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Azamgarh News: आजमगढ़ की सड़कों पर निकला हुजूम, श्रेया की माँ ने पुलिस पर लगाये आरोप
Azamgarh Shreya Tiwari Death Case Update: आजमगढ़ स्थित चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल में 11वीं की छात्रा श्रेया की मौत मामले में शनिवार को भी अभिभावक सैकड़ो लोगों के साथ सड़क पर उतरे। श्रेया के माता-पिता के नेतृत्व में शहर के मुख्य चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला।
Azamgarh Shreya Tiwari Death Case Update: आजमगढ़ स्थित चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल में 11वीं की छात्रा श्रेया की मौत मामले में शनिवार को भी अभिभावक सैकड़ो लोगों के साथ सड़क पर उतरे। श्रेया के माता-पिता के नेतृत्व में शहर के मुख्य चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला। छात्रा के माता-पिता ने जिलाधिकारी को पत्रक सौंप कर प्रकरण की जांच आजमगढ़ पुलिस से ही कराए जाने की मांग की। छात्रा के माता-पिता ने फफकते हुए कहा कि अब मेरी बेटी तो लौटकर नहीं आएगी लेकिन हम न्याय चाहते हैं। मां ने कहा कि आजमगढ़ पुलिस की विवेचना में ऐसी क्या गड़बड़ी थी कि मऊ पुलिस ने उसे सिरे से खारिज कर दिया और गिरफ्तार प्रधानाचार्या और क्लास टीचर को पूरी तरह से क्लीन चिट दे दिया। वहीं पिता ने प्रकरण में सीबीआई जांच की मांग भी की।
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31 जुलाई को चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल में कक्षा 11 में पढ़ने वाली छात्रा श्रेया तिवारी की तीसरी मंजिल से संदिग्धावस्था में गिर कर मौत हो गई थी। श्रेया तिवारी के परिजनों का आरोप था कि विद्यालय प्रशासन घंटों बरगलाता रहा और काफी देर से सूचित किया। पुलिस को भी समय से सूचना नहीं दी गई। सारे साक्ष्य पर पानी डाल कर साफ करने के बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई थी। पुलिस पहुंची तो छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। देर शाम पुलिस ने हत्या की धारा में मुकदमा भी दर्ज किया। तीन अगस्त को प्रधानाचार्या सोनम मिश्रा व कक्षाध्यापक अभिषेक राय को गिरफ्तार भी कर लिया। यह अलग बात है कि विवेचना में हत्या की पुष्टि न होने पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा में दोनों की गिरफ्तारी हुई। इस बीच आठ अगस्त को प्राइवेट स्कूल संचालकों ने अपने-अपने स्कूल को बंद कर प्रधानाचार्या व शिक्षक की गिरफ्तारी का विरोध किया। वहीं आईजी ने जनपद पुलिस से घटना की विवेचना लेकर सीओ सिटी मऊ को जांच दे दी।
सीओ सिटी मऊ ने मात्र 24 घंटे में ही अपनी विवेचना पूरी करते हुए कोर्ट में 164 में अपनी रिपोर्ट देते हुए गिरफ्तार प्रधानाचार्या व शिक्षक को इस घटना में दोषी पाए जाने से इंकार कर दिया। जिस पर कोर्ट ने नौ अगस्त की देर शाम ही दोनों के रिहाई आदेश जारी कर दिए। श्रेया तिवारी के माता-पिता ने आजमगढ़ पुलिस के ऊपर भरोसा जताया उन्होंने कहा कि आजमगढ़ पुलिस से हमें न्याय की उम्मीद थी लेकिन उच्च अधिकारियों के दबाव में विवेचना मऊ जनपद में भेज दिया गया और गलत रिपोर्ट लगाई गई, जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर छात्रा के माता-पिता ने न्याय की गुहार लगाई है आइए आप भी सुनिए क्या कुछ कहा श्रेया तिवारी के माता और पिता ने।