्थापित की जा रही है, जिसमें हजारों लोगों के रुकने की व्यवस्था हो सकेगी। इसके अतिरिक्त कारसेवकपुरम व मणिराम दास की छावनी में भी श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए टेंट सिटी को स्थापित किया जा रहा है।


अवधी, बनारसी जायकों में मिलेगा मिलेट्स व सीजनल कुजीन का स्वाद

'हेरिटेज कॉटेज स्टे' का आभास देने वाले इन टेंट सिटीज में यूं तो देश-दुनिया के तमाम जायकों का स्वाद श्रद्धालुओं को मिल सकेगा, मगर इसमें सबसे विशिष्ट अवधी व बनारसी जायके होंगे। ब्रह्म कुंड व राम कथा पार्क में स्थापित टेंट सिटी का विकास एडीए द्वारा प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए किया गया है। ब्रह्न कुंड की टेंट सिटी 1 दिसंबर से संचालित हो रही है। यहां ठहरने वाले श्रद्धालुओं को मिलेट्स व मोटे अनाज के बने पकवान, मक्के की रोटी-सरसों का साग समेत सीजनल साग-सब्जियों की तमाम वेराइटी पेश की जाएगी। इसके अलावा, बाजरे की रोटी व अन्य रेसिपीज, मटर का निमोना, बाटी-चोखा और मूंग खिचड़ी समेत कई प्रकार के स्थानीय पकवान भी परोसे जाएंगे। हेल्थ कॉन्शियस लोगों को यहां डिटॉक्स वॉटर की भी सुविधा मिलेगी, साथ ही पर्सनलाइज्ड कुजीन प्रेफरेंसेस को भी तरजीह दी जाएगी।


शानदार इंटीरियर्स के साथ ही वुडन डेक बेस्ड टेंट्स में होंगी तमाम सहूलियतें

वुडन डेक बेस्ड इन टेंट्स में रहने वाले लोगों को शानदार इंटीरियर्स के साथ आराम कुर्सी, सोफे, डाइनिंग लाउंज, पर्सनल वोल्ट, रूम हीटर, एसी व हाई स्पीड इंटरनेट समेत तमाम सहूलियतें मिलेंगी। यहां बोनफायर, कल्चरल इवेंट्स के लिए ओपन एयर थिएटर और सोविनियर शॉप की भी सहूलियत लोगों को मिलेगी। ये टेंट्स लॉन्ग ड्यूरेबिलिटी बेस्ड हैं और एक बार स्थापित किए जाने के बाद 10 वर्षों तक इनका संचालन किया जा सकता है।



\
Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story