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Baghpat News: धड़ल्ले से चल रहा नकली दवाओं का कारोबार, बिना बिल 'प्रेगा न्यूज' टेस्टिंग किट बेचने वाला युवक पकड़ा गया

Baghpat News: युवक बड़ौत के मेडिकल स्टोर्स पर मैनकाइंड फार्मा कंपनी की ‘प्रेगा न्यूज’ टेस्टिंग किट बेचने पहुंचा था। दुकानदारों को इस टेस्टिंग किट पर कम एमआरपी और बेहद सस्ते रेट देखकर शक हुआ कि यह नकली हो सकती है।

Paras Jain
Published on: 30 March 2025 8:12 PM IST
Youth caught selling ‘Prega News’ testing kit of Mankind Pharma Company without bill
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मैनकाइंड फार्मा कंपनी की ‘प्रेगा न्यूज’ टेस्टिंग किट बिना बिल की बेचते हुए युवक पकड़ा (Photo- Social Media)

Baghpat News: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में बिना बिल की दवाओं का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। इसका एक ताजा मामला बड़ौत के नॉर्मल स्कूल मार्केट में सामने आया, जहां मेडिकल स्टोर संचालकों ने एक युवक को बिना बिल की दवाएं बेचते हुए पकड़ लिया। पकड़ा गया युवक अमित कुमार, पुत्र ओमप्रकाश, मेरठ के परीक्षितगढ़ का निवासी बताया जा रहा है।

संदिग्ध दवाओं की बिक्री का शक

युवक बड़ौत के मेडिकल स्टोर्स पर मैनकाइंड फार्मा कंपनी की ‘प्रेगा न्यूज’ टेस्टिंग किट बेचने पहुंचा था। दुकानदारों को इस टेस्टिंग किट पर कम एमआरपी और बेहद सस्ते रेट देखकर शक हुआ कि यह नकली हो सकती है। संदेह होने पर मेडिकल स्टोर संचालकों ने तुरंत मैनकाइंड कंपनी के मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) को मौके पर बुला लिया। पूछताछ के बाद युवक को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया, लेकिन इस घटना ने जिले में नकली दवाओं की सप्लाई पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बिना बिल की दवाओं का बड़ा नेटवर्क

सूत्रों के अनुसार, बागपत जिले में लंबे समय से बिना बिल की दवाओं का अवैध व्यापार चल रहा है। दिल्ली और अन्य बड़े शहरों से रोजाना सैकड़ों सप्लायर बिना बिल की दवाएं लेकर आते हैं और इन्हें स्थानीय मेडिकल स्टोर्स में खपा दिया जाता है। खासकर, ग्रामीण इलाकों में बाइक के जरिए इन दवाओं की सप्लाई की जाती है। इस अवैध व्यापार में कई लोकल डिस्ट्रीब्यूटर भी शामिल हो सकते हैं, जो कम कीमत पर दवाएं उपलब्ध करवाकर मोटा मुनाफा कमाते हैं।

प्रशासन और विभागों की लापरवाही

बिना बिल और नकली दवाओं का यह कारोबार स्वास्थ्य विभाग और जीएसटी विभाग की लापरवाही के कारण तेजी से बढ़ रहा है। नकली दवाओं का सेवन मरीजों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है, लेकिन इसके बावजूद विभाग कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा। जीएसटी विभाग को भी इस अवैध व्यापार के कारण करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है।

कड़ी कार्रवाई की जरूरत

यह घटना दर्शाती है कि जिले में बिना बिल की दवाओं की बिक्री का नेटवर्क कितना मजबूत हो चुका है। अगर इस पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो यह न सिर्फ सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचाएगा, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी घातक साबित होगा। प्रशासन को इस पर सख्त कदम उठाते हुए नियमित जांच अभियान चलाने की जरूरत है, ताकि अवैध रूप से बिक रही नकली और बिना बिल की दवाओं पर लगाम लगाई जा सके।

Shashi kant gautam

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