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Bahraich News: वन्य क्षेत्रों में जंगली जानवरों की मौत से वन विभाग हुआ अलर्ट, बढ़ाई चेकिंग
Bahraich News: कतर्नियाघाट में बीते दो दिनों में एक बाघ और एक तेंदुए की मौत की घटनाओं ने वन्यजीव सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी है।
Bahraich News: बहराइच जिले में स्थित कतर्नियाघाट वन्यजीव क्षेत्रों में हाल ही में बाघ और तेंदुए की मौत के बाद वन विभाग अलर्ट हो गया है। वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए पूरे प्रदेश में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में ट्रेन, बसों और निजी वाहनों की तलाशी ली जा रही है। अधिकारियों के निर्देश पर वन विभाग की टीमें अलर्ट मोड में आ चुकी हैं और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। कतर्नियाघाट में बीते दो दिनों में एक बाघ और एक तेंदुए की मौत की घटनाओं ने वन्यजीव सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी है। पहले कतर्नियाघाट रेंज के गेरुआ नदी के पास एक बाघ का शव बरामद हुआ, फिर ककरहा रेंज के एक सूखे कुएं से तेंदुए का शव मिला। इन घटनाओं के बाद वन विभाग हरकत में आ गया और पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
वन विभाग ने जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाया
वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वन विभाग ने जगह-जगह चेकिंग अभियान तेज कर दिया है। ट्रेनों, बसों और निजी वाहनों में सफर करने वाले यात्रियों की तलाशी ली जा रही है। इस दौरान डॉग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है ताकि किसी भी अवैध गतिविधि का तुरंत पता लगाया जा सके। बिछिया रेलवे स्टेशन पर मैलानी से नानपारा जाने वाली ट्रेन में वन विभाग की टीम ने चेकिंग अभियान चलाया। यात्रियों के बैग और झोलों की तलाशी ली गई, साथ ही आईडी कार्ड भी जांचे गए।
इसके अलावा, कतर्नियाघाट के दो मुख्य वन बैरियर—बिछिया और कैलाशपुरी—पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। यहां आने-जाने वाले सभी वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है ताकि वन्यजीव तस्करी जैसी किसी भी अवैध गतिविधि को रोका जा सके। इस अभियान का नेतृत्व वन दरोगा मयंक पांडे कर रहे हैं। उनके साथ डॉग हैंडलर हीरालाल यादव, वनकर्मी गुलाम और विनोद तथा एसटीपीएफ (स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स) के जवान भी शामिल हैं। इन सभी की मदद से चेकिंग अभियान को प्रभावी बनाया जा रहा है।
बाघ और तेंदुए की मौत पर अलर्ट
वन दरोगा मयंक पांडे ने बताया कि डीएफओ बी शिव शंकर के निर्देश पर यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाघ और तेंदुए की मौत की घटनाओं के बाद से विभाग पूरी तरह अलर्ट है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। वन विभाग लगातार निगरानी बढ़ा रहा है और जंगलों में गश्त भी तेज कर दी गई है। वन्यजीव प्रेमियों और स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें।