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Ram Mandir: 7वें दिन भी भक्तों से भरा रामलला का दरबार, श्रद्धालुओं के लिए बनाई गई फास्ट ट्रैक लेन
Ram Mandir: सातवें दिन भी श्रद्धालु सुगमता से रामलला के दरबार में अपनी हाजिरी दे रहे हैं। 11:00 बजे तक, 30,000 से अधिक भक्तों ने बालक राम के दर्शन किये है।
Ram Mandir Ayodhya: रामलला के दरबार में सातवें दिन भी भक्तों की भीड़ लगातार उमड़ रहीं है। दर्शन और पूजा के लिए भक्त सुबह से ही राम मंदिर में कतार लगा कर खड़े हो रहे हैं। इसके साथ ही, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने सोमवार से नई व्यवस्था भी लागू कर दी है। प्रशासन ने राम जन्मभूमि पथ पर फास्ट ट्रैक लेन का शुभारंभ किया है।
लेन के जरिये पहुंचेंगे सीधे सिंह द्वार
जो श्रद्धालु बैग, जूता, चप्पल और मोबाइल छोड़कर खाली हाथ आएंगे, उन्हें इस लेन के माध्यम से राम मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति होगी। वे सीधे राम मंदिर के सिंह द्वार तक पहुंच सकेंगे। इस लेन पर फास्ट ट्रैक का संकेतक भी दिखाई दे रहा है। वर्तमान में आने वाले सभी श्रद्धालु को पहले तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र में जाकर अपने सामान की जांच कराकर सामान को जमा करना होगा। इसके बाद, उन्हें तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र के बगल के रास्ते से राम जन्मभूमि परिसर में भेजा जाएगा। सातवें दिन भी श्रद्धालु सुगमता से रामलला के दरबार में अपनी हाजिरी दे रहे हैं। 11:00 बजे तक, 30,000 से अधिक भक्तों ने बालक राम के दर्शन किये है।
लगातार सातवें दिन भी श्रद्धालुओं की भीड़
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद, अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ भरी संख्या में पहुंच रही है। इन दिनों में लाखों श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। राम भक्तों की भीड़ को देखते हुए, भगवान की आरती और दर्शन के समय की समय सारणी भी जारी कर दी गई है। इसके अनुसार, रामलला की मंगला आरती सुबह 4.30 बजे होगी, जबकि भक्त सुबह 6.30 बजे से रामलला के दर्शन कर सकेंगे। बताया जा रहा है कि दर्शन की अवधि एक घंटे के लिए बढ़ाई गई है।
3 करोड़ से अधिक का चढ़ावा
अभी भी रामनगरी अयोध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद हैं। राम मंदिर में पहले दिन 3 करोड़ से अधिक का चढ़ावा चढ़ा है। वहीं पहले दो दिन में 7.5 लाख भक्तों ने रामलला के दर्शन किए। वहीँ दूसरी तरफ पीएम मोदी ने अपने सभी कैबिनेट सहयोगीयों से अपील की है कि वे मार्च में दर्शन की योजना बनाएं। ऐसा इसलिए कहा गया है ताकि प्रोटोकॉल वाले वीआईपी लोगों के आने से जनता को किसी भी प्रकार का दिक्कतों का सामना न करना पड़े।