TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

बाबा साहेब की 130वीं जयंती के मौके पर IIMC में आयोजित हुआ व्याख्यान

बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की 130वीं जयंती के उपलक्ष्य में आईआईएमसी द्वारा विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।

Shraddha
Published By Shraddha
Published on: 13 April 2021 5:48 PM IST
रमेश पतंगे ने कहा आधुनिक भारत के शिल्पकार थे आंबेडकर
X

बाबा साहेब की 130वीं जयंती पर बोले रमेश पतंगे फोटो - सोशल मीडिया 

नई दिल्ली । बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की 130वीं जयंती के उपलक्ष्य में मंगलवार को भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी), अमरावती द्वारा विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। आयोजन में वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रख्यात लेखक रमेश पतंगे मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता आईआईएमसी के प्रकाशन विभाग के विभागाध्यक्ष एवं 'कम्युनिकेटर' के संपादक प्रो. वीरेंद्र कुमार भारती ने की।

'भारतीय संविधान के निर्माण में बाबा साहेब आंबेडकर की भूमिका' विषय पर विचार व्यक्त करते हुए रमेश पतंगे ने कहा कि भारतीय संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष होने के नाते बाबा साहेब ने दुनिया भर के लोकतंत्रवादी संविधानों का अध्ययन किया और उनकी अच्छी बातों को भारत के संविधान में शामिल किया। उन्होंने कहा कि समानता, स्वतंत्रता और भाईचारा आंबेडकर के जीवन का मिशन रहा, जिसकी झलक भारतीय संविधान में भी दिखाई पड़ती है।

राष्ट्र निर्माण के कई महत्वपूर्ण फैसलों में बाबा साहेब ने अहम भूमिका निभाई

पतंगे ने कहा कि राष्ट्र निर्माण करने वाले कई महत्वपूर्ण फैसलों में बाबा साहेब ने अहम भूमिका निभाई। फिर चाहे वह महिलाओं का सामाजिक दर्जा उठाने की बात हो, काम के घंटे बारह से घटाकर आठ करने की पहल हो अथवा भारतीय रिजर्व बैंक की परिकल्पना और बिजली वितरण के लिए ग्रिड पद्धति अपनाने का सुझाव हो, आंबेडकर ने राष्ट्र निर्माण के हर पहलू में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सही मायनों में आंबेडकर आधुनिक भारत के शिल्पकार थे।


बाबा साहेब की 130वीं जयंती फोटो - सोशल मीडिया

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो. वीरेंद्र कुमार भारती ने कहा कि बाबा साहेब की संविधान के निर्माण में जितनी अहम भूमिका थी, उतना ही महत्वपूर्ण योगदान उन्होंने श्रमिक कल्याण के क्षेत्र में भी दिया। आंबेडकर दलित वर्ग के साथ-साथ श्रमिक वर्ग के भी उद्धारक थे। उन्होंने कहा कि आंबेडकर उन चंद भारतीयों में से थे, जिन्होंने सामाजिक और आर्थिक प्रजातंत्र का आगाज़ कर, भारत के इतिहास की धारा को बदलने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी।

आंबेडकर का योगदान भारत के हर तत्व में है मौजूद

प्रो. भारती ने कहा कि आर्थिक अनिश्चितता और वैश्विक महामारी की मौजूदा परिस्तिथियों में, सामाजिक सुरक्षा और श्रम कल्याण के मुद्दे पर बाबा साहेब के विचार आज भी प्रासांगिक हैं। उनका जीवन हमें हर चुनौती को अपनी संकल्प शक्ति और परिश्रम के बलबूते पार करने की प्रेरणा देता है। आंबेडकर का योगदान भारत के हर तत्व में मौजूद है।


आयोजन में विषय प्रवर्तन डीन (छात्र कल्याण) प्रो. प्रमोद कुमार ने किया। कार्यक्रम का संचालन आईआईएमसी, अमरावती कैंपस के क्षेत्रीय निदेशक प्रो. अनिल सौमित्र ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अनिल जाधव ने किया। आयोजन में भारतीय जन संचार संस्थान के समस्त प्राध्यापकों, अधिकारियों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया।



\
Shraddha

Shraddha

Next Story