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Ayodhya News: ख़तरे के निशान के ऊपर सरयू नदी, बैराज से पानी छोड़ने के बाद बढ़ा संकट

Ayodhya News: केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार जलस्तर में लगातार दस सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हो रही है। इसके चलते जिले की तीन तहसीलों में बाढ़ के खतरे की घंटी बज गई है।

NathBux Singh
Published on: 10 Aug 2023 4:09 PM IST
Ayodhya News: ख़तरे के निशान के ऊपर सरयू नदी, बैराज से पानी छोड़ने के बाद बढ़ा संकट
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Ayodhya News (photo: social media )

Ayodhya News: विभिन्न बैराजों से छोड़े गए पानी और बारिश के चलते सरयू नदी तेजी से उफना रही है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान 92.730 सेंटीमीटर को लांघ 15 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार जलस्तर में लगातार 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हो रही है। इसके चलते जिले की तीन तहसीलों में बाढ़ के खतरे की घंटी बज गई है।

आपदा प्रबंधन की टीम कर रही गांवों का दौरा

केन्द्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार नदी का जलस्तर बुधवार शाम पांच बजे खतरे के निशान 92.730 मीटर से पांच सेंटीमीटर ऊपर 92.780 मीटर पर पहुंच गया है। जो बीती शाम छह बजे बढ़कर 92.81 मीटर हो गया। अनुमान है कि नदी का जलस्तर अगले कुछ घंटों में और तेजी से बढ़ेगा, गुरुवार सुबह आठ बजे जहां जलस्तर 92.870 था वहीं नौ बजे 92.880 पहुंच गया है। बाढ़ संभावित और प्रभावित क्षेत्रों में खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। जिला आपदा प्रबंधन की ओर से रुदौली, सोहावल और सदर के एसडीएम और तहसीलदारों को प्रभावित होने वाले गांवों में मूवमेंट के लिए कहा गया है। प्रबंधन की ओर से तीन बजे तक प्रभावित होने वाले गांवों की ताजा रिपोर्ट मांगी गई है।

अलर्ट पर बाढ़ चौकियां, सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न

जिला प्रशासन ने सरयू के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन की तैयारियां तेज कर दी हैं। पहले से स्थापित बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर रखा गया है। राहत-बचाव की सभी तैयारियां मुस्तैद रखी गई हैं। उधर, सरयू के तटवर्ती गांवों की सैकड़ों बीघा खेतों में पानी भर गया है। किसानों की फसल जलमग्न हो गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से राहत की गुहार लगाई है। उधर, प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि नुकसान का आकलन करने के बाद किसानों को राहत के तौर पर क्षतिपूर्ति की कवायद शुरू की जाएगी। सरयू के तटवर्ती इलाके के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। ग्रामीणों को जलमग्न खेतों से दूर रहने की हिदायद दी गई है।



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