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Bahraich Wolf Terror: जान बचाने के लिए अब विधायक जी उठाई बंदूक, कर रहें चौकीदारी, बहराइच में खुंखार भेड़िया का आतंक
Bahraich Wolf Terror: दरअसल, बहराइच जिले में पहले लोगों को शेर और बाघा से अपनी जान का डर था, लेकिन इस वक्त एक नई मुसीबत सामने आ गई है। इस मुसीबत का नाम है भेड़िया। बीते ड़ेढ महीने से जिले में इस वक्त भेड़िया का आतंक फैला हुआ है।
Bahraich Wolf Terror: पुलिस है, वन विभाग है, पूरा सरकारी तंत्र है, लेकिन भी लोगों की जान का खतरा बना हुआ है। न जाने कब इंसान कोई शिकार हो जाए... बुजुर्गों के लेकर बच्चों की जान बचाने में सारा सरकारी तंत्र लगा हुआ है, लेकिन सब फेल साबित होता हुआ दिख रहा है। बीते डेढ़ महीने के अंदर एक बुर्जुग सहित छह बच्चों की मौत हो चुकी है। आगे कब कोई काल के गाल में समा जाए, इसकी चिंता सभी को लगी है। हालत इतने खराब हो गए हैं कि लोगों ने रात छोड़िये दिन में अपने घरों से निकलना बंद कर दिया है। इस वक्त केवल लोगों को अपनी और अपने परिवार की जान बचाने की चिंता है। जब पुलिस और वन विभाग से कुछ काम नहीं बन पा रहा है तो अब खुद क्षेत्र के विधायक बंदूक लेकर लोगों की सुरक्षा करने के लिए रात में क्षेत्रों में धूम रहे हैं। ये हालत हैं कि यूपी के बहराइच जिले हैं।
भेड़िया बना चुका इतने लोगों को निवाला
दरअसल, बहराइच जिले में पहले लोगों को शेर और बाघा से अपनी जान का डर था, लेकिन इस वक्त एक नई मुसीबत सामने आ गई है। इस मुसीबत का नाम है भेड़िया। बीते ड़ेढ महीने से जिले में इस वक्त भेड़िया का आतंक फैला हुआ है। इस दौरान भेड़िया ने जिले में छह बच्चे और एक बुजुर्ग महिला को अपना निवाला बना चुके हैं, जबकि इसके हमले से तीन बच्चे घायल हो चुके हैं, जो अस्पताल में जिंदगी और मौत से अपनी जंग लड़ रहे हैं। लगातार हो रहे भेड़िये के हमले से लोग डरे-सहमे हैं। हालात तो यहां तक बन गए हैं कि खुद क्षेत्र के विधायक हाथ में बंदूक लेकर चौकीदारी कर रहे हैं। बहराइच जिला का उत्तरी भाग तराई क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुआ है। इसमें चकिया, सुजौली, निशानगारा, मिहींपुरवा, बिछिया और बघौली जिले मुख्य वन क्षेत्र में आते हैं, जिस वजह से जंगल में हाथी, बाघ और तेंदुआ देखने को मिल जाते हैं और ये कभी कभी इंसान की बस्ती में आ जाते हैं और लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं।
24 से अधिक गांवों में भेड़ियों का आतंक
बहराइच जिले के महसी तहसील क्षेत्र में कुछ ऐसे ही हालत बने हुए हैं। क्षेत्र के 24 से अधिक गांवों में भेड़िया का आतंक इस वक्त फैला हुआ है। यहां पर एक महिला बुजुर्ग और छह बच्चों को भेड़िया निवाला बना चुका है। बीते सोमवार की रात भेड़ियों ने हमला करके एक गांव के तीन बच्चों को घायल कर दिया। बहराइच DFO अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि हरदी थाना क्षेत्र में हमारी कई टीमें दो दर्जन से अधिक गांवों में लगातार दिन-रात गश्त पर हैं। सोमवार रात हमें सूचना मिली कि खैरीघाट थाना क्षेत्र के छत्तरपुर ग्राम पंचायत में तीन, छह और नौ साल के तीन बच्चों पर भेड़ियों ने हमला कर दिया है। यहां गांव वालों की मुस्तैदी से बच्चों की जान बच गई।
एक दर्जन से अधिक भेड़िए हैं, बीजेपी विधायक कर रहे रखवाली
जिले में भेड़ियों के आतंक को देखते हुए बाराबंकी DFO आकाशदीप बधावन और कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के DFO बी. शिवशंकर को भी तैनात किया गया है। DM-SP भी वन विभाग की टीम के साथ लगातार क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं और ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें सजग रहने को कह रहे हैं। DFO अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि अब तक तीन भेड़ियों को पकड़ा गया है। हालांकि इनकी संख्या कितनी है, इसकी अभी सटीक जानकारी नहीं मिल पाई है। वहीं ग्रामीणों की मानें तो क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक भेड़िए हैं। अब तो खुद BJP विधायक सुरेश्वर सिंह बंदूक लेकर लगातार ग्रामीणों के साथ रात-रात भर जागकर पहरा देते नजर आ रहे हैं, ताकि बच्चों और महिलाओं को भेड़ियों से बचाया जा सके।