Azamgarh News: ARTO ऑफिस में कमिश्नर का औचक निरीक्षण, कई कर्मचारी मिले अनुपस्थित, वेतन काटने के निर्देश

Azamgarh News: मण्डलायुक्त ने कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने हेतु सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) को निर्देशित किया।

Shravan Kumar
Published on: 18 July 2024 1:14 PM GMT
Azamgarh News
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 Azamgarh News (Pic: Social Media)

Azamgarh News: मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने बृहस्पतिवार को एआरटीओ (सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी) कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय कार्यालय में कार्यरत 12 कर्मचारियों के सापेक्ष मात्र 4 कर्मचारी ही उपस्थित थे। इसी प्रकार सारथी योजना के तहत कार्यरत 8 कार्मिकों के सापेक्ष 5 कार्मिक उपस्थित मिले। मण्डलायुक्त ने कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने तथा सम्बन्धित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण कर प्राप्त करने हेतु सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) को निर्देशित किया।

उन्होंने निरीक्षण के दौरान कार्यालय में मौजूद 7 प्राइवेट व्यक्तियों से भी पूछताछ किया। पूछताछ में शिवमंगल एवं रामबदन नामक 2 व्यक्तियों की गतिविधियॉं संदेहजनक पाई गयी। उक्त दोनों व्यक्तियों को थाना सिधारी की अभिरक्षा में भेजकर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया। उन्होंने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया कि कार्यालय की साफ सफाई तथा अभिलेखों का सुव्यवस्थित रख रखाव तत्काल सुनिश्चित करें। मंण्डलायुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि कार्यालय में आने वाले सामान्य नागरिकों से मृदु व्यवहार किया जाय तथा कार्यालय परिसर में आवांछनीय तत्वों और दलालों के प्रवेश को सख्ती से निषेध किया जाय।

एआरटीओ ऑफिस में दलालों का रहता है कब्जा

एआरटीओ ऑफिस में कर्मचारियों से ज्यादा दलालों का जमघट रहता है। लोग अपना ड्राइविंग लाइसेंस या अन्य काम से एआरटीओ ऑफिस में जाते हैं तो वहां दलालों का वर्चस्व ज्यादा दिखाई देता है। अभी हाल ही में 4 जुलाई को एआरटीओ के ड्राइवर अनिल शुक्ला को ऑफिस से बाहर बुलाकर सात आठ दलालों ने उनकी जमकर पिटाई किया था। अभी भी अनिल शुक्ला के आंखें और कंधो में गंभीर चोट के कारण अभी भी इलाज चल रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि कर्मचारियों के संरक्षण मे ही दलालों का बोलबाला होता है।

Durgesh Sharma

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