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Bahraich News: भारी बारिश का कहर! उफान पर नदियां, बाढ़ की चपेट में दो दर्जन से गांव

Bahraich News: नेपाल के पहाड़ों से छोड़े जा रहे पानी के चलते मोतीपुर के गिरिजापुरी बैराज, गोपिया बैराज और शारदा बैराज का जलस्तर काफी बढ़ गया है।

Radheshyam Mishra
Published on: 14 Sept 2024 10:21 AM IST
Bahraich News
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Bahraich News (Pic: Newstrack)

Bahraich News: नेपाल के पहाड़ों पर तीन दिनों से रूक रूककर हो रही बारिश के चलते सरयू और घाघरा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नेपाल ने भी फिर से पानी छोडा जा रहा है। ऐसे में नेपाल का पानी आने से बलहा और शिवपुर के लगभग तीन दर्जन गांवों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाएगी। प्रशासन ने इन गांवों के ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया गया है और उन्‍हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दे दिए गए हैं। जनपद के बिछिया तहसील , मोतीपुर और मिहीपुरवा अंतर्गत थाना सुजौली क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। हालांकि शुक्रवार और शनिवार को बारिश नहीं हुई। लेकिन नेपाल के पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते पानी जिले को छोड़ा जा रहा है।

नेपाल से आते पानी ने बढ़ाई मुसीबत

नेपाल के पहाड़ों से छोड़े जा रहे पानी के चलते मोतीपुर के गिरिजापुरी बैराज, गोपिया बैराज और शारदा बैराज का जलस्तर काफी बढ़ गया है। जिसके चलते गिरिजापुरी बैराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं। फाटक खुलने और जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में पानी भरने लगा है। मोतीपुर तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र गुप्तापुरवा, संपतपुरवा, धनियाबेली, नौका पुरवा, त्रिलोकी गौढ़ी ,रामपुर रतिया, जंगल गुलरिया, आनंद नगर, बड़खड़िया, सुजौली बाढ़ के पानी से भरा हुआ है। पानी आने से लोगो के घरों में जलभराव हो गया है। पांच से छह फीट पानी अधिक होने से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त है। पानी घरों में भरा होने से कोई तख्त तो कोई मकान के छत पर रहने को मजबूर है।

एसडीएम ने किया निरीक्षण

गांवों में जलभराव की जानकारी होने पर एसडीएम संजय कुमार ने निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मोतीपुर तहसील क्षेत्र के कुछ गांवों में निरीक्षण किया है और बताया है कि कुछ पानी आया है। यह दिक्कत नेपाल के पहाड़ों पर हो रही बारिश से उत्पन्न हुई है। पानी पर निरंतर नजर रखी जा रही है। अभी बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है। वहीं इलाके के कई गांवों में किसानों की धान की फसलें गिर चुकी हैं और खेतों में अधिक जलभराव के कारण फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं। बहराइच सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता बीबी पाल ने बताया कि शुक्रवार को एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान 106.07 मीटर के सापेक्ष 106.38 मीटर रिकॉर्ड किया गया।

शारदा बैराज से छोड़ा गया पानी

शारदा बैराज से एक लाख 38 हजार 707, गिरिजापुरी बैराज से दो लाख 69 हजार 492 व सरयू बैराज से 27926 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।नेपाल में भीषण बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। तटवर्ती गांव बाढ़ का खतरा है। हालांकि बाढ़ राहत चौकियों को पहले से ही अलर्ट कर दिया गया है।बारिश से सरयू और घाघरा नदी उफान पर हैं।नदी के समीपवर्ती गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. खेरीपुरवा, बड़खड़िया, चहलवा, रामपुर रेतिया, गुप्तापुरवा, जंगल गुलरिहा, सुजौली आदि ग्रामीण इलाकों के कई रास्तों पर बाढ़ का पानी भर गया है।

2014 में बहे थे गांव

उल्लेखनीय है कि नेपाल से छोड़ा गया पानी कितनी तबाही मचाता है, यह नानपारा तहसील क्षेत्र के लोग 15 अगस्त 2014 को देख चुके हैं। उस दौरान पानी इतनी तेजी से भारतीय क्षेत्र में आया कि गांव के गांव बह गए थे। जबकि 13 से ज्‍यादा मौतें हुई थीं। नहरें टूट गई थीं। लोगों के घर जमींदोज हो गए थे। इससे 250 से ज्‍यादा गांव प्रभावित हुए थे। बलहा, शिवपुर के साथ ही मिहींपुरवा विकास खंड भी बाढ़ की जद में रहा है। इसके कारण उस दौरान हफ्ते भर हेलीकॉप्टर से राहत बचाव कार्य किया गया था।



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Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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