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Bahraich News: जंगल मे चल रही है अनूठी मोगली पाठशाला

वनाधिकारी ने इस अनूठे विद्यालय व उसमें पढ़ रहे बच्चों की शिक्षा को आगे बढ़ाने का जिम्मा लिया है

Anurag Pathak
Written By Anurag PathakPublished By Pallavi Srivastava
Published on: 18 Jun 2021 10:21 AM GMT (Updated on: 18 Jun 2021 12:04 PM GMT)
Bahraich News: जंगल मे चल रही है अनूठी मोगली पाठशाला
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Bahraich News: कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के मोतीपुर रेंज कार्यालय पर दो वर्ष पूर्व पीएसी कमांडर सतेन्द्र कुमार ने जरूरतमंद व निराश्रित बच्चों के लिए एक अनूठी मोगली पाठशाला की शुरुआत की थी। पाठशाला की शुरुआत पांच बच्चों से हुई थी लेकिन धीरे धीरे बच्चों की संख्या वर्तमान समय में 350 के करीब हो गयी। लेकिन बीते दिनों सतेंद्र कुमार का तबादला होने के बाद इस अनूठे विद्यालय के संचालन संशय व्याप्त हो गया था जिसके बाद कतर्निया वन्य क्षेत्र के प्रभागीय वनाधिकारी ने इस अनूठे विद्यालय व उसमें पढ़ रहे बच्चों की शिक्षा को आगे बढ़ाने का जिम्मा लिया। और इस पाठशाला को सुचारू रूप से चलाने की नेक पहल की है ।

बच्चों से मुलाकात करतीं वनाधिकारी की पत्नी तान्या सिन्हा pic(social media)

खेल में बढ़ाएंगे बच्चों की रुचि

बता दें कि पाठशाला में मोतीपुर व आसपास के गांवों के बच्चें शामिल हैं। विद्यालय में पढ़ाई के प्रति बच्चों की रुचि कम न हो इसके लिए पाठशाला मे प्रतिदिन बच्चों को वन कर्मी व पीएसी के जवानों द्वारा शिक्षा दी जाती है। शुक्रवार को मोतीपुर रेंज कार्यालय पर स्थित प्रकृति परिचय केंद्र पर प्रभागीय वनाधिकारी ने अपनी पत्नी तान्या सिन्हा के साथ बच्चों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना व बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का वादा किया। इस दौरान डीएफओ ने बच्चों को खेल सामग्री फुटबॉल, कैरमबोर्ड, वॉलीवाल, बैटमिंटन, बैट बॉल आदि वितरण किये । डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया कि पाठशाला में बच्चों को उच्च शिक्षा के साथ ही खेलकूद में भी आगे रखना है। जल्द ही बच्चों को ड्रेस, किताबें आदि की सुविधा भी दी जाएगी। मोगली बच्चों की देखरेख पशु चिकित्सक वीरेंद्र कुमार वर्मा को सौंपी गई है। जो बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रहे हैं।

जिलाधिकारी भी देंगे बच्चों को शिक्षा

डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया कि पाठशाला को और बेहतर बनाने के लिए जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सीडीओ समेत कई अधिकारियों को सप्ताह मे एक बार मोगली पाठशाला में आने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। जिसमें उनके द्वारा भी बच्चों को कुछ बेहतर सीखने का मौका मिलेगा।

Pallavi Srivastava

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