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Azamgarh: 'शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण और स्थायी होना चाहिए, बोले मण्डलायुक्त मनीष चौहान
Azamgarh News: मण्डलायुक्त ने प्रार्थना पत्र को इंगित करते हुए उपजिलाधिकारी को निर्देश दिया कि, इन मामलों का स्थायी निराकरण राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम भेजकर कराना सुनिश्चित करें।
समस्याएं सुनते मण्डलायुक्त मनीष चौहान (Social Media)
Azamgarh News: मण्डलायुक्त मनीष चौहान तथा आईजी अखिलेश कुमार ने सम्पूर्ण समाधान दिवसों के औचक निरीक्षण के क्रम में शनिवार (20 जनवरी) को तहसील निजामाबाद में आयोजित सम्पूर्ण समाधान का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दोनों अधिकारियों ने उपस्थित आमजन से उनकी शिकायतें सुनीं। उनके समयबद्ध निस्तारण हेतु संबंधित विभागों को निर्देशित किया।
इस दौरान अधिकारियों के समक्ष कुल 25 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए गए। जिसमें राजस्व के 16, पुलिस के 3, विकास के 3 तथा शेष अन्य विभागों से सम्बन्धित थे। प्राप्त प्रार्थना पत्रों में मौके पर 4 मामलों का निस्तारण किया गया।
मण्डलायुक्त- समय सीमा के भीतर हो निस्तारण
मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने निर्देश दिया कि, 'जो भी मामले अनिस्तारित हैं उसे निर्धारित समय सीमा के अन्दर अनिवार्य रूप से निस्तारित हो जाने चाहिए। आमजन से उनकी समस्याओं की सुनवाई के दौरान शिकायतकर्ताओं द्वारा पूर्व में भी प्रकरण को प्रस्तुत किए जाने के सम्बन्ध में अवगत कराया गया। मण्डलायुक्त ने इस स्थिति पर असन्तोष व्यक्त करते हुए उपजिलाधिकारी, निजामाबाद को निर्देशित किया कि जो भी निस्तारण हो वह गुणवत्तापूर्ण एवं स्थायी होना चाहिए, ताकि किसी शिकायतकर्ता को एक ही प्रकरण के सम्बन्ध में बार बार तहसील या जनपद मुख्यालय आने की जरूरत न पड़े।'
ये मामले सामने रखे गए
मण्डलायुक्त मनीष चौहान के समक्ष ग्राम चन्दाभारी निवासी एक महिला द्वारा अपने निर्माणाधीन मकान की दीवार विपक्षियों द्वारा गिरा दिये जाने एवं मारपीट किए जाने, ग्राम आजमपुर तथा धरनीपुर विसयां के शिकातकर्ताओं ने राजस्व टीम द्वारा स्थापित खूॅंटा उखाड़ कर फेंक दिये जाने, ग्राम महुआर के एक शिकायतकर्ता ने पारित आदेश के अनुसार पैमाइश कराये जाने के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया। जिस पर उन्होंने त्वरित कार्यवाही कराये जाने हेतु उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया।
DM को दिए आदेश
मण्डलायुक्त ने प्रार्थना पत्र को इंगित करते हुए उपजिलाधिकारी को निर्देश दिया कि, इन मामलों का स्थायी निराकरण राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम भेजकर कराना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार उन्होंने खूॅंटा उखाड़ दिये जाने की शिकायतों के सम्बन्ध में निर्देश दिया कि ऐसे मामलों में दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाय। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने कहा कि सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण की शिकायतों को गंभीरता से लें तथा जॉंच करायें, जो भी दोषी पाया जाय उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाय।