Bahraich: भेड़िये ने दो बच्चियों पर किया हमला, खूंखार हुआ आखिरी भेड़िया

Bahraich Wolf Attack: बहराइच में आखिरी बचे भेड़िये ने बीती रात 11 साल की दो बच्चियों पर हमला कर दिया।

Network
Newstrack Network
Published on: 11 Sep 2024 2:01 AM GMT (Updated on: 11 Sep 2024 2:44 AM GMT)
Bahraich Wolf Attack
X

Bahraich Wolf Attack (Pic: Social Media)

Bahraich Wolf Attack: उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़िये का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। छह में से पांच भेड़िये पकड़े जाने के बाद भी सबसे खतरनाक माना जा रहा लंगडा भेड़िया अभी भी गिरफ्त से दूर है। बीती 10 सितंबर की रात भेड़िये ने एक बार फिर हमला कर दिया है। हमले में 11 साल की दो बच्चियां गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। इलाज के लिए उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 10 सितंबर की सुबह पांचवे भेड़िये को पकड़ा गया था। हालांकि अभी एक भेड़िया खुलेआम घूम रहा है।

दो बच्चियां घायल

बीती रात बहराइच में भेड़िये ने 11 साल की दो बच्चियों को अपना शिकार बनाया। हमले में दोनों बच्चियां बुरी तरह घायल हो गई हैं। जानकारी के मुताबिक भेड़िये ने गदेरन पुरवा की 11 वर्षीय सुमन और खैरीघाट की 11 वर्षीय शिवानी पर हमला कर घायल कर दिया। दोनों बच्चियों का इलाज जारी है। सुमन को बहराइच जिला अस्पताल और शिवानी को सीएचसी महसी में भर्ती कराया गया है। बता दें कि वन विभाग की टीम ने कल यानी 10 सितंबर की सुबह मादा भेड़िये को पकड़ा था। अभी आखिरी और सबसे खूंखार नर लंगड़ा भेड़िया वन विभाग की गिरफ्त से दूर है।

खूंखार हुआ लंगड़ा भेड़िया

17 जुलाई से चल रहे ऑपरेशन भेड़िया में अब तक पांच भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है। इन भेड़ियों ने करीब 10 लोगों की जान ले ली और 50 से अधिक लोगों को घायल किया। महसी तहसील के 50 गांव भेड़िये के आतंक में जीने को मजबूर थे। अभी भी खतरा टला नहीं है। वन विभाग के मुताबिक जब तक लंगड़ा भेड़िया पकड़ा नहीं जाता तब तक खतरा बना रहेगा। माना जाता है कि भेड़िये झुंड से बिछड़ने के बाद और खूंखार हो जाते हैं। लंगड़ा भेड़िया अब अपने झुंड में नहीं है। इसलिए उसके और आक्रमक होने का आशंका है।

25 टीमें तैनात

आखिरी भेड़िये को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम अलर्ट पर है। भेड़ियों को पकड़ने के लिए 25 टीमें लगाई गई थी। प्रशासन ने 200 पुलिसकर्मी और 18 सूटर तैनात किये हैं। 5 वन प्रभागों बहराइच, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ, श्रावस्ती, गोंडा और बाराबंकी की 25 टीमें भेड़िये को पकड़ने के लिए दिन रात प्रयास कर रही हैं। कल सुबह एक भेड़िये को पकड़ा भी गया। अब आखिरी भेड़िये को पकड़ने के लिए ऑपरेशन तेज कर दिया गया है।


Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

Next Story