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Bahraich News: जागरूकता के बगैर मिशन शक्ति का उद्देश्य अधूरा : राज्य महिला आयोग अध्यक्ष डा बबीता सिंह
Bahraich News: यह स्थिति भी स्त्री को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित करती है ऐसे में पति को अपनी पुरुष मानसिकता से उबरना होगा। अंत में उन्होंने समाज के सभी वर्गों का आह्वान किया कि वह नारी सुरक्षा तथा सम्मान की अपनी पुरानी परंपरा का निर्वहन करें।
Bahraich News: रविवार को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने कहा है कि मिशन शक्ति का उद्देश्य तभी पूरा होगा जब महिलाएं जागरूक होकर अपने अधिकार और सुरक्षा के लिए स्वयं आगे आएंगी। उन्होंने समाज के हर वर्ग का आह्वान किया कि वह महिला सुरक्षा तथा महिला उत्थान के कार्यों में अपना योगदान दें।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने शहर के महिला पीजी कॉलेज में आयोजित पुरातन छात्र परिषद के सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थी उन्होंने कहा कि हाल ही में उन्होंने दो आदेश पारित किया जिसमें महिलाओं के कपड़ों की नाप के लिए महिला टेलर तथा जिम में महिला ट्रेनर की तैनाती होना अनिवार्य बताया गया है उन्होंने कहा कि उनके पास कई ऐसे मामले आते हैं जब पुरुष ऐसे कार्यों को करते समय बैड टच की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति उत्पन्न न होने पाए इसके लिए हर वर्ग को अपनी मानसिकता में बदलाव लाकर नारी सुरक्षा के मार्ग को प्रशस्त करना होगा। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसी परिस्थितियों उत्पन्न होती हैं जब पति-पत्नी दोनों कामकाजी होते हैं और पति कहता है कि मुझे सुबह इतने बजे नाश्ता चाहिए जबकि पत्नी को भी ऑफिस जाना होता है और वह पत्नी के काम में हाथ बटाना मुनासिब नहीं समझता है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति भी स्त्री को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित करती है ऐसे में पति को अपनी पुरुष मानसिकता से उबरना होगा। अंत में उन्होंने समाज के सभी वर्गों का आह्वान किया कि वह नारी सुरक्षा तथा सम्मान की अपनी पुरानी परंपरा का निर्वहन करें।
कॉलेज की पूर्व छात्रा, नगर विधायक तथा पूर्व राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अनुपमा जायसवाल ने कहा कि मुझे वह दिन याद है जब मैं इस महाविद्यालय की छात्रा हुआ करती थी एनएसएस के कार्यक्रम में मैं इस विद्यालय परिसर में खुरपी लेकर घास छीलकर श्रमदान करती थी। उन्होंने कहा कि कॉलेज में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में जिस प्रकार आज होलिया में उड़ेला गुलाल गीत गाया गया उसी प्रकार कभी मैं भी ऐसे गीत पर नृत्य करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करती थी और रंजना मैडम तथा मोहिनी मैडम मेरा मार्ग निर्देशन करती थी। उन्होंने अपनी राजनीतिक संघर्ष तथा उपलब्धियां पर भी चर्चा की।
कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव श्यामकरन टेकरीवाल ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष का स्वागत किया डालते हुए जिले के एक मात्र महिला पीजी कॉलेज की विकास गाथा प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम की उपयोगिता पर प्रकाश डाला तथा छात्राओं, कालेज स्टाफ व आमजन से अपेक्षा की कि जिले की छात्रों के शैक्षिक व सामाजिक उत्थान में सक्रिय इस महाविद्यालय को विकसित करने में अपना योगदान दे। किसान पीजी कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव मेजर डॉ. एसपी सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि वैदिक युग से हमारा समाज नारी शक्ति का सम्मान करता रहा है उन्होंने कहा कि कुछ सामाजिक विसंगतियों के कारण नारी सुरक्षा तथा सम्मान पर आघात हुआ है इस जागरूकता तथा सक्रियता से दूर किया जा सकता है उन्होंने कहा कि स्त्रियों में असीम शक्ति होती है वह स्वयं तीन बेटियों के पिता है जो उच्च पदों पर आसीन होकर अपनी योग्यता तथा दृढ़ संकल्प को सार्थक सिद्ध कर रही हैं।
कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर प्रिया मुखर्जी ने धन्यवाद भाषण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर मनीष खन्ना तथा रीमा शुक्ला ने किया। इसके पूर्व मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छात्रों ने सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत प्रस्तुत करने के साथ-साथ अनेकता में एकता से संबंधित कार्यक्रम तथा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्य अतिथि के पहुंचने पर जिलाधिकारी मोनिका रानी तथा पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने उनका स्वागत किया।
इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष सुधा टेकड़ीवाल, भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह जीतू, लायंस क्लब के अध्यक्ष कमल शेखर गुप्ता, कॉलेज प्रबंधन समिति के सदस्य आदर्श अग्रवाल अजय अग्रवाल कॉलेज की पूर्व प्राचार्य डॉ मोहिनी गोयल, डॉ रंजन उपाध्याय, केडीसी के हिंदी विभाग प्रभारी डॉ नीरज कुमार पांडे बैडमिंटन संगठन के अध्यक्ष तथा वरिष्ठ पत्रकार मनीष अग्रवाल समेत अनेक लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ उमेश प्रताप सिंह डॉ. कलीम अहमद, डॉ संजय पाल, डॉ अमृता मिश्रा, डॉ रीता शुक्ला, डॉ.े रामदेव चातक, डॉ ज्योति त्रिपाठी डॉ. श्याम कुमार चौधरी कार्यालय अधीक्षक राजेश पाल रावत वासिफ खान आदि का सक्रिय योगदान रहा।