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UP By Election : यूपी उपचुनाव में बहन जी का दांव फेल, बसपा को लगा बड़ा झटका, दो सीटों पर पांचवें और सात पर तीसरे नंबर पर
UP By Election : बसपा मुखिया मायावती ने लंबे समय बाद यूपी चुनाव में अपनी ताकत दिखाने का फैसला किया था मगर उपचुनाव के नतीजे बहन जी को बड़ा झटका देने वाले साबित हुए हैं।
UP By Election : लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा गठबंधन बड़ी जीत हासिल करते हुए सात सीटों पर कब्जा कर लिया है। समाजवादी पार्टी को सिर्फ करहल और कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर जीत मिली है। इस उपचुनाव में सबसे बड़ा झटका बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को लगा है। बसपा मुखिया मायावती ने लंबे समय बाद यूपी चुनाव में अपनी ताकत दिखाने का फैसला किया था मगर उपचुनाव के नतीजे बहन जी को बड़ा झटका देने वाले साबित हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में हालत यह हो गई कि बसपा का कोई प्रत्याशी जीत हासिल करना तो दूर दूसरे नंबर पर भी नहीं पहुंच सका। दो सीटों पर तो बसपा की हालत इतनी पतली हुई कि पार्टी का प्रत्याशी पांचवें नंबर पर पहुंच गया जबकि बाकी बची सात सीटों पर बसपा को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा है। दो सीटों पर तो बसपा के प्रत्याशी चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी से भी पिछड़ गए। उपचुनाव के नतीजे से साबित हो गया है कि 2027 में भी अब बसपा की चुनावी संभावनाएं अच्छी नहीं होंगी।
मायावती के लिए खतरा बने चंद्रशेखर
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती की ओर से उपचुनाव लड़ने का फैसला किए जाने के बाद सबकी निगाहें बसपा के प्रदर्शन पर लगी हुई थीं। हालांकि उपचुनाव लड़ने का मायावती का दांव पूरी तरफ फेल साबित हुआ है। यदि विभिन्न सीटों का विश्लेषण किया जाए तो बसपा प्रत्याशी मतदाताओं का समर्थन हासिल करने में पूरी तरह विफल साबित हुए हैं। दो सीटों पर आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर ने मायावती को पछाड़कर आने वाले दिनों में उनके लिए बड़ा खतरा पैदा कर दिया है।
उत्तर प्रदेश की सियासत में चंद्रशेखर दलित राजनीति का बड़ा चेहरा बनकर उभर रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने नगीना सीट से जीत हासिल की थी। उपचुनाव के दौरान भी उन्होंने अपने दम पर दलितों को गोलबंद करने का प्रयास किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि 2027 के विधानसभा चुनाव के दौरान चंद्रशेखर मायावती के लिए और बड़ा खतरा बनकर उभरेंगे।
मीरापुर
यदि उत्तर प्रदेश में सीट वार विश्लेषण किया जाए तो मीरापुर विधानसभा सीट पर बसपा का प्रदर्शन बेहद शर्मनाक रहा और पार्टी के प्रत्याशी शाह नजर पांचवें नंबर पर पहुंच गए। इस सीट पर भाजपा की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल की मिथलेश पाल ने जीत हासिल की है। समाजवादी पार्टी की सुम्बुल राणा दूसरे नंबर पर रहीं। उल्लेखनीय बात यह है कि इस सीट पर बसपा प्रत्याशी को चंद्रशेखर की पार्टी और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के प्रत्याशी से भी कम वोट मिले हैं।
कुंदरकी
समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाने वाली कुंदरकी विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा ने जीत का परचम लहरा दिया है। पार्टी के प्रत्याशी रामवीर सिंह को इस सीट पर जीत हासिल हुई है। समाजवादी पार्टी यहां भी नंबर दो पर रही है मगर उसे एक लाख से अधिक वोटों से हार का सामना करना पड़ा है। यह सपा के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है।
बसपा का प्रदर्शन यहां भी काफी शर्मनाक रहा और पार्टी के प्रत्याशी हजार के आंकड़े पर भी नहीं पहुंच पाए। इस सीट पर भी बसपा पांचवें नंबर पर रही और उसे आजाद समाज पार्टी और ओवैसी की पार्टी से भी कम वोट हासिल हुए।
गाजियाबाद
गाजियाबाद विधानसभा सीट को भाजपा का गढ़ माना जाता है और इस बार उपचुनाव में भाजपा के संजीव शर्मा ने इस सीट पर जीत हासिल करके पार्टी की मजबूत पकड़ को साबित किया है। इस सीट पर समाजवादी पार्टी के सिंह राज जाटव दूसरे नंबर पर रहे जबकि बसपा प्रत्याशी परमानंद गर्ग को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।
खैर
अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट पर भाजपा के सुरेंद्र दिलेर ने बड़ी जीत हासिल की है। समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी चारु कैन को दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा जबकि बसपा इस विधानसभा क्षेत्र में भी तीसरे नंबर पर रही। पार्टी प्रत्याशी पहल सिंह को इस सीट पर करीब साढ़े 13 हजार वोट हासिल हुए जबकि आजाद समाज पार्टी ने भी इस सीट पर अपनी ताकत दिखाते हुए आठ हजार से अधिक वोट हासिल किए।
सीसामऊ
सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी एक बार फिर अपनी ताकत दिखाने में कामयाब रही और पार्टी की प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने भाजपा के सुरेश अवस्थी को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की है। बसपा के वीरेंद्र कुमार यहां पर तीसरे स्थान पर जरूर रहे मगर उन्हें मात्र 1400 वोट हासिल हुए हैं। इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं के काफी वोट हैं मगर उन्होंने बसपा की अपेक्षा सपा को पसंद किया।
करहल
मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी तेज प्रताप सिंह ने 14 हजार से अधिक वोटो से जीत हासिल की है। यहां पर भाजपा के प्रत्याशी अनुजेश यादव दूसरे नंबर पर रहे। यहां पर बसपा प्रत्याशी अवनीश शाक्य को तीसरा स्थान मिला। हालांकि उन्हें 10 हजार से भी कम वोट मिले हैं। आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी ने चौथा स्थान हासिल किया है।
कटेहरी
कटेहरी विधानसभा सीट पर भाजपा के धर्मराज निषाद अपनी ताकत दिखाने में कामयाब रहे। उन्होंने सपा प्रत्याशी शोभावती वर्मा को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की है। बसपा प्रत्याशी अमित वर्मा ने 40 हजार से अधिक वोट हासिल करते हुए यहां पर तीसरा स्थान हासिल किया। आजाद समाज पार्टी का प्रत्याशी चौथे नंबर पर रहा।
मझवां
मझवां विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी शुचिस्मिता मौर्य को जीत हासिल हुई है। उन्होंने सपा की ज्योति बिंद को हराकर जीत हासिल की है। बसपा प्रत्याशी दीपक को इस सीट पर 34 हजार से अधिक वोट मिले और वे तीसरे नंबर पर रहे। आजाद समाज पार्टी ने इस सीट पर भी चौथ नंबर पर रही।
फूलपुर
फूलपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ताकत दिखाने में कामयाब रही है और पार्टी के प्रत्याशी दीपक पटेल ने जीत हासिल है। इस विधानसभा क्षेत्र में सपा के मुजतबा सिद्दीकी दूसरे नंबर पर रहे जबकि बसपा के जितेंद्र कुमार सिंह को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। इस विधानसभा क्षेत्र में आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी साढ़े चार हजार से अधिक वोट हासिल करते हुए चौथे नंबर पर रहे।