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Azamgarh by-election: मायावती बुल्डोजर व अग्निपथ पर भड़कीं, बोलीं आजमगढ़ की जनता बीजेपी को सिखाए सबक
Azamgarh by-election: बसपा की मुखिया मायावती ने आजमगढ़ उपचुनाव से पहले आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने लोगों से बसपा प्रत्याशी शाहआलम उर्फ गुड्डू जमाली को जिताने की अपील की है।
Lucknow: बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) की मुखिया मायावती (BSP chief Mayawati) ने आजमगढ़ उपचुनाव (Azamgarh by-election) से पहले आज प्रेस कॉन्फ्रेंस (press conference) कर अपने लोगों से बसपा प्रत्याशी शाहआलम उर्फ गुड्डू जमाली (BSP candidate Shah Alam alias Guddu Jamali) को जिताने की अपील की है। मायावती ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) पर हमला बोलते हुए कहा कि जनता उन्हें सबक सिखाएं।
बसपा के गुड्डू जमाली आजमगढ़ से कई बार विधायक रह चुके हैं और जनता की निरंतर सेवा करते हैं. वह जाति धर्म नहीं देखते. वह सभी के लिए खड़े रहते हैं. ऐसे में गुड्डू जमाली को अपना वोट दें। मायावती (Mayawati) ने बीजेपी और सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि बीएसपी को जीताकर सपा को बीजेपी से उनकी मिलीभगत का सबक सिखा सकते हैं।
बता दें 23 जून को आजमगढ़ में होने वाले उपचुनाव के लिए तीनों मुख्य पार्टियां पूरी ताकत झोंक दी है. आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में भी आजमगढ़ में जनसभा को संबोधित कर बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल निरहुआ के लिए वोट मांगा. तो वहीं लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मायावती ने भी अपने प्रत्याशी को जिताने की अपील की है।
मायावती ने शाह आलम को जिताने के लिए जनता से की अपील
मायावती ने जहां एक ओर शाह आलम को जिताने की अपील की वहीं सपा बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्हें एक जैसा बताया। सरकार द्वारा लाए गए अग्निपथ योजनाओं पर भी मायावती ने सरकार को घेरते हुए कहा कि यह भले ही उपचुनाव है लेकिन भाजपा को उसकी अग्निपथ जैसी जनविरोधी योजनाओं और बुलडोजर का उपयोग करने के अपने तौर-तरीकों के लिए सबक सिखा सकते हैं। लोग बीजेपी के साथ आंतरिक गठबंधन के लिए सपा को इस चुनाव में भी दंडित कर सकते हैं। उन्होंने कहा भाजपा को सिर्फ बहुजन समाज पार्टी ही हरा सकती है सपा नहीं।
अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट
गौरतलब है की समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav) के इस्तीफे के बाद खाली हुई आजमगढ़ लोकसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। समाजवादी पार्टी की ओर से जहां अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव मैदान में हैं तो वहीं बीजेपी से भोजपुरी स्टार दिनेश लाल निरहुआ। मायावती ने आजमगढ़ के ही निवासी शाहआलम को मैदान में उतारा है।
शाहआलम भले ही यूपी चुनाव से पहले बसपा छोड़कर ओवैसी की पार्टी से विधानसभा का चुनाव लड़े थे लेकिन नतीजों के बाद मायावती ने उन्हें फिर से पार्टी में बुलाया और अब उन्हें लोकसभा का प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। शाहआलम ने उपचुनाव के लिए स्थानीय बनाम बाहरी का नारा दिया है। अब देखना होगा कि बसपा के लिए दलित और मुस्लिम समीकरण उपचुनाव में कितना सटीक बैठता है। क्योंकि यह समाजवादी पार्टी का गढ़ है और भाजपा भी इस में सेंधमारी में लगी है।