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खस्ताहाल: नवाबों के शहर में ही मरीजों को नहीं मिल रहा भरपूर नाश्ता

aman
By aman
Published on: 29 Oct 2017 7:10 AM GMT
खस्ताहाल: नवाबों के शहर में ही मरीजों को नहीं मिल रहा भरपूर नाश्ता
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अमित यादव

लखनऊ: 'नवाबों के शहर' के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को भरपूर नाश्ता नहीं मिलने का मामला सामने आया है। राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर भर्ती मरीजों को मानक के अनुरूप नाश्ता नहीं दिया जा रहा। इस केंद्र पर सुबह के नाश्ते में हेराफेरी मिली है।

इस सीएचसी में मरीजों को सुबह के नाश्ते में केवल 200 मिली. टोंड मिल्क दिया जा रहा है। वो भी निर्धारित ब्रांड का नहीं है। वहीं, 4 खुले ब्रेड, दूध के साथ नाश्ते में मरीजों को मिलता है। जबकि सरकारी नियमों के अनुसार, सीएचसी में 500 मिली. दूध भर्ती मरीजों को सुबह के नाश्ते में दिया जाना चाहिए। इसके अलावा एक प्लेट बन या 100 ग्राम पाव देने का प्रावधान है।

सीएमओ को खाने से नदारद मिली थी सब्जी

ये बातें रविवार (29 अक्टूबर) की सुबह तब सामने आई है जब सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेयी अचानक मोहनलालगंज के सीएचसी का जायजा लेने पहुंचे। इसके अलावा उन्हें केंद्र में कई अन्य खामियां भी मिलीं। वहीं, शनिवार को गोसाईंगंज सीएचसी पर मरीजों को केवल दाल-चावल दिया गया था। मौके पर सीएमओ वाजपेयी को सब्जी नहीं दिखी थी।

इन ब्रांड का दूध देना होता है

सीएचसी पर मरीजों को सुबह के नाश्ते में केवल अमूल या पराग का ही दूध देने का प्रावधान है। लेकिन मोहनलालगंज के सीएचसी पर रविवार सुबह शुद्ध छोटू टोंड मिल्क कंपनी का दूध भर्ती महिला रोगी को दिया गया था। इसके अलावा गोसाईंगंज सीएचसी पर दवाओं के साथ केवल एक सेब तथा 2 केला मरीजों को मिले थे।

खाली मिली अधिकारियों की सूची विवरणिका

मोहनलालगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दीवारों पर चस्पी मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की सूची विवरण पूरी तरह से खाली मिला। क्रम संख्या 1 से 16 तक किसी भी सेवा प्रदाता का नाम, पदनाम तथा फोन नंबर इत्यादि का विवरण यहां नहीं है।

इन नियमों के अनुसार देना होता है नाश्ता-भोजन

-मरीज को नाश्ते में 500 मिली दूध (अमूल या पराग), एक प्लेट बन अथवा 100 ग्राम पाव।

-दोपहर तथा शाम के भोजन में दाल 1 कटोरी तथा चावल, रोटी, सब्जी मरीजों को देने का नियम है।

केंद्र पर भारी असुविधाएं मिली

सीएमओ को निरीक्षण के दौरान मोहनलालगंज सीएचसी केंद्र के कूड़ेदान में इलाज के दौरान प्रयोग में आने वाली चीजें खुले में फेंकी मिली। इस्तेमाल की गई रूई, गंदे कपड़े इत्यादि वैसे ही खुले में पड़े मिले। यूं कहें, तो इस केंद्र पर सीएमओ साहब को हर तरफ गंदगी ही मिली।

सीएमओ स्वास्थ्य सुविधाएं सुधारने में जुटे

लखनऊ के सीएमओ डॉ जीएस वाजपेयी पिछले दो महीने से काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं। वो अक्सर ही राजधानी के सीएचसी तथा पीएचसी का औचक निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं। कई मौकों पर उन्हें डॉक्टर सहित अन्य स्टॉफ अनुपस्थित मिले हैं। लेकिन रविवार सुबह मोहनलालगंज के सीएचसी में नाश्ते पर भी सवाल उठने शुरू हो गए। सीएमओ साहब की चुस्ती को देखकर सीएचसी-पीएचसी पर तैनात कर्मचारियों में हड़कंप मचा है।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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