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Ayodhya News: डॉ. राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय में पायथन स्किल्स पर सात दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

Ayodhya News: डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में पीएम ऊषा के सॉफ्ट कम्पोनेंट के अंतर्गत आईईटी संस्थान के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग में एक्सप्लोरिंग पायथन स्किल्स: ए टेक्निकल वर्कशॉप फॉर इनोवेटर्स विषय पर सात दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।

NathBux Singh
Published on: 19 Feb 2025 7:23 PM IST
Ayodhya News: डॉ. राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय में पायथन स्किल्स पर सात दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
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Ayodhya News: डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में पीएम ऊषा के सॉफ्ट कम्पोनेंट के अंतर्गत आईईटी संस्थान के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग में एक्सप्लोरिंग पायथन स्किल्स: ए टेक्निकल वर्कशॉप फॉर इनोवेटर्स विषय पर सात दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए आईटी निदेशक प्रो. संत शरण मिश्र ने कहा कि वर्तमान में किसी भी उद्योग और स्वरोजगार के लिए कौशल का होना बहुत जरूरी है। ज्ञान अर्जित कर इसकी उपयोगिता हासिल की जा सकती है। छात्रों को आधुनिक तकनीक में हो रहे बदलावों से परिचित होना जरूरी है। मुख्य अतिथि प्रो. अरविंद कुमार तिवारी केएनआईटी सुल्तानपुर ने पायथन स्किल्स के महत्व को समझाते हुए कहा कि उद्योग जगत में उच्च स्तरीय गुणवत्ता वाले सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं।

इससे प्राप्त उपयोगी विश्लेषणात्मक भाषा में सॉफ्टवेयर की जरूरत है। वर्तमान में कई उद्योग और डेटा एनालिसिस कंपनियां रोजगार उपलब्ध कराने में सहायक हैं। ये सॉफ्टवेयर प्रोग्राम और वेबसाइट बनाने के लिए कुशल इंजीनियरिंग छात्रों को रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि डॉ. सुधाकर त्रिपाठी आरईसी, अंबेडकर नगर ने एआई, मशीन लर्निंग और पायथन भाषा की बारीकियों को समझाते हुए महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि पायथन की सरलता और लचीलापन शोधकर्ताओं और डेवलपर्स को जटिल भाषाई समस्याओं को हल करने में सक्षम बनाता है। इसी क्रम में डॉ. रजनीश पांडेय ने भी संबोधित किया।

इस कार्यशाला की रूपरेखा डॉ. आशीष कुमार पांडेय और डॉ. अवधेश कुमार दीक्षित ने रखी। कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. चंदन कुमार ने किया। इस अवसर पर डॉ. वंदिता पांडेय, डॉ. प्रियंका श्रीवास्तव, डॉ. सुधीर श्रीवास्तव, डॉ. मयंक अग्रवाल, डॉ. रवि पांडेय, डॉ. नितेश दीक्षित, डॉ. प्रदीप वर्मा, इंजी. दिलीप कुमार, डॉ. शोभित श्रीवास्तव, डॉ. पीयूष राय, इंजी. दीपक अग्रवाल, डॉ. दिनेश कुमार राव, डॉ. आशुतोष कुमार सिंह, डॉ. अवधेश मौर्य, डॉ. आरके सिंह, डॉ. रमेश मिश्रा सहित अन्य शिक्षक और प्रतिभागी मौजूद रहे।

डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा, खेल एवं योग विज्ञान संस्थान में पीएम उषा के सॉफ्ट घटकों के अंतर्गत 'दैनिक जीवन में योग' विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि अनंत श्री पंचकर्म क्लीनिक एवं आयुर्वेद अनुसंधान केंद्र अयोध्या के अध्यक्ष नितेश दुबे ने छात्र-छात्राओं एवं प्रतिभागियों को योग एवं आयुर्वेद से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि योग एवं आयुर्वेद भारत की प्राचीन विद्या है। इससे भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। कार्यशाला के मुख्य वक्ता गांधी पीजी कॉलेज आजमगढ़ के प्रो. प्रशांत राय ने पंचकोश पर बोलते हुए कहा कि मानव जीवन में पंचकोश न केवल शरीर के स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मानव शरीर में अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, विज्ञानमय एवं आनंदमय पंचकोश हैं, जिनका अनुसंधान एवं जागरण कर व्यक्ति न केवल स्वास्थ्य बल्कि जीवन के अंतिम लक्ष्य मोक्ष एवं आनंद को भी प्राप्त कर सकता है।

अंत में उन्होंने अन्नमय, प्राणमय, मनोमय एवं विज्ञानमय से अन्य लोगों को परिचित कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के संस्थान के निदेशक प्रो. एस.एस. मिश्रा ने कहा कि आज योग हर मनुष्य और पूरे समाज के दैनिक जीवन की अनिवार्य आवश्यकता है। आहार-विहार, शयन, जागरण, चिन्तन, कार्य, आचरण को सबसे उपयुक्त तरीके से अपनाकर व्यक्ति समग्र स्वास्थ्य प्राप्त कर सकता है। क्योंकि ईश्वर इस शरीर में निवास करते हैं, इसलिए हमें हर जगह अति का त्याग करके संतुलित जीवनशैली अपनानी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के डॉ. अर्जुन सिंह ने किया। आभार प्रदर्शन अनुराग सोनी ने किया।



Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

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