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Bahraich News: सपा के पूर्व विधायक ने पत्नी समेत छोड़ा साईकिल का साथ, भाजपा में शामिल
Bahraich News: महसी के पूर्व सपा विधायक और उनकी पत्नी ने बुधवार को लखनऊ मुख्यालय में भाजपा का दामन थाम लिया। सपा के पूर्व विधायक की पत्नी भी विधायक रह चुकी हैं।
Bahraich News: देवीपाटन मंडल में समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बहराइच की महसी विधानसभा से तीन बार विधायक रहे दिलीप वर्मा ने साइकिल की सवारी छोड़ पत्नी संग भाजपा का दामन थाम लिया है। सपा के कद्दावर नेता की पत्नी माधुरी वर्मा भी एक बार विधान परिषद की सदस्य और नानपारा विधानसभा से कांग्रेस और भाजपा के टिकट पर दो बार विधायक रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में श्रावस्ती सीट से इंडिया गठबंधन के वह प्रवल दावेदार रहे हैं किन्तु अंत समय में बसपा से निष्कासित निर्वतमान, सांसद राम सिरोमणि वर्मा सपा से टिकट पाने में सफल रहे हैं। तभी से सपा के दिलीप वर्मा और उनकी पत्नी माधुरी वर्मा के बारे में तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे थे। आखिरकार आज बुधवार को उन्होंने पत्नी माधुरी वर्मा समेत साईकिल की सवारी छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
बता दें कि महसी के पूर्व सपा विधायक और उनकी पत्नी ने बुधवार को लखनऊ मुख्यालय में भाजपा का दामन थाम लिया। सपा के पूर्व विधायक की पत्नी भी विधायक रह चुकी हैं। जिले के राम गांव क्षेत्र निवासी पूर्व विधायक दिलीप वर्मा ने बुधवार को भाजपा की सदस्यता लें ली। दिलीप वर्मा तीन बार विधायक रह चुके हैं। उनकी कुर्मी समाज में अच्छी पैठ मानी जाती है। चूंकि श्रावस्ती लोकसभा चुनाव मतदान छठे चरण में है, ऐसे में उनका पत्नी समेत भाजपा में जाना भाजपा के लिए बहुत शुभ संकेत माना जा रहा है।
दिलीप वर्मा के भाजपा में जाने से भाजपा प्रत्याशी साकेत मिश्रा को भारी मतों से जीत मना जा रहा है और राजनैतिक गलियारों में यह चर्चा आम बताई जा रही है कि भाजपा ने कमसे कम श्रावस्ती लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन को चारों तरफ से घेर लिया है। इसी के चलते भारतीय जनता पार्टी ने कुर्मी बाहुल्य श्रावस्ती सीट पर कुर्मी समाज का लाभ लेने के लिए दिलीप वर्मा को पार्टी में शामिल कराया है।
बुधवार को लखनऊ मुख्यालय पर दिलीप वर्मा और पूर्व विधायक उनकी पत्नी माधुरी वर्मा ने भाजपा का दामन थाम लिया। वहीं चुनावी पंडितों का कहना है कि अगर बहराइच सुरक्षित सीट के चुनाव से पूर्व विधायक दिलीप वर्मा को पार्टी में शामिल कराया जाता तो इसका लाभ यहां के चुनाव में भी देखने को मिलता। हालांकि पार्टी को कितना लाभ होगा यह आने वाला समय बताएगा। मालूम हो कि भाजपा और कांग्रेस से दिलीप वर्मा की पत्नी माधुरी वर्मा भी दो बार विधायक रहने के साथ एमएलसी भी रह चुकी हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक दिलीप वर्मा का विवादों से पुराना नाता रहा है। उन्हें एक सिपाही से मारपीट के मामले में सजा हुई तो वही एक तहसीलदार के साथ मारपीट व गाली-गलौज के मामले में भी मुकदमा दर्ज हुआ था।
बताया जाता है कि अपनी दबंग छवि के चलते दिलीप वर्मा की आस पास के कई जिलों में अपनी सजातीय बिरदारी में अच्छी पकड़ है। यही नहीं पूर्व विधायक व सपा नेता दिलीप वर्मा व उनके सात समर्थकों के खिलाफ गत वर्ष 2022 में रास्ते के मामले पर मुकदमा दर्ज हुआ था। आरोप था कि रास्ते के विवाद का निपटारा कराने गए लेखपाल संजीव कुमार को पूर्व विधायक दिलीप वर्मा ने जातिसूचक शब्द कहते हुए अभद्रता की थी। इसके साथ ही उनकी पिटाई भी की थी। इसके साथ ही जमीन की नपाई कर रहे गांव के एक ग्रामीण को तमाचा भी जड़ दिया था। और मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी रोकने पर अभद्रता की थी।