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Azamgarh News: अधर्म के प्रतीक कागज के रावण को कब तक जलाओगे , अंदर के अहंकार को जलाओ
Azamgarh News: बुराई से अच्छाई की जीत के लिए शनिवार को जिले भर में रावण का पुतला दहन किया जाएगा। इसके अलावा रामलीला कमेटियों की तरफ से शुक्रवार को दिनभर तैयारी की जाती रही।
Azamgarh News: 12 अक्टूबर दशहरा पर दुर्गा पूजा पंडालों में दर्शन पूजन के लिए जन सैलाब शाम होते ही उमड़ पड़ा। आकर्षक रोशनी से पूरे शहर जगमगा उठता है। पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। प्रमुख सड़कों पर बिजली की आकर्षक झालर लगाए गए है।
रामलीला कमेटी के साथ-साथ दुर्गा पूजा पंडालों को तरह तरह से सजाई गई है। इसके अलावा शहरों एवं ग्रामीण इलाकों में त्योहार को लेकर खुशियों का माहौल छाया हुआ है। कहीं-कहीं मोहल्ले में बिजली की आकर्षक सजावट की गई है जो शाम होते ही जगमगा उठता है।
बुराई से अच्छाई की जीत के लिए शनिवार को जिले भर में रावण का पुतला दहन किया जाएगा। इसके अलावा रामलीला कमेटियों की तरफ से शुक्रवार को दिनभर तैयारी की जाती रही। पुतला दहन से पहले कमेटियों की तरफ से राम रावण के बीच प्रतीकात्मक युद्ध कराया जाएगा। शहर में तीन जगह पुरानी कोतवाली, पुरानी सब्जी मंडी, एलवल में रावण और राम के बीच युद्ध होगा। रावण का अंत होने के बाद पुतला जलाया जाएगा। इस अवसर पर आतिशबाजी भी की जाएगी।
आश्रम मे कन्याओं का किया गया पूजन
आत्मा अनुसंधान आश्रम परिसर मई खरगपुर में नौ कन्याओं के पैर धुलकर उनकी विधि विधान से पूजन की गई। उन्हें चुनरी ओढ़ाई गई। पूजा अर्चन कर सभी को भोजन कराया गया। इसके बाद वस्त्र, फल, मिठाई आदि भेंट कर विदाई दी गई। इस दौरान महिलाएं देवी,पचरा और मंगल गीत गाती रही। इस अवसर पर ग्रामीणों की भारी उपस्थिति थी।
हनुमान ने लंका मे लगाया आग, मचा हाहाकार
पुरानी कोतवाली में श्री रामलीला समिति के तत्वाधान में कई दिनों स चल रही रामलीला कलाकारों ने लंका दहन और रामेश्वर स्थापना का मंचन किया। हनुमान जी के लंका दहन करते ही जय श्री राम के जयकारे से पूरा पंडाल गूज उठा। मां सीता का पता लगाने के लिए हनुमान जी समुद्र लाँघ कर लंका पहुंचे। वहां पहुंचने पर उन्हें जोरों की भूख लगती है और वह लंका में एक वाटिका में पहुंचकर फल खाते हैं। पेड़ों को तह नहस कर देते हैं। इसकी सूचना मिलने पर मेघनाथ हनुमान जी को पकड़ने के लिए पहुंचता है, दोनों के बीच युद्ध होता है बाद में मेघनाथ हनुमान जी को बंदी बनाकर रावण के दरबार में ले जाता है, जहां रावण हनुमान जी की पूँछ में आग लगाने का आदेश देता था।पूँछ में आग लगने के बाद हनुमान जी पूरी लंका को जला देते हैं जिससे पूरे लंका में हाहाकार मच जाता है।
दशहरा पर चप्पे-चप्पे पर तैनात किए गए पुलिसकर्मी
दशहरा के अवसर पर शहर में भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों के तैनाती की गई है। दुर्गा पंडाल के बाहर भी पुलिसकर्मियों की तैनाती गयी है। महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया। इसके अलावा मनचले और चोर उच्चको पर नजर रखने के लिए सादा ड्रेस में पुलिस लगातार भ्रमण करते हैं। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने बताया कि दुर्गा पूजा की भीड़ देखते हुए पूरे शहर और अलग-अलग सर्किल में बाँट कर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा के तगड़े इंतजार किए गए हैं, दर्शन पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सहूलियत का भी पुलिसकर्मी ध्यान में रखकर ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
आरएसएस के बैरिस्टर विभाग प्रचारक ने कहा कि हम लोग कब तक असत्य और अधर्म के प्रतीक कागज के रावण का पुतला जलाते रहेंगे। अपने अंदर के अहंकार को जलाना है। अब अपने शरीर, मन और वाणी को एक-एक कर पुरुषार्थ और विजय की भावना के साथ संपूर्ण समाज को संगठित कर एक साथ मिलकर विजय शालिनी पथ पर चलने की आवश्यकता है यही कलयुग का युग धर्म है यही विजय मार्ग है।