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UP News: रेल मंत्रालय सदस्य बताकर करोड़ों की ठगी, VIP प्रोटोकॉल, सरकारी गनर...UP STF ने जाल बिछाकर अयोध्या से दबोचा

Thug Anup Choudhary Arrest : ठग अनूप चौधरी खुद को वीआईपी दिखाने के लिए फर्जी पुलिसकर्मी भी सुरक्षा में तैनात रखता था। अनूप चौधरी का ओएसडी और ड्राइवर फिरोज भी गिरफ्तार हुआ है। चौधरी पर यूपी, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान में कई मामले दर्ज हैं। 

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Published on: 24 Oct 2023 10:54 PM IST
Thug Anup Choudhary Arrest
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Thug Anup Choudhary (Social Media)

Thug Anup Choudhary Arrest : यूपी एसटीएफ (UP STF) को बड़ी सफलता हासिल हुई। स्पेशल टास्क फाॅर्स ने खुद को मोदी सरकार (Modi government) के मंत्रालय का सदस्य बताकर करोड़ों की ठगी करने वाले शातिर अनूप चौधरी (Thug Anoop Chaudhary) को अरेस्ट कर लिया। एसटीएफ ने अनूप के साथ उसके ओएसडी/ड्राइवर फिरोज को भी पकड़ा। दरअसल, अनूप चौधरी स्वयं को रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) का सदस्य बताता था। दोनों को अयोध्या के सर्किट हाउस से गिरफ्तार किया गया।

बता दें, उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) ने दोनों पर 15000 रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था। अनूप चौधरी ने अपना जलवा दिखाने के लिए फर्जी पुलिसकर्मी भी सुरक्षा में तैनात कर रखा था।

VIP विजिट के नाम पर दिखाता था रौब

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अनूप चौधरी उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में लेटर पैड भेजकर प्रोटोकॉल दिए जाने की मांग करता था। VIP विजिट के नाम पर वह अफसरों पर अपना रौब भी झाड़ता था। साथ ही, चौधरी कई लोगों को टेंडर आदि दिलाने का दावा कर उनसे रुपए ठगता था। अनूप चौधरी के ऊपर यूपी और उत्तराखंड में जालसाजी के कई मुकदमे दर्ज हैं। UP STF लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी।


अयोध्‍या में एक को चूना लगाने की फ़िराक में था

जानकारी के अनुसार, अयोध्‍या (Ayodhya News) में अनूप चौधरी सत्य प्रकाश वर्मा नाम के शख्स से ठगी के प्रयास में था। एसटीएफ की टीम जब चौधरी को पकड़ने पहुंची तो वर्मा वहीं बैठा था। पूछताछ में वर्मा ने बताया कि वह अनूप चौधरी के साथ अलग-अलग तीर्थ स्थलों पर दर्शन कराने के लिए हवाई जहाज यात्रा से जुड़ी कंपनी बनाए जाने को लेकर चर्चा कर रहा था। अनूप चौधरी के ड्राइवर फिरोज के अलावा एक सुरक्षाकर्मी भी पकड़ा गया था। उसने स्वयं को गाजियाबाद पुलिस (Ghaziabad Police) में तैनात होने की बात बताई। एसटीएफ के अफसर इसकी भी जांच कर रहे हैं।

ऐसे फंसा UP STF के जाल में

अनूप चौधरी ना सिर्फ लोगों से ठगी कर रहा था, बल्कि एक पॉलिटिकल पार्टी और सरकार के नाम का इस्तेमाल कर छवि भी धूमिल कर रहा था। एसटीएफ ने उसके बारे में सभी सूचनाएं इकठ्ठा कर ली। 23 अक्टूबर, 2023 को STF को पता चला कि अनूप अयोध्या के सर्किट हाउस (Circuit House of Ayodhya) में ठहरा हुआ है। जिसके बाद यूपी एसटीएफ की टीम सर्किट हाउस पहुंची। तब वहां अनूप नहीं मिला। एसटीएफ टीम ने ठहरकर उसका इंतजार किया। कुछ समय बाद एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो आती दिखी। उसकी आगे की सीट पर एक गनर बैठा था। स्कॉर्पियो रोकने पर उससे एक पुलिसकर्मी भी उतरा। उसने अपना नाम पवन कुमार बताया। तैनाती गाजियाबाद जिले में होने की जानकारी दी। उसने गाड़ी के भीतर बैठे अनूप चौधरी को रेल मंत्रालय भारत सरकार का सदस्य बताते हुए खुद को उसका गनर बताया। गाड़ी में अनूप और पवन के साथ ड्राइवर फिरोज आलम सहित एक अन्य शख्स सतेंद्र वर्मा मौजूद था।


रामलला के VVIP दर्शन का दिया झांसा

स्कॉर्पियो में बैठा सतेंद्र वर्मा लखनऊ में कारोबार करता है। वही अनूप चौधरी का अगला टारगेट था, जिससे पैसे ऐंठने थे। वर्मा को झांसा देकर लखनऊ से अयोध्या लाया था। उसने रामलला का वीवीआईपी दर्शन कराने का प्रलोभन भी दिया था।

जज ने दोनों को जेल भेजा

यूपी एसटीएफ ने करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले इस 'महाठग' और उसके ड्राइवर को हिरासत में ले लिया। गिरफ़्तारी के बाद दोनों को स्पेशल रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। जज ने दोनों को जेल भेज दिया है। बया दें, अनूप मूलतः अयोध्या के रौनाही थाने के पिलखांवा गांव का रहने वाला है। मगर, वह गाजियाबाद के वैशाली में रहकर ठगी का धंधा चलाता था।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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