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मण्डलायुक्त ने अटल आवासीय विद्यालय का किया निरीक्षण, जाँच में अनियमितता पाये जाने अफसरों पर गिरी गाज
Azamgarh News: मण्डलायुक्त ने उप श्रमायुक्त राजेश कुमार एवं श्रम प्रवर्तन अधिकारी देवेन्द्र सिंह को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
Azamgarh News: मण्डलायुक्त विवेक ने तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम गंभीरवन स्थिति अटल आवासीय विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। जहॉं अनेक अनियमिततायें पाई गयीं। उन्होंने देर सायं तक चले निरीक्षण के दौरान विद्यालय में पाई गयी भारी अनियमितताओं पर सख्त नाराजगी जतायी है। उन्होंने उप श्रमायुक्त राजेश कुमार एवं श्रम प्रवर्तन अधिकारी देवेन्द्र सिंह को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही विद्यालय के नोडल अधिकारी सहायक श्रमायुक्त पवन कुमार सोनकर के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही किए जाने तथा प्रधानाचार्य ब्रज किशोर नरायन सिंह को विद्यालय से हटाने की संस्तुति प्रेषित किए जाने का निर्देश दिया।
इसके अलावा विद्यालय में तैनात एक लिपिक आशुतोष राय जिसे लाइब्रेरियन का भी दायित्व सौंपा गया था, के विरुद्ध कई गंभीर शिकायतें मिलने पर मण्डलायुक्त ने उसकी सेवा को तत्काल प्रभाव से समाप्त किए जाने का भी निर्देश दिया। मण्डलायुक्त विवेक ने विद्यालय में छात्र छात्राओं से सीधे संवाद कर पठन पाठन, आवासीय सुविधाओं, भोजन, हास्टल में मिलने वाली सुविधाओं, पाठ्य सामग्री की उपलब्धता, खेलकूल, स्टेशनरी, विद्यालय और हास्टल की साफ सफाई आदि के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी ली।
उन्होंने अपने निरीक्षण के क्रम में सबसे पहले कतिपय कक्षाओं में जाकर बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता का जायजा लिया। उनके द्वारा पूछे गये सामान्य प्रश्नों का उत्तर दिया गया। कक्षाओं के बच्चों द्वारा अवगत कराया गया कि उन्हें एक साल में 12 कापियॉं तथा दो कलम ही दिये गये हैं। इसके अलावा जो बैग दिये गये थे वे फट गये हैं, पीने के लिए आरओ का पानी उपलब्ध नहीं होता है। खेल के मैदान में जमीन से काफी कंकर निकल रहे हैं, जिससे खेलने में प्रायः चोट लग जाती है।
छात्र छात्राओं द्वारा यह भी बताया गया कि हास्टल की हफ्ते में दो तीन बार ही सफाई होती है, जबकि प्रतिदिन सफाई होनी चाहिए। यह भी बताया गया कि साफ सफाई के लिए झाड़ू, नहाने के लिए साबुन, शैम्पू तथा तेल, ब्रश, टूथपेस्ट आदि भी नहीं दिया जा रहा है। छात्राओं द्वारा बताया गया कि भण्डार पाल द्वारा पहले उन्हें 6-6 साबुन दिये गये थे, परन्तु बाद में 2-2 साबुन वापस ले लिए गये गये। इसके अलावा छात्र छात्राओं द्वारा भोजन मीनू के अनुसार नहीं दिये जाने तथा भोजन की क्वालिटी अत्यन्त खराब होने आदि सहित कई अन्य शिकायतें की गयी।
मण्डलायुक्त ने छात्र, छात्राओं से प्राप्त शिकायतों की पुष्टि के लिए पूरे टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को प्रिन्सिपल के चैम्बर में एकत्र कर सम्पादित कार्यों की समीक्षा किया तो कई अनियमिततायें प्रकाश में आईं तथा छात्र छात्राओं द्वारा की कई अधिकांश शिकायतों की पुष्टि हुई। उन्होंने भोजन के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों के परिप्रेक्ष्य में मेस में जाकर भोजन की गुणवत्ता को स्वयं परखा तो पाया कि चावल अत्यन्त खराब क्वालिटी का पकाया गया है, जिससे खराब महक आ रही थी तथा उसमें काफी मात्र में कंकर पत्थर भी पाये गये। इसी प्रकार सब्जी और दाल में बहुत अधिक पानी मिलाकर बिल्कुल पतला बनाया गया है।