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Azamgarh News: महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह, राज्यपाल ने 83 मेधावियों को दिया गोल्ड मेडल

Azamgarh News: राज्यपाल ने आजमगढ़ व मऊ के 83 छात्र-छात्राओं को अपने पाठ्यक्रमों व संकाय में अव्वल आने पर गोल्ड मेडल व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।

Shravan Kumar
Published on: 23 Sep 2024 11:31 AM GMT
First convocation of Maharaja Suheldev State University, Governor gave gold medals to 83 meritorious students
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महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह, राज्यपाल ने 83 मेधावियों को दिया गोल्ड मेडल: Photo- Newstrack

Azamgarh News: आजमगढ़ के जहानागंज क्षेत्र के अंतर्गत महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय का पहला दीक्षांत समारोह सोमवार को संपन्न हुआ। समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति व उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की। मुख्य अतिथि बठिंडा यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी और कार्यक्रम के विशेष अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय व उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. रजनी तिवारी, महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा समेत अन्य लोगों ने अतिथियों का स्वागत किया।

83 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल

राज्यपाल ने आजमगढ़ व मऊ के 83 छात्र-छात्राओं को अपने पाठ्यक्रमों व संकाय में अव्वल आने पर गोल्ड मेडल व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को भी प्रशस्ति पत्र व किट बैग देकर सम्मानित किया।

बता दें कि इसी वर्ष मार्च माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विश्वविद्यालय का लोकार्पण किया था। हालांकि पिछले दो वर्षों से अस्थाई कार्यालय बनाकर विश्वविद्यालय का संचालन किया जा रहा था। अब विश्वविद्यालय का खुद का कैंपस हो गया है। जिसमें पहला बड़ा कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के रूप में आजमगढ़ विश्वविद्यालय का निर्माण कराया गया है और इस विश्वविद्यालय से आजमगढ़ तथा मऊ जनपद के 469 महाविद्यालय संबद्ध हैं। जिसमें चार राजकीय महाविद्यालय हैं।

राज्यपाल ने अपने संबोधन में बालिकाओं की शिक्षा को लेकर कई तथ्य रखे और बालिकाओं की शिक्षा के प्रति समाज की सोच पर भी उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए लोगों को सोच बदलने की नसीहत दी। वहीं युवाओं से पढ़ लिखकर आगे आने की बात कही और स्वयं के रोजगार से जुड़ने के लिए भी प्रोत्साहित किया। सरकार द्वारा बालिकाओं व युवाओं से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी।

खासकर बालिकाओं की शिक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि उनको परिवार की तरफ से बहुत कम मौका दिया जाता है, जबकि बालकों को प्रोत्साहित किया जाता है। हालांकि अगर मौका मिलता है तो बालिकाएं शिक्षा में ज्यादा आगे निकलती हैं। लेकिन उनको मौके कम दिए जाते हैं। उन्होंने गोल्ड मेडल पाने वाले सभी बच्चों को शुभकामनाएं दी और भविष्य में अपने मेडल के सम्मान में आगे बढ़ते रहने को कहा।

सबसे पहले हम भारत मां की संतान हैं

राज्यपाल ने कहा कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री के जन्म दिवस पर राजभवन में उन्होंने कुपोषित बच्चों को पोषण पोटली वितरित की। 50 फीसदी से ज्यादा बच्चियां थीं। उन्होंने कहा कि वह नहीं जानती थीं कौन किस जाति से कुपोषित था, क्योंकि सबसे पहले हम भारत मां की संतान हैं। वहीं कुपोषित बच्चों को गोद लेने को लेकर उन्होंने अधिकारियों व संस्थाओं द्वारा किए जा रहे कार्यों पर भी टिप्पणी की।

इससे पूर्व कुलपति प्रदीप कुमार शर्मा ने विश्वविद्यालय के शिलान्यास से लोकार्पण व शिक्षण व्यवस्था को लेकर स्लाइड के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। मुख्य अतिथि बठिंडा यूनिवर्सिटी के कुलपति ने भी शिक्षा के महत्व को लेकर कई बातें कहीं। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री ने राज्यपाल के उत्तर प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए किया जा रहे कार्यों को याद करते सराहना की। वही राज्य मंत्री डॉक्टर रजनी तिवारी ने भी बालिकाओं की शिक्षा को लेकर कई बातें बतायी।

Shashi kant gautam

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