TRENDING TAGS :
Shravasti News: श्रावस्ती में जगह-जगह धूमधाम से मनाई गई महर्षि वाल्मीकि जयंती, निकाली गई शोभायात्रा
Shravasti News: वाल्मीकि समुदाय के लोगों ने जनपद में जगह जगह भव्य शोभायात्रा निकाली। और महर्षि के बताए मार्ग पर चलकर आदर्श समाज के निर्माण के लिए कार्य करने का संकल्प लिया।
Shravasti News:श्रावस्ती जनपद में महर्षि वाल्मीकि जयंती धूमधाम से मनाई गई। वाल्मीकि समुदाय के लोगों ने जनपद में जगह जगह भव्य शोभायात्रा निकाली। और महर्षि के बताए मार्ग पर चलकर आदर्श समाज के निर्माण के लिए कार्य करने का संकल्प लिया।वाल्मीकि समाज ने जगह-जगह पर भंडारे का भी आयोजन किया।
मुख्य कार्यक्रम इकौना के टंडवा महंत स्थित सीताद्वार में भगवान श्रीराम के साथ महर्षि वाल्मीकि की पूजा की गई। औररामायण राचयिता श्रृषि बाल्मिकी की जयंती मनाई गई।इस मौके पर बाल्मिकी मंदिर के पुजारी राम मनोहर तिवारी तथा सीता माता मंदिर के महंत पंडित संतोष तिवारी ने विधि विधान से पूजन अर्चन किया और सनातन अनुयायियों के कल्याण की श्रृषि वाल्मीकि से प्रार्थना की।
मंदिर महंत संतोष तिवारी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि को भगवान श्रीराम भी अपना आदर्श मानते थे। कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने भगवान राम के जन्म से 60 साल पूर्व रामायण लिखी। उन्होंने रामायण में जो कुछ भी लिखा वह सारा सच हुआ। पंडित राम मनोहर तिवारी ने कहा कि श्रृषि वाल्मीकि सनातन हिंदू संस्कृति के आराध्य हैं, जिनकी आराधना मंत्र से आदमी पवित्र हो सकता है। और वाल्मीकि धरती के प्रथम ऐसे कई भूत-भविष्य और वर्तमान ज्ञाता थे। उन्होंने भगवान माता सीता का विकट परिस्थितियों में साथ देने का काम किया। इस मौके पर गांव प्रधान शिव कुमार , एडवोकेट राधेश्याम मिश्र समेत तमाम श्रद्धालु मौजूद रहे हैं।
इसी तरह से गिलौला कस्बा बौद्ध परिपथ वाल्मीकि मंदिर पर भी धूमधाम से वाल्मीकि जयंती मनाई गई।इस दौरान शोभा यात्रा भी निकाली गई और भंडारे का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। और कहा कि वाल्मीकि समाज भगवान वाल्मीकि जी की कलम के महत्व को समझ कर ज्यादा से ज्यादा बच्चों को उच्च स्तर की शिक्षा ग्रहण कराएं। शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिसके माध्यम से समाज शैक्षिक, सामाजिक, धार्मिक,आर्थिक, राजनीतिक क्षेत्र में अग्रसर होकर समाज का विकास किया जा सकता है।इस दौरान अभिषेक मिश्र,, देवकी नंदन पांडेय, भुवनेश सिंह, राजेन्द्र प्रसाद , अभिषेक मिश्र , मनीष, पंकज, संतोष मौर्या, गोमती, देवा आदि मौजूद रहे। इसके साथ ही भिनगा नगर और इकौना नगर में भी महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई गई।