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Bahraich: भेड़ियों के आतंक पर CM योगी बोले-जंगली जानवरों को जल्द पकड़ें...
Bahraich: भेड़ियों के आतंक समेत अन्य जनपदों में भी मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागीय मंत्री और संबंधित विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देष दिये है।
Bahraich News: बहराइच जनपद में बीते कई दिनों से भेड़ियों का आतंक छाया हुआ है। भेड़ियों ने अब तक आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को अपना निवाला बना लिया है। रविवार रात भी भेड़ियों के झुंड ने फिर से मौत का खूनी खेल खेला था। भेड़ियों ने दो साल की मासूम बच्ची को मौत के घाट उतार दिया। वहीं एक वृद्धा को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया है।
बहराइच में भेड़ियों के आतंक समेत अन्य जनपदों में भी मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागीय मंत्री और संबंधित विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कुछ क्षेत्रों में आदमखोर भेड़िये या तेंदुओं द्वारा लगातार हमले किए जा रहे हैं। वन्यजीवों के हमलों से लगातार कई लोगों की असमय मौत भी हुई है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं को हर हाल में नियंत्रित करने और जंगली जानवरों को पकड़ने के लिए आवश्यकता के अनुरूप कदम उठाए जाएं।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले ही निर्देश दिए गए हैं कि प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, स्थानीय पंचायत, राजस्व विभाग क्षेत्र में वन्यजीवों को लेकर व्यापक जन जागरूकता फैलाए। लोगों को वन्यजीवों के हमले से बचने के उपायों के बारे में भी बताया जाए। उन्होंने कहा कि वन मंत्री द्वारा वन विभाग के अतिरिक्त कार्मिकों की जनपद में तैनाती की जाए।
उन्हें बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, बिजनौर समेत अन्य जिलों में लगाया जाए और ज्वाइंट पेट्रोलिंग को भी बढ़ाया जाए। वरिष्ठ अफसर जनपदों में कैंप करें। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां विद्युत आपूर्ति की समस्या हो, वहां पेट्रोमैक्स की व्यवस्था भी करें। सीएम योगी ने यह भी बताया कि यूपी पहला ऐसा राज्य है, जिसने मानव-वन्य जीव संघर्ष को आपदा घोषित किया है। वन्य जीवों के हमले में असमय मौत और घायल लोगों के परिजनों को सरकार की तरफ से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाए।
डीएम बोलींः लोग जागरुक रहें और घरों के अंदर ही सोएं...
बहराइच जिलाधिकारी मोनिका रानी ने भेड़ियों के हमलों को लेकर लोगों से अपील की है कि वह हमलों को लेकर जागरूक रहें और अपने घरों के अंदर ही सोएं। उन्होंने कहा कि आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अब तक 4 भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है। 2 भेड़िए बचे हैं। उन्होंने बताया कि भेड़ियों को पकड़ने में विशेष समस्या यह आ रही है कि ये घटनाएं एक गांव में न होकर अलग-अलग गांवों में हो रही हैं। वन विभाग और पुलिस की टीमें लगातार लोगों को जागरूक कर रही है। पिछले महीने यानी जुलाई से अब तक यह आठवीं घटना है। शासन इस मामले को लेकर बहुत संवेदनशील है और लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।