No bail to Azam Khan: सपा नेता आज़म खान को नहीं मिली बेल, ईद मनेगी जेल में

No bail to Azam Khan: रामपुर पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 2017 में राज्य में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से आजम खान के खिलाफ 81 मामले दर्ज किए गए हैं। आजम खान को दो को छोड़कर बाकी सभी मामलों में जमानत मिल गई है।

Rakesh Mishra
Published on: 28 April 2022 12:32 PM GMT (Updated on: 28 April 2022 1:07 PM GMT)
सपा नेता आज़म खान को नहीं मिली बेल, ईद मनेगी जेल में
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आज़म खान (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया)

No bail to Azam Khan: समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से विधायक आज़म खान की ईद इस बार जेल में ही मनेगी। आज हुई सुनवाई में उन्हें जमानत नहीं मिली। अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख 4 मई मुकर्रर किया है।

खान वर्तमान में कई मामलों में सीतापुर जिला जेल में बंद हैं। रामपुर पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 2017 में राज्य में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से आजम खान के खिलाफ 81 मामले दर्ज किए गए हैं। आजम खान को दो को छोड़कर बाकी सभी मामलों में जमानत मिल गई है।

आज़म खान पर 2019 में लखनऊ पुलिस द्वारा आईपीसी की धारा 500 (मानहानि) और 505 (2) (वर्गों के बीच दुश्मनी, घृणा या दुर्भावना पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया था।

खान अपने खिलाफ दर्ज कई मामलों में फरवरी 2020 से जेल में बंद है। आजम खान को उनके बेटे और पत्नी के साथ जमीन हथियाने, अतिक्रमण करने और फर्जी जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के कई मामलों में गिरफ्तार किया गया था। आज़म खान के बेटे को जमानत मिल चुकी है। आज़म खान के पुत्र अब्दुल्लाह आज़म खान भी विधायक हैं।

आजम खान ने हाल ही में संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव रामपुर सीट से लड़ा था। आजम खान इस विधानसभा सीट से नौ बार विधायक रह चुके हैं। इस सीट से वह पहली बार साल 1980 में विधायक चुने गए थे। 2017 के चुनाव में आजम को 102100 यानी करीब 47.74 फीसदी वोट मिले थे।

आज़म हैं सपा से नाराज

जनवरी में, आजम खान ने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हालांकि, शीर्ष अदालत ने समाजवादी पार्टी (सपा) नेता को अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया था।

आज़म खान को लेकर इस समय उत्तर प्रदेश का सियासी बाजार भी बहुत गर्म है। बताया जा रहा है कि आज़म अपनी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और अध्यक्ष अखिलेश यादव दोनों से नाराज चल रहे हैं। उनका मानना है कि इन दोनों नेताओं ने उनकी रिहाई के लिए पुरजोर प्रयास नहीं किया। इसी क्रम में आज़म खान पर और भी पार्टियां डोरे डाल रही हैं। बीते दिनों पार्टी नेता रविदास मेहरोत्रा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल आज़म खान से मिलने सीतापुर जेल भी गया था। लेकिन आज़म में मिलने से ही मना कर दिया।

जेल में बंद आजम खान के साथ बढ़ती दूरियों की खबरों के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को दोहराया कि उनकी पार्टी वरिष्ठ नेता के साथ खड़ी है।

क्या कहा अखिलेश ने?

बुद्धवार को अखिलेश मैनपुरी में एक शादी में शामिल होने गए थे। वहां उन्होंने मीडिया से कहा कि समाजवादी पार्टी आजम खान के साथ है। पहले दिन से हमारी पार्टी उनके साथ खड़ी है। सवाल पूछने वालों से पूछा जाना चाहिए कि जब बीजेपी और कांग्रेस ने उनके खिलाफ केस दर्ज करना शुरू किया तो वे कहां थे। कहां थे बीजेपी के बड़े नेता? कहां थे कांग्रेस के बड़े नेता? आज बोलने वालों को अपने आप से पूछना चाहिए कि तब वे कहाँ थे? जो केस दर्ज कर रहा था, उसकी मैंने उस शख्स से बात की थी। और मैंने पूछा था कि वह इतने बड़े नेता को क्यों परेशान कर रहे हैं? आप सरकार के दबाव की कल्पना नहीं कर सकते।

Rakesh Mishra

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