Ram mandir news: प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान से पहले शुरू हुआ यजुर्वेद पाठ, कोण के स्तंभों में देवी-देवाताओं स्थान

Ram Mandir News: प्रभु श्री राम के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान से पहले शुद्धिकरण के लिए पांच दिवसीय अनुष्ठान शुरू किया जा रहा है, जिसके चलते यजुर्वेद का पाठ किया जाएगा।

Aakanksha Dixit
Written By Aakanksha Dixit
Published on: 11 Jan 2024 6:53 AM GMT
Ayodhya News
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ram mandir source : newstrack 

Ram mandir news : 22 जनवरी 2024 का दिन पूरे भारतवर्ष के लिए गौरव भरा दिन है। क्योंकि उस दिन प्रभु श्री राम जी की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ कार्य संपन्न किया जाएगा। श्री राम मंदिर ट्रस्ट के द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के मुताबिक रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से प्रारंभ हो जाएगा।

प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान से पहले यजुर्वेद का पाठ

प्रभु श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करने से पहले स्थान का शुद्धिकरण व यज्ञमंडप के चतुर्वेद के प्रतीक चारों द्वारों पर वेद मूर्तियों की प्रतिष्ठा को लेकर पांच दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत की जा रही है। जिसके चलते यजुर्वेद का पाठ वैदिक आचार्यों द्वारा किया जाएगा। यह पारायण कार्य 15 जनवरी तक चलेगा। उसके बाद पुनः 16 जनवरी को कलश स्थापना एवं प्रायश्चित पूजन के साथ आगे का कार्यक्रम शुरू होगा।

पताकाओं का भी पूजन

प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान से जुड़े हुए यज्ञाचार्य अरुण कुमार दीक्षित ने बताया कि यज्ञ मंडप के चार द्वारा; पूरब ऋग्वेद, पश्चिम सामवेद, दक्षिण यजुर्वेद एवं उत्तर अथर्ववेद का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अनुष्ठान के आरंभ में वेद मूर्तियों को स्थापित कर उनका पूजन किया जाएगा। यहां तक मंडप के ऊपर लगाएं जाने वाली पताकाओं का भी पूजन परंपरा अनुसार होगा।

कोण के स्तंभों में अलग-अलग देवताओं का स्थान

यज्ञाचार्य ने बताया कि अलग-अलग कोण के स्तंभों में अलग-अलग देवताओं का स्थान नियत है। इनमें प्रथम ब्रह्मा, द्वितीय विष्णु, तृतीय रूद्र, चतुर्थ इंद्र, पंचम सूर्य, षष्टम गणपति, सप्तम यम, अष्टम नागराज, नवम स्कंद, दशम वायु, एकादश वरुण, द्वादश अष्टवसू, त्रयोदांश धनद, चतुरदश बृहस्पति व पञ्चदश विश्वकर्मा शामिल है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि यह सभी देवता कुंड में अग्नि देव का संरक्षण कर अनुष्ठान के सफलता में योगदान प्रदान करते हैं। अभी तक नेपाल समेत पूरे भारत वर्ष से सवा सौ से भी अधिक वेदाचार्य प्रभु श्री राम के यज्ञ अनुष्ठान के लिए अयोध्या पहुँच चुके है। और सभी ने अनुष्ठान का कार्य आरम्भ भी कर दिया है।

Aakanksha Dixit

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Content Writer

नमस्कार मेरा नाम आकांक्षा दीक्षित है। मैं हिंदी कंटेंट राइटर हूं। लेखन की इस दुनिया में मैने वर्ष २०२० में कदम रखा था। लेखन के साथ मैं कविताएं भी लिखती हूं।

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